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मेरी बहन प्रिया की ज़बरदस्त चुदाई

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हैलो फ्रेंड्स, मैं रोहन सिंह 24 का लखनऊ उत्तर प्रदेश से हूं। मेरे घर में मेरे मम्मी-पापा और मेरी बड़ी बहन रहती है। मेरे पापा मुंबई में बिल्डर है, इसलिए पापा ज्यादातर मुंबई अपने काम में ही बिजी रहते है। मेरी मम्मी कभी कुछ दिन यहां हमारे साथ तो कुछ दिन मुंबई पापा के यहां चली जाती है।

अब मैं आप लोगों को अपनी प्यारी बहन प्रिया दी के बारे में बता दूं, जिसका आप लोग बेसब्री से इंतज़ार कर रहे है। मेरी बहन का नाम प्रिया सिंह है। वो 26 साल की है। हाइट 5 फिट 3 इंच, गदराई, चर्बीदार मॉल है। मेरी बहन के लम्बे-लम्बे काले-काले घने बाल, बड़ी-बड़ी प्यारी-प्यारी आंखे, गुलाब की पंखुड़ी जैसे होंठ, टमाटर जैसे गुलु-गुलु गाल, छाती पर दो बड़े-बड़े तरबूज़, टाइट-टाइट नर्म-नर्म मुलायल-मुलायम तने हुए दूध के टैंक मानो सलामी दे रहे हो।

मेरी बहन की चूचियां 36″ की है। नीचे मस्त लचकदार 30″ की कमर। कमर के नीचे बाहर दो भागो में बाहर निकली हुई बड़ी-बड़ी गांड। फिर बहन की मोटी-मोटी गोरी-गोरी जांघें बहुत ही मस्त लगती है।

प्रिया दी की चूचियां और गांड उनकी खूबसूरती में चार चांद लगा देती है। जब प्रिया दी कॉलेज जाती या मार्केट जाती है, तो लोग उसकी चूचियां या गांड ही देखते है। जब दी अपनी कमर मटका कर चलती है, उसकी बड़ी-बड़ी गांड की फांक कभी ऊपर तो कभी नीचे देख कर सब का मन ख़ुश हो जाता है।

कॉलेज में लडके मेरी बहन को अलग-अलग नाम से बुलाते है। कोई दूध की टेंकर, या तो कोई बड़ी गांड वाली मॉल बुलाता है। बहुत सारे नाम है मेरी बहन के लोग प्यार से बुलाते है। हालांकि मैं और प्रिया दी एक ही कॉलेज में पढ़ते है। प्रिया दी मेरी सीनियर भी है, तो हम दोनों एक अच्छे फ्रेंड की तरह रहते है। प्रिया दी के कितने बॉयफ्रेंड है मुझे पता है। कभी-कभी मैं दी से पूछ लेता या तो प्रिया दी मुझे खुद भी बता देती है।

मेरे घर में किसी चीज की कमी नहीं है। हम लोग सिटी में रहते है, तो किसी प्रकार का रोक-टोक भी नहीं है। घूमना-फिरना, कपड़े पहनना, किसी भी प्रकार की रोक-टोक नहीं है। वैसे तो प्रिया दी के कई सारे बॉयफ्रेंड है, कॉलेज से लेकर सिटी के कई लड़के। कई तो पता नहीं कहां-कहां के है। मेरी बहन उन सभी को भी फसा रखी है।

मेरी बहन दिन भर फ़ोन पर किसी ना किसी से बात करती रहती है, और व्हाट्सप्प इंस्टाग्राम पर भी चैटिंग करती रहती है। कभी इस लड़के से बात करती, तो कभी उस लडके से।

जब बाहर के लोग प्रिया दी को गंदे-गंदे कमैंटस करते है, प्रिया दी बस मुस्कुरा देती है, उनको कुछ बोलती भी नहीं है। मुझे भी ये सब गंदे कमैंटस अपनी बहन के बारे में सुन कर अच्छा लगता है। मैं प्रिया दी की ब्रा और पैंटी चुरा कर उस पर मुठ मारता था। फिर वापस ले जाकर रख देता था। वैसे दी के पास बहुत सारी ब्रा-पैंटी है, क्योंकि उनके बॉयफ्रेंड लोग उनको गिफ्ट करते रहते है।

मेरी आदत हो गयी थी और मुझे मज़ा भी आता था प्रिया दी की ब्रा-पैंटी में मुठ मारने की। जब मुझे हिलाने का मन होता तो मैं चोरी से प्रिया दी के रूम में जाता था। वहां से उनकी ब्रा-पैंटी लेकर आता था, और मुठ मारता था।

लेकिन कुछ दिन बाद ही प्रिया दी को शक होने लगा। क्योंकि प्रिया दी की ब्रा-पैंटी पर कभी कभार मेरे मुठ के दाग लग जाते थे।

ऐसे ही एक दिन प्रिया मार्केट जाने के लिए घर से निकली। मैं सोचा कि दी मार्केट गयी, मैं उनकी ब्रा-पैंटी लाता हूं और मुठ मरूंगा। मैं तुरंत दी के रूम में गया, और वहां से उनकी ब्लैक कलर की ब्रा-पैंटी ली।फिर वही अपने लंड पर रख कर और पैंटी मुंह में डाल कर हिलाना शुरू कर दिया।

तभी प्रिया दी पीछे से बोली: ओह, तो तुम ही हो जो मेरी ब्रा-पैंटी पर दाग लगाते हो।

इतना सुनते ही मैं तो बहुत डर गया। पीछे देखा तो प्रिया दी थी। मैंने तुरंत प्रिया दी की ब्रा-पैंटी दूर फेंकी।

प्रिया: अरे क्यूं फेंक दी?

मैं: सॉरी दी गलती हो गयी मुझसे, पता नहीं कब कैसे मैंने कर दिया।

मुझे डर लग रहा था, कि अगर दी ये बात मम्मी और पापा को बता दी तो मेरा क्या हाल होगा। मैं ये सब सोच कर बहुत डर रहा था।

प्रिया दी: अरे भाई डर मत, शांत हो जा। मैं कुछ बोल रही हूं क्या तुम्हें?

फिर प्रिया दी मेरे पास आयी, मुझे बेड पर बैठाई, ‌और खुद बगल में बैठ गयी।

वो बोली: शांत हो जा, डरने की कोई बात नहीं होती है इस उम्र में ये सब करने पर। जवानी में नहीं करेगा तो कब करेगा?

मैं: सॉरी दी अब नहीं करूंगा। आप घर पर किसी को मत बोलना।

प्रिया दी (हसने लगी और बोली): पागल हूं मैं जो ये सब बात किसी को बोलूंगी?

मैं: दी आपको बुरा नहीं लगा ये सब देख कर?

प्रिया दी: नहीं भाई, इसमें बुरा लगने वाली क्या बात है? मुझे कई दिनों से शक था तू ये सब करता है, तो मैं तुझे पड़कना चाहती थी। आज तो मैं बस यूहीं मार्केट का बहाना की थी, और आज मैं तुझे पकड़ भी ली।

मैं: ये तो गलत है दी, ऐसे पकड़ना। आप मुझसे पूछ भी सकती थी। मैं आपको बता देता। आप अपने छोटे भाई को डरा दी

प्रिया दी: अच्छा और जो तू मुझसे पूछ कर ले जा सकता था, मैं तुझे कभी कोई भी चीज मना की आज तक? तू चोरी से मेरी ब्रा-पैंटी ले जाता था, तो मैं परेशान हो जाती थी कि मेरी ब्रा-पैंटी कौन ले गया। ऊपर से दाग तू बिना धोये ऐसे ही ब्रा-पैंटी लाकर रख देता था।

मैं: सॉरी दी अब पूछ कर ले जाऊंगा, और धो कर रख दूंगा।

प्रिया दी: कोई बात नहीं भाई, और सॉरी यॉर मैं तुझे डरा दी। तू जब चाहे जो भी ब्रा-पैंटी ले जाना चाहता है ले जा सकता है। और हां धोने की जरूरत नहीं है, ऐसे ही रख देना।

मैं: ठीक है दी।

ले जा रहा हूं आपकी ब्रा-पैंटी।

प्रिया दी: ठीक है भाई।

मैं: एक और अपनी ब्रा-पैंटी दे दो।

प्रिया दी‌ (मुस्कुरा कर बोली): लेलो कपबोर्ड में से, जो तुम्हे अच्छी लगे।

मैं जब कपबोर्ड खोला, उसमे ढेर सारी ब्रा-पैंटी थी। मैं उसमे से ब्लू कलर की पैंटी निकाला और कपबोर्ड बंद कर दिया।

मैं: आपके पास तो बहुत सारी ब्रा-पैंटी है।

प्रिया दी: हां भाई, बॉयफ्रेंड लोग देते रहते है।

हम दोनों साथ में जोर-जोर से हसने लगे।

मैं ब्लैक वाली और ब्लू वाली ब्रा-पैंटी दोनों ले लिया, और ब्लैक वाली पैंटी मुंह में डाल ली प्रिया दी के सामने।

प्रिया दी हसने लगी और बोली: रोहन तुम ऐसे बहुत प्यारे लग रहे हो।

फिर मैं अपने बाथरूम में आ गया। वहां 2 बार मुठ मारा ब्लैक ब्रा और ब्लू ब्रा पर।फिर मैं अपने बेड पर आकर सो गया। फिर दी को शाम को उनकी ब्रा-पैंटी वापस कर दिया। अब जब भी मेरा मन होता है, मैं दी के रूम में जाकर उनकी ब्रा-पैंटी ले आता हूं। कभी-कभी तो प्रिया दी मेरे रूम में खुद ही अपनी ब्रा-पैंटी लाकर मुझे देती है।

एक दिन कॉलेज में कुछ लडके बात कर रहे थे कि प्रिया को 3-4 लोग कॉलेज के पीछे वाले रूम में ले गए थे, क्योंकि उसमें कैमरा नहीं लगा। मैं जब उन लोगों की बात सुना, तो मैं चोरी कॉलेज के पीछे उसी रूम के बगल में पहुंच गया। वहां खिड़की से देखा, सच में 3 लडके थे जो कि दो कॉलेज के थे सलमान और असीफ़, एक कोई बाहरी था।

वो तीनों मिल कर प्रिया दी को प्यार कर रहे थे। प्रिया दी भी मज़े कर रही थी। बारी-बारी वो सब प्रिया दी की पैंटी के अंदर उनकी चूत में ऊंगली कर रहे थे,

और मेरी बहन की शर्ट के बटन खोल कर उनकी ब्रा को नीचे करके उनकी चूचियों को चूस रहे थे। असीफ़ दी की स्कर्ट उठा कर नीचे बैठ कर उनकी चूत चाटने लगा, और सलमान और जो बाहरी लड़का था, वो दोनों मिल कर मेरी बहन की एक-एक चूची चूस रहे थे। मेरी बहन की चूचियां इतनी बड़ी-बड़ी है कि दोनों यही सोच रहे थे कि प्रिया दी की चूचियां ही खा जायेंगे।

लेकिन दोनों कितनी भी कोशिश कर रहे थे, मेरे बहन की सिर्फ आधी चूचियां ही अपने मुंह में ले पा रहे थे। मैं खिड़की से ही बाहर देख रहा था। मुझे अच्छा लग रहा था ये सब देख कर। तभी प्रिया दी की नज़र मुझ पर पड़ी। मैं उनको देख रहा था, और वो मुझे। मैं हस कर वहां से भाग गया। प्रिया दी लगभग 15 मिनट बाद ही वहां से निकली। फिर हम कॉलेज से घर आये। मैं दी को अपनी बाइक पर ले आ रहा था। रास्ते में प्रिया दी मुझसे पूछी-

प्रिया दी: रोहन तू वहां हम लोगों को देख कर हंसा क्यूं?

मैं (मैं बाइक चला रहा था और बोला): दी घर चलो बताता हूं।

हम दोनों कुछ देर में घर पहुंच गए और फ्रेश हुए।

फिर मैं दी के रूम में गया। प्रिया दी किसी के साथ व्हाट्सप्प पर चैटिंग कर रही थी।
 
मैं वही बगल में बैठ गया।

प्रिया दी: तुमने बताया नहीं तुम हंस क्यूं रहे थे?

मैं: वो दोनों आपकी एक-एक चूची ही नहीं संभाल पा रहे थे। दोनों सोच रहे थे कि पूरी चूची अपने मुंह में भर लूं, लेकिन दोनों मिल कर आपकी आधी चूची भी मुंह में नहीं ले पा रहे थे, यही देख कर मुझे हंसी आ गयी।

प्रिया दी: ओह, ये बात (हंसते हुए)।

मैं: वैसे दी आप बहुत जल्दी आ गयी वहां से?

प्रिया दी: हां भाई, थोड़े बहुत मज़े करके हम लोग वापस आ गये। वहां सेफ नहीं है।

मैं: बेचारों को असली मज़ा तो मिल ही नहीं पाया।

प्रिया दी: बेचारे नहीं है वो सब। तेरी बहन को दो बार ले चुके है। वहां तो बस ऐसे थोड़े बहुत मज़े करने गए थे।

मैं: दी वो सलमान और असीफ़ तो कॉलेज के ही थे, और वो तीसरा वाला कौन था?

प्रिया दी: वो भाई सलमान का फ्रेंड था हैदर।

मैं: क्या बात है, ये तो खुद मज़े तो कर ही रहे है, साथ अपने दोस्तों को भी लाते है आपके साथ मज़े करने के लिए?

प्रिया दी और मैं साथ में हसने लगे।

प्रिया दी: भाई वो सब तेरी बहन के साथ मज़े करते है। तो तेरी बहन उन सभी के साथ मज़े ही करने जाती है।

मैं: आखिर बहन किसकी है।

फिर जोर से हसने लगे।

मैं: तब तो आज मेरी बहन के मज़े करने की डेट कन्फर्म हो गयी होगी असीफ़, सलमान, और हैदर के साथ?

प्रिया दी (मुस्कुरा कर बोली): हां अगले मंडे को। लेकिन असीफ़‌ और सलमान नहीं हैदर बुलाया। वो रहेगा और उसके कुछ दोस्त।

मैं: ओह, नया बंदा और उसके दोस्त।

कहां ले जायेगा दी हैदर आपको?

प्रिया दी: पता नहीं भाई। वो बोला तुम रेडी रहना मैं तुम्हे मार्केट में लेने आऊंगा।

फिर थोड़ी बहुत इधर-उधर की बातें हुई।

फिर मैं अपने रूम में आ गया। दो दिन बाद मंडे था। हम लोगों कॉलेज गए और वापस आये। प्रिया दी पार्लर गयी, वहां से आई और मम्मी से बोली आज उसके फ्रेंड के घर पार्टी थी, वहीं जाएगी और कल सुबह आएगी। मम्मी बोली ठीक है जाओ‌। फिर

प्रिया दी मेरे रूम में आयी। मैंने दी को देखा, क्या मॉल लग रही थी। टी-शर्ट और शॉर्ट्स पहनी हुई थी। दी की बड़ी-बड़ी चूचियां, बड़ी-बड़ी गांड, गोरी चिकनी जांघे दूध सी गोरी क्या मॉल लग रही थी।

मैं बोला: प्रिया दी सच में आज बम लग रही हो।

प्रिया दी: थैंक्स मेरे प्यारे भाई।

सुन भाई, मुझे बाहर मार्केट तक छोड़ दे। वो वहीं मुझे लेने आएगा।

मैं बोला: ठीक है दी।

मैं बाइक पर दी को बैठा कर मार्केट में ले गया। सब दी की पीछे गांड देख रहे थे।

मैं मार्केट पहुंचा ही, तभी हैदर का फ़ोन आ गया। दी बताई वो यही आयी थी। तभी कुछ देर बाद ही एक फॉरच्यूनर आयी। उसमें 4 लोग बैठे थे। वो सब दी को ही देख रहे थे। हैदर ड्राइव के बगल वाली सीट पर ही बैठा था।

उसने पीछे एक आदमी से बोला: आमिर भाईजान, देखिये मॉल कैसी है।

पीछे वाली सीट पर एक आदमी लगभग 40 साल का रहा होगा, वो दी को घूर-घूर कर ऊपर से नीचे देखा और बोला-

आदमी: वाह हैदर, क्या मॉल है यॉर। आज रात इसको सोने नहीं देंगे।

मुझे और प्रिया दी को उसकी बात सुन कर हसीं आ गयी। हम दोनों हसने लगे।

पीछे वाले जो लोग बैठे आमिर और उसके साथ एक बंदा कोई और था।

उसने दी को बोला: आजा तू हमारी गोदी में।

प्रिया दी: भाई अब तुम जाओ, मैं कल सुबह फोन करूंगी।

मैं: ठीक है दी, आप जाओ। आज रात खूब ज़म कर मज़े करना आप इन चारों के साथ।

प्रिया दी: बिल्कुल मेरे भाई, लव यू।

मैं: लव यू दी।

आमिर ने गाड़ी का गेट खोला और दी को अपनी गोद में बिठा लिया, और किस करने लगा। उसके बगल वाला दी की चूचियां दबाने लगा।

हैदर ड्राइवर से बोला: जल्दी चलो।

हैदर भी पीछे मुड़ कर दी के साथ मस्ती करने लगा। तभी ड्राइवर ने गाड़ी स्टार्ट की और ले गया।

मैं मार्केट में थोड़ा घूमा, फिर फिर घर चला गया।

मैं और मम्मी रात को खाना खाये, और सोने चले गए। मैं सोचा क्यूं ना दी के रूम में जाऊ। वहां जाकर दी के बेड पर अपनी ही बहन की ब्रा-पैंटी लेकर 3 बार मुठ मारी, और दी के ही बेड पर सो गया।

अगली सुबह प्रिया दी का कॉल आया सुबह 8 बजे

प्रिया दी:………………
 
सुबह 8 बजे प्रिया दी का कॉल आया। मैं फ़ोन उठाया-

मैं: हैलो दी।

प्रिया दी: भाई कल मार्केट में जहां तू मुझे छोड़ कर गया था, वहीं आजा लेने। मैं अभी आ रही हूं।

मैं: ओके दी, मैं अभी आता हूं।

मैं भी बिस्तर से उठा, और जल्दी से मुंह धो कर गाड़ी लेकर मार्केट पहुंच गया, जहां कल प्रिया दी को हैदर अपने साथ ले गया था।

जब मैं वहां पहुंचा तो दी वहां नहीं आयी थी। मैं 2 मिनट वेट किया, तभी हैदर की गाड़ी मेरे बगल में ही रूकती है। सामने सलीम ड्राइव कर रहा था। बगल में हैदर बैठा था। पीछे वाली सीट पर क़ासिम प्रिया दी को अपनी गोद में बिठाए था, और उसके साथ मस्ती करने में लगा था।

फिर सलीम और हैदर भी दी की चूचियों के साथ खेलने लगे। मुझे गाड़ी के शीशे से दिख रहा था सब। करीब 5 मिनट तक वो लोग मेरी बहन के साथ मस्ती किये, फिर प्रिया दी गाड़ी से बाहर आयी।

हैदर: प्रिया टाइम मिलेगा तो जरूर कॉल करना। तुझे फिर हम लोग ले जायेंगे।

सलीम और क़ासिम भी बोले: हां प्रिया जरूर कॉल करना। तुम्हारे साथ बहुत मज़ा आया पूरी रात।

प्रिया दी: बिल्कुल यॉर, मुझे भी आप लोगों के साथ बहुत मज़ा आया।

फिर वो लोग गाड़ी लेकर निकल जाते है। मैं भी दी को बिठाता हूं, और घर निकल जाता हूं। थोड़ी ही देर में मैं दी को लेकर घर पहुंच जाता हूं। मैं गाड़ी को पार्किंग में लगाता हूं, फिर हम दोनों घर की तरफ जाने लगते है। प्रिया दी मेरे आगे चलती है, और मैं उनके पीछे जाता हूं। मैं देखता हूं प्रिया दी के चलने की स्टाइल थोड़ी बदल गयी थी‌।

मैं: क्या बात है दी, लगता है चारों ने जम कर चोदा है आपको। आपके तो चलने ‌का स्टाइल ही बदल गया है।

प्रिया दी (शरमाते हुए): नहीं भाई, ऐसी बात नहीं है। तुम मेरा मज़ा ना लो।

मैं: ओह तो चुदाई अच्छी नहीं हुई आपकी कल रात?

प्रिया दी: ऐसी बात नहीं है भाई। मैं ये नहीं बोली मेरी चुदाई अच्छे से नहीं हुई। चुदाई तो पूछो मत कैसे हुई तेरी बहन की।

मैं: अच्छा तो कैसे हुई चुदाई मेरी प्यारी बहन की?

प्रिया दी: भाई चारों ने मुझे पूरी रात सोने नहीं दिया। चारों तुम्हारी बहन को पूरी रात रंडी की तरह चोदे।

मैं: वॉव दी, तब तो आप पूरी रात मज़े की।

प्रिया दी: मज़े की बात मत कर भाई, मुझे बहुत मज़ा आया उन लोगों के साथ।

तब तक हम दोनों रूम में आ गये थे।

प्रिया दी: भाई मेरे लिए कॉफ़ी लाओ प्लीज, पूरी रात की थकी हूं।

मैं: बिल्कुल दी, आप आराम करो, मैं अभी आपके लिए कॉफ़ी लाता हूं।

मैं तुरंत कॉफ़ी लाने चला गया, किचन में कॉफ़ी बनाया, और दी के रूम में ले गया।

प्रिया दी बेड पर ड्रेस चेंज करके लेटी हुई थी।

मैं: दी आपकी कॉफ़ी।

प्रिया दी: ओह थैंक यू मेरे प्यारे भाई।

दी कॉफ़ी पीने लगी। मैं वही बैठ गया दी की क्लीवेज दिख रहा था। दी की चूचियां लाल हो गयी थी

प्रिया दी: क्या देख रहे हो भाई इतना ध्यान से?

मैं: दी आपकी चूचियां देख रहा था, पूरी लाल हो गयी है।

प्रिया दी (मेरे तरफ मुस्कुरा कर): भाई सब ने मिल कर तेरी बहन की चूचियों को खूब नोच-नोच के मसला है

मैं: आखिर मेरी बहन की चूचियां है भी तो नोच-नोच के मसलने लायक। इतनी बड़ी-बड़ी चूचियां है, किसी का भी मन होगा इसको मसलने के लिए।

फिर दोनों जोर-जोर से हसने लगे।

प्रिया दी: तुम भी ना भाई बहुत शरारती हो.

मैं: आखिर प्रिया सिंह का भाई हूं, तो शरारती तो रहूंगा ही।

प्रिया दी कॉफ़ी पीने के बाद: भाई अब मैं सोने जा रही हूं। मुझे बहुत तेज़ नींद आ रही है।

मैं: बिल्कुल दी, आप सो जाओ।

मैं फिर अपने रूम में आ गया। फिर मैं कॉलेज चला गया। कॉलेज से 2 बजे वापस आया तो देखा दी अभी सो रही थी। मैंने ड्रेस चेंज किया, फिर दी के रूम में गया, दी को उठाया और बोला-

मैं: दी चलो खाना खा लेते है।

प्रिया दी भी उठी और मेरे साथ खाना खाई। दी भी सुबह से खाना नहीं खाई थी, इसलिए उसको भी भूख लगी थी। हम दोनों खाना खाये, फिर हसीं मज़ाक हुआ। शाम को हम दोनों घूमने भी गए। वापस आये तो मैं और दी रूम में बैठ कर बात कर रहे थे कि मम्मी आ गयी।

मम्मी: प्रिया मैं कल मुंबई जा रही हूं तेरे पापा के यहां कुछ दिनों के लिए।

मैं: कल कितने बजे आपकी ट्रैन है मम्मी?

मम्मी: सुबह 7 बजे ही ट्रैन है बेटा।

प्रिया दी: कोई बात नहीं मम्मी, हम लोग कल सुबह जल्दी उठ कर आपको स्टेशन पहुंचा देंगे।

मम्मी: हम्म बेटा।

फिर मैं और दी मम्मी साथ में खाना खाये, और सो गए। क्यूंकी मम्मी को कल सुबह स्टेशन ले जाना था। कल सुबह 6 बजे दी मेरे रूम में आ गयी-

प्रिया दी: भाई उठ, मम्मी को स्टेशन छोड़ना है।

मैं भी उठा, फ्रैश हुआ, गाड़ी निकाली। फिर मैं दी और मम्मी को बैठा कर हम स्टेशन पहुंच गए। कुछ ही देर में ट्रैन आ गयी। मैं और दी सामान लेकर ट्रैन में रखे, और मम्मी को उनकी सीट पर बिठाया।

ट्रैन जाने के बाद मैं और दी घर वापस आये। हम दोनों नाश्ता किये। मैं हाल में ही बैठा था। दी अपने रूम में जाकर किसी लड़के से बात करने लगी। जब कॉलेज का टाइम हुआ तो मैं रेडी होने के लिया चला गया। जब रेडी हो गया, सोचा देखूं दी अभी रेडी हुई थी कि नहीं। जब मैं दी के रूम में गया, तो देखा दी अपनी क्लीवेज की पिक ले रही थी, और किसी को व्हाट्सप्प पर भेज रही थी।

मैं: दी कॉलेज चलोगी?

प्रिया दी‌ (अपनी क्लीवेज सही करते हुए): नहीं भाई, आज कॉलेज जाने का मन नहीं है। अच्छा हुआ तू आ गया,‌ तुझे मैं बुलाने ही वाली थी।
 
मैं: क्यूं क्या हुआ दी? बोलो क्या बात है?

प्रिया दी: भाई एक वीडियो बनानी है मेरी।

मैं: हां दी बिल्कुल बना दूंगा वीडियो। कैसी वीडियो बनानी है बताओ?

प्रिया दी: ये लो मेरी मोबाइल, मैं डांस करूंगी तुम वीडियो बनाना।

मैं: ठीक है दी, मैं आपके डांस का वीडियो बना देता हूं।

मैंने वीडियो बनानी स्टार्ट की। गाना था हाय रे गर्मी। प्रिया दी अपनी बड़ी-बड़ी गांड मटका-मटका कर अपनी क्लीवेज दिखा कर डांस करने लगी। प्रिया दी की आधी चूचियां दिख रही थी। बहन की इतनी बड़ी मटकती गांड देख कर मज़ा आ गया। 2 मिनट की ही वीडियो बनाई। फिर दी मुझसे मोबाइल ली, और अपने डांस का वीडियो देखने लगी।

प्रिया दी: भाई कैसा लगा मेरा?

मैं: बहुत हॉट डांस है दी।

फिर दी उस वीडियो को एक व्हाट्सप्प ग्रुप में भेजी। उस ग्रुप का नाम था पठान ग्रुप। वो वीडियो जाते ही लड़कों की तारीफे आना शुरू हो गयी। इब्राहिम पठान नाम के एक लड़के का मैसेज आया, “क्या गांड है प्रिया तेरी, तुझे ऐसे मटका-मटका कर चोदूंगा”। तभी अब्दुल का मैंसेज आया, “वाह प्रिया, तेरी चूचियों में डूब जाने का मन कर रहा है”। मानो मैसेज की लाइन लग गयी।

मैं: वाह दी, आपकी तो तारीफ करते-करते थक नहीं रहे है ये लोग।

प्रिया दी: मैं हूं ही तारीफ के काबिल भाई।

मैं: वो तो हो दी। दी इस ग्रुप में कितने लड़के होंगे?

प्रिया दी: ज्यादा नहीं है भाई, बस 58 लोग ही है।

मैं: तो ये वीडियो किसी और लोगों को भेज दिए तो?

प्रिया दी: अपने खास दोस्तों को ही भेजते है भाई। सब को नहीं भेजते है ये लोग।

मैं: और कोई काम है दी मेरे लिए?

प्रिया दी: नहीं बस यही काम था। थैंक यू सो मच भाई, लव यू।

मैं: लव यू टू दी। अच्छा दी अब मैं कॉलेज जा रहा हूं

प्रिया दी: ओके भाई, बाय।

मैं: बाय दी।

मैं कॉलेज चला गया।

कॉलेज में पढ़ाई और मस्ती करने के बाद जब मैं वापस 2 बजे कॉलेज से घर आया, तो घर के बाहर गाड़ी खड़ी थी‌। मुझे लगा कौन आया होगा इस टाइम। मेरे पास घर की दूसरी चाबी थी। मैंने गेट खोला। फिर जब अंदर गया तो दी के रूम से कुछ लड़कों के आवाज़ें आ रही थी, और दी की अह्ह्ह्ह अह्ह्ह उममममममम आआईई की आवाज़ें घर में गूंज रही थी।

जब मैं बगल में गया, और वहां से दी रूम में देखा, तो दी के मुंह में लंड था। वो ताबड़-तोड़ दी के मुंह को चोद रहा था। मेरी बहन की चूचियां एक लड़का मसल-मसल के चूस रहा था। एक लड़का जिसका पहला मैसेज आया था इब्राहिम, वो दी की टांगे फैला कर जम कर शॉट पर शॉट लगा रहा था। और दो लड़के अपना नम्बर लगाए थे मेरी बहन को चोदने के लिए। उधर अब्दुल दी के मुंह में अपना लंड डाल कर चुसवाने लगा।

उन सबके लंड नुकीले-नुकीले, काले-काले, और मोटे-मोटे थे। मेरी बहन प्रिया दी उन नुकीले मोटे लंडो को लेकर बिस्तर पर मज़े कर रही थी। जब इब्राहिम दी को शॉट लगा रहा था, दी की चूचियां मानो फुटबॉल हो ऐसे उछल रही थी‌।

अब्दुल बोला: वज़ीर भाई, इसकी चूचियां चोदो।

वज़ीर दी की चूचियों के बीच अपना लंड डाल कर दी की चूचियां चोदने लगा। प्रिया दी के मुंह में एक लंड, चूची में एक लंड, और चूत में एक लंड था। एक लड़का चुत चोदने के लिए पीछे लगा था, दूसरा लंड चुसवाने के लिए अब्दुल के पीछे था। एक लड़का प्रिया दी की बगल चाट रहा था। ये नज़ारा देख कर मेरा दिल ख़ुश हो गया। मैंने मोबाइल निकाला और कुछ देर का वीडियो भी बनाया।

अकेले मेरी बहन 6 लोगों को संभाल रही थी। बिस्तर पर अकेली मेरी दी, और वो 6 लोग चारों तरफ से नोच रहे थे दी को। इब्राहिम चूत चोदने के बाद दी के मुंह में अपना लंड डाल दिया। अब आदिल ने दी के चूत में अपना लंड डाला और बोला, “देख रंडी, मैं तुझे कैसे चोदता हूं”।

फिर आदिल ने एक ही झटके में अपना पूरा लंड मेरी बहन की चूत में घुसा दिया। दी की तो पूरी आंखे खुल गयी। लेकिन इब्राहिम का लंड मुंह में था, तो बेचारी बस उम्म्म ईईईई करके रह गयी। फिर आदिल क्या ज़बरदस्त झटके मार रहा था। पूरा बेड हिल जा रहा था।

इब्राहिम बोला: वाह आदिल भाईजान, क्या मस्त चोद रहा है तू इस कुतिया को।

अब्दुल बोला: इब्राहिम अभी मेरा नंबर तो आने दे, फिर देख इस मादरचोद को कैसे चोदता हूं।

वज़ीर दी की चूचियां पकड़ कर उसको पूरा रगड़ रहा रहा था। फिर एक चूची अब्दुल दोनों हाथों से जोर-जोर रगड़ रहा था और दूसरी चूची वज़ीर। दोनों पूरी ताकत के साथ मेरी बहन की चूचियों को मसल रहे थे। दी की चूचियां लाल होना शुरू हो गयी थी। फिर आदिल ने दी को घुमा कर दी की एक टांग उठा दी। इब्राहिम ने दी की टांगे पकड़ लिया।

अब आदिल और जोर-जोर से झटके मार रहा था घपा-घप के। दी की चूत में लंड ऐसे घुस रहा था, मानो ड्रिलिंग मशीन छेद कर रही हो। तभी उनके साथ दूसरा लड़का मिर्ज़ा सुल्तान दी की गांड में अपना लंड घुसाना शुरू किया। दी की गांड टाइट थी। उसने अपना लंड पहले धीरे से घुसाया, फिर झटके मार के पूरा घुसा दिया।

दी सुल्तान की तरफ देख रही थी। दी के चेहरे पर मुस्कान थी। उसकी आंखों से ही पता चल रहा था कि वो बहुत खुश थी।
 
सुल्तान बोला: झटके मारुं?

रंडी दी इब्राहिम का लंड मुंह से निकाल कर बोली: इसमें पूछने वाली क्या बात है?

ये बात सुन कर उन लोगों के अंदर और जोश आ गया। फिर सुल्तान दी की गांड को चोदने लगा। आदिल दी की चूत चोद रहा था। दोनों ने अपनी-अपनी स्पीड बढ़ा दी।

अब पूरे घर में थप थप थप घच घच फट चुदाई की आवाज़ गूंजने लगी। साथ में एक प्यारी आवाज़ दी की आ रही थी। दी आह आह आह ओह ओह हम्म‌ कर रही थी। मुझे सुन कर कर सुकून मिल रहा था। मैं तो यही चाहता था ये सीन ऐसे ही चलता रहे।

करीब 25 मिनट तक ये मज़ेदार चुदाई हुई दी की। फिर अब्दुल दी की गांड में अपना लंड डाला, और वज़ीर ने दी के चूत में अपना लंड डाला। जब अब्दुल झटके मरना शुरू किया, तो प्रिया दी अपनी गांड पकड़ ली। अब्दुल ऐसे झटके मार रहा था, कि दी ऊपर उछले जा रही थी।

अब्दुल और वज़ीर दोनों आपस में ही मुकाबला करने लगे, कि कौन कितने तेज़ झटके मारता है। फिर वो दोनों दी को अपनी गोद में उठा लिए। फिर दोनों तरफ से दनादन झटके लगने स्टार्ट हो गए। अब दी के मुंह में लंड नहीं था। दी अब खुल कर मज़े कर रही थी। इब्राहिम और आदिल की चूचियों को चूसने लगे। मेरे लंड से पानी गिरने लगा ये सीन देख कर।

मैंने वहां से निकल कर चुपके से फिर से दरवाज़ा लॉक कर दिया, जिससे किसी को डिस्टर्ब ना हो। फिर मैं घर से निकला और अपने दोस्तों के साथ घूमने लगा। मैं शाम को 6 बजे घर आया तो देखा गाड़ी जा चुकी थी। अब मैं तुरंत घर में गया, अपना ड्रेस चेंज किया, और फिर दी के रूम में गया।

प्रिया दी: रोहन भाई कहां थे तुम? इतना लेट क्यूं आ रहे हो कॉलेज से आज?

मैं: दी मैं तो टाइम से ही आ गया था कॉलेज से।

वो 6 लोग आपको प्यार कर रहे थे, और आप भी उनके साथ मस्ती कर रही थी, तो मैंने डिस्टर्ब नहीं किया आप लोगों को, और मैं चला गया।

प्रिया दी: ओह्ह तुम आये थे। सॉरी भाई मैं तुम्हे बताना भूल गयी थी। मुझे बता देना चाहिए था तुम्हें।

मैं: कोई बात नहीं दी, वैसे दी अब्दुल और वज़ीर आपको गोदी में उठा कर चोद रहे थे। मेरा तो दिल ही खुश हो गया वो सीन देख कर।

प्रिया दी: हा भाई मस्त चोदा ना अब्दुल और वज़ीर दोनों ने मिल कर तेरी बहन को?

मैं: हां दी।

प्रिया दी: भाई मेरे लिए कोई नई बात नहीं है। मेरी चुदाई होती रहती है ऐसे अक्सर।

अब हम दोनों साथ में खाना खाते है। मैं उनको चुदाई की विडिओ भी दिखता हूं, जो मैंने दी की चुदाई के टाइम चोरी से बनाई थी।

प्रिया दी: वाह भाई मस्त है‌। मेरे व्हाट्सप्प पर भेजो।

मैं ( हसते हुए ): नहीं पहले 50₹ दो तब भभेजूंगा।

प्रिया दी: क्या अपनी ही बहन की चुदाई की वीडियो अपनी बहन के व्हाट्सप्प पर भेजने के लिए पैसे मांग रहे हो? ये गलत है भाई।

मैं: ऐसा नहीं है दी, मैं तो मज़ाक कर रहा था‌। देखो भेज दिया हूं।

प्रिया दी: थैंक यू भाई।

मैं: तब दी आज रात क्या प्लान है?

प्रिया दी:………..

आगे की स्टोरी अब नेक्स्ट पार्ट में।
 
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