कैसे ट्रक ड्राइवर और हेल्पर ने मुझे चोदा

मैं एक 18 साल की लर्की हूँ.पुंजब के एक बिग सिटी अमृतसर में रहती हूँ.मुझे इंटरनेट उसे करना ज़्यादा नही आता.मोस्ट्ली मेरा भाई उसे करता हाईमैन कभी कभी उसकी आब्सेन्स में इंटरनेट खोल लेती हूँ.1 महीना पहले जब भाई घर नही था तो मैने उसका कंप्यूटर
ओं कर लिया.और इंटरनेट चला लिया.मैने याहू खोला और ऐसे ही
पंगे लेते हुए मुझसे इस ग्रूप का पेज खुल गया.मैने ग्रूप के म्स्ग
रेड किए.उसके बाद से मैं रोज इस ग्रूप के ंषगस रेड करने
लगी.ंषगस रेड करके मुझे लगा की मुझे भी अपने साथ हुई एक
घटना के बारे में लिखना चाहिए.आज भाई 8 बजे तक घर नही
आने वाला सो मैं लिख रही हूँ.
मैं यहाँ अपने भाई के साथ रहती हूँ.मेरे भाई की आगे
18 साल है.हम दोनो यहाँ स्टडी करते हैं.मम्मी पापा अपनी जॉब के
कारण लास्ट एअर से भूटान में हैं.हमारी स्टडी के लिए मैं और
मेरा भाई यहाँ हैं.यहाँ हमारा अपना होमे है.15-मे-07 को मेरे
भाई ने अपने किसी दोस्त से मिलने रोपर जाना था.मैं कभी अकेली
नही रही इसलिए भाई ने मुझे अपने साथ चलने को कहा.रोपर यहाँ
से 150क्म्स डोर है.हम डोपेहर को यहाँ से चले और शाम 4 बजे
रोपर पहुँच गये.वहाँ मैं भाई के दोस्त के घर उसकी बेहन के
साथ बैठी रही,भाई और उसका दोस्त घूमने चले गये.हमारा रात
8 बजे की बस पाकर के वापिस आने का प्रोग्राम था.पर भाई का दोस्त
ज़िद करने लगा की कल चले जाना.भाई का मूड था रुकने का बुत
17मे को मेरा एग्ज़ॅम था स्कूल में सो मैने भाई को कहा भैया
अगर हम रुके तो कल का आधा दिन भी खराब हो जाएगा सो हुमको आज
ही जाना चाहिए.बुत भाई का दोस्त तो बहुत ही ज़िद करने लगा.उसने
भाई को कहा आशि को भेज दो बस से और तुम कल चले जाना.मैने
कहा मैं बस से अकेली नही जवँगी.तो उसने मुझ से कहा उनका ट्रक
रोज अमृतसर जाता है तुम ट्रक पर चली जाओ ड्राइवर तुमको घर
छ्होर देगा.तुम 11 बजे तक अमृतसर पहुँच जाओगी.मैने भाई की
तरफ देखा तो भाई ने कहा ठीक है ना आशि या तो रात रुक ले
सूबा चले जाएँगे,या तू ट्रक से चली जा मैं तेरी सहेली डॉली
के घर फोन करके बोल देता हूँ.तू सीधे डॉली के घर चली जाना
और रात को दोनो स्टडी भी कर लेना इक्कते,मैने कहा भैया पर
मैं अकेली!भैया ने कहा आशि मान जा ना प्ल्ज़ देख सभी कितना कह
रहे हैं रुकने को ऐसे अछा नही लगता की इनका दिल तोड़ दें हम. और
फिर डरने की क्या बात है इनका अपना ट्रक है ड्राइवर तुमको डॉली के
घर छ्होर देगा.मैने कहा ठीक है भैया आप रुक लो मैं जाती
हूँ.खाना खिला केबाया और उसका दोस्त मुझे ट्रक पे छ्होर्ने चले
गये.ट्रक वहाँ से चल पारा,ट्रक में मैं,ड्राइवर और ड्राइवर का
हेलपर था.मैं ताकि हुई थी सो मुझे नींद आने लगी.तो ड्राइवर
के पीछे जो लंबी सीट होती है हेलपर ने वो खाली कर दी,मैं सो
गयी और विंडो के पास थोड़ी सी जगा पे हेलपर बैठ गया.मुझे
नही पता मैं कितनी देर सोई रही.मुझे ऐसे लगा जैसे ट्रक रुका
हुआ है.मैने जाग के देखा तो ट्रक सच में ही रोड के किनारे
रुका हुआ था.और ड्राइवर ट्रक में नही था.मैने हेलपर से पूछा
भैया ट्रक क्यूँ रुका हुआ है और ड्राइवर कहा हैं?तो उसने कहा
ट्रक के एंजिन का कोई पार्ट टूट गया है चलते चलते और ड्राइवर
35क्म्स पीछे जो सिटी हम छ्होर आयें हैं वहाँ से वो पार्ट लेने
गया है 10 मिनिट पहले किसी तमपो पर लिफ्ट लेके.फिर हेलपर मेरे
साथ बातें करने लगा,मुझसे पूछने लगा आप क्या करती हो आंड
आपका भाई क्या करता है,आपके मम्मी पापा क्या करते हैं और हमारा
दिनेश बाबू जी(भाई का दोस्त) से क्या रीलेशन है.मैं भी टाइम पास
करने के लिए उसको अपने बारे में बताने लगी.मैने उसको कहा
मुझे बहुत प्यास लगी है,पानी पेना है.उसने कहा ट्रक में तो
पानी नही है या तो थोड़ी देर इंतजार कार्लो जब ट्रक चलेगा तो
रास्ते में कोई होटेल वग़ैरा आएगा तो बहाँ से पानी पीला देंगे
या यहीं खेतों में कहीं तुबेवेल लगा होगा मैं देख आता हूँ तुम
रूको ट्रक में.मैने कहा मुझे दर लगता है अकेले में.तो उसने
कहा की वो ट्रक के डोर्स बाहर से लॉक करके जाएगा डरने की कोई
बात नही है तो मैं मान गयी.मैं ट्रक में बैठी रही वो ट्रक
के डोर्स लोआक्क करके चला गया,फिर 5-10 मिनिट बाद वो पानी लेके
वापिस आया.मैने पानी पिया.पानी का टेस्ट तोड़ा सा कड़वा
था.मैने पूछा तो उसने कहा बेबी तुबेवेल के पानी का टेस्ट ऐसा
ही होता है,मुझे बहुत प्यास लगी थी सो मैने पानी पी लिया
पानी पन के बाद वो फिर से मेरे साथ बातें
करने लगा,थोड़ी देर बाद बातें करते-2 मुझे ऐसे लगने लगा
जैसे मुझे ब्रेस्ट में कुछ होने लगा था.अचानक बातें करते
करते उसने मुझसे पूछा बेबी आप इतनी टाइट पंत और शर्ट(टॉप)पहने
हो आपको थकावट नही होती?मैने कहा नही ऐसी तो कोई बात नही
है.तो उसनेमेरी थाइ पे हाथ रख के कहा देखो तो कैसे आपकी लेग
आपकी पंत में फाँसी है,हम तो एक मिनिट भी ना पहन पायें इतने
तंग कापरे.मैं उसकी बातें सुन रही थी बुत मेरी ब्रेस्ट में
बहुत तेज हलचल हो रही थी पता नही क्यूँ.फिर उसने मेरी ब्रेस्ट
पर हाथ रख दिया और मुझसे कहने लगा वैसे शर्ट टाइट पहनने
से एक फयडा तो है,मैं यहाँ से बहुत सनडर दिखती हूँ.

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मुझे गुस्सा आना चाहिए था उसकी इस हरकत पर,बुत पता नही क्यूँ मुझे
ऐसा फील होने लगा की वो मेरी ब्रेस्ट दबा दे.शायद वो भी समझ
गया था की मैं रिक्ट नही करने वाली,सो अब बातें करनी बंद
करके उसने अपना हाथ मेरी ब्रेस्ट पर गोल गोल घूमना शुरू कर
दिया.मुझे बहुत अछा अछा लगने लगा.फिर उसने मुझे ट्रक की सीट
पर लिटा दिया और अपने हाथ मेरी टॉप में डाल कर उसने मेरी ब्रेस्ट
की दोनो साइड ब्रा से बाहर निकल ली और धीरे धीरे दबाने
लगा.कुछ देर ऐसा करने के बाद उसने मेरी पंत का बटन और ज़िप
खोल दी और मेरे ऊपर आ गया.अब उसने अपना एक हाथ मेरी पंत के
अंदर डाल दिया और शरारत करने लगा और दूसरे हाथ से मेरी
ब्रेस्ट की एक साइड दबाने लगा और दूसरी साइड अपने मूह में लेके
चूसने लगा.मुझे बहुत मज़ा आ रहा था,फिर उसने मेरा एक हाथ अपने
पाजामे में डाल दिया.15-20 मिनिट हम ये सब करते रहे इतने में
ट्रक की साइड में एक और ट्रक रुका.हेलपर जल्दी से उठा और मुझसे
बोला अपने कपड़े ठीक कार्लो ड्राइवर आ गया है,इतना कह के वो ट्रक
से नीचे उतार गया और ड्राइवर के साथ ट्रक का पार्ट लगाने
लगा.इतने में मैने अपनी पंत भी बंद कर ली थी और अपनी ब्रेस्ट
की बोत साइड्स ब्रा में डाल के टॉप भी ठीक करली थी.कुछ ही देर
में ट्रक ठीक हो गया और मैं फिर सो गयी.12 बजे के करीब
हेलपर ने मुझे जगाया और कहा बेबी उतरो आपकी सहेली के घर की
रोड पर हम खड़े हैं.आप मुझे अपनी सहेली का घर बताओ मैं
आपको छ्होर आता हूँ.रास्ते में उसने मुझसे पूछा की अगर वो
अमृतसर आए तो क्या मैं उससे मिलूंगी?मैने कहा हन मिलूंगी,उसने
कहा तुम्हारा घर किस साइड है?मैने कहा भाई से पूच लेना या
दिनेश भैया से पूच लेना.और वो मुझे डॉली के घर छ्होर के
वापिस चला गया.और मैं डॉली के घर जाके सो गयी.नेक्स्ट दे
भैया डोपेहर 1 बजे मुझे डॉली के घर से ले गये.
ये कोई स्टोरी नही है मेरे साथ हुई साची
घटना है.और इस घटना के बाद मेरा वो सब करने को हर पल दिल
करता है.

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