हेल्लो दोस्तों
मैं राहुल फिर आया हूँ एक ऐसी कहानी लेकर जो हुआ है लेकिन कैसे ये कहानी में ही पता चलेगा तो सुनिये आप अपना फीडबैक दे सकते है
ये बात आज से 10 दिन पहले की है जब मैं, शिवानी और मेरा दोस्त अनिल उसकी पत्नी सीमा ने मिलकर वैष्णो देवी माँ के दर जाने का फैसला किया हुआ यु की अनिल की शादी के 2 साल हो गए थे लेकिन अभी तक कोई बच्चा नही हुआ था तो उसकी पत्नी ने ही एडवाइस दिया की माता के दर चलो मुरादे जल्दी पूरी हो जाएगी ।अनिल ने मुझे भी कहा कि हम भी चले इसी बहाने टूर भी हो जाएगा
12 feb 2019 की सुबह हमने ट्रैन से कटरा जाने के लिए निकल गए
ज्यादा बोर नही करूँगा सीधा कहानी पर आता हूँ
हुआ यु की ट्रेन में मैं और सीमा दोनों एक साथ बैठे हुए थे तभी बात चित चल रही थी फिर अनिल सोने चला गया और शिवानी तो है ही सोने में आगे ।
मैं और सीमा दोनों काफी देर तक बात कर रहे थे तभी मैंने पूछा
मैं – भाभी क्या बात है आपने फिगर बड़ा मेंटेन कर रखा
सीमा – ओह्ह रियली , थैंक यू राहुल जी
मैं – सच्ची में , बताइये न क्या खाती है आप ?
क्योंकि ज्यादातर लड़की शादी के बाद मोटी हो जाती है शिवानी को ही देख लो भैंस हो गई
सीमा – अरे ऐसा कुछ नही खाती मैं ।
रही बात शिवानी की वो बहुत सुंदर है ।
मैं – सुंदर तो आप भी बहुत है एक दम चाँद की तरह ।
सीमा – धन्यवाद राहुल जी, लेकिन इस चाँद में भी दाग है ।
मैं – दाग ? मुझे तो कही दाग नही दिख रहे ।
सीमा – राहुल जी , मै माँ नही बन पा रही हूँ 2 साल हो गए शादी को, लेकिन😔😔😔
मैं – अरे उदास मत होइए सब ठीक हो जाएगा माता रानी सब ठीक कर देगी ।
सीमा – आप सही कह रहे है । मैं भी मन्नत लेती हूँ मेरी गोद भर गई तो माता रानी के नाम का भंडारा करुंगी ।
इसके बाद वो भी सोने लगी
रात के 12:30 बज रहे थे ट्रैन में लगभग सभी लोग सो रहे थे मैंने मोबाइल में अप्प के जरिये देखा तो पता चला की कटरा आने में 30 मिनट और बाकी है मैंने सोचा सभी को जगा देता हूँ ताकि सामान पिकप करने में जल्दबाजी न हो बाद में
मैंने सभी को उठाया और तैयारी करी उतरने की फिर 1 बजे हम सब कटरा पहुच गए और वहाँ उतरने के बाद हमने पास के ही होटल में 2 रूम बुक किया और अपने अपने रूम में चले गए
अब हुआ क्या ये देखिये
एक्चुअली सीमा ने शिवानी का चादर ओढ़ लिया था और शिवानी ने सीमा का
हम सब नींद में इतने थे की ज्यादा ध्यान नही दिया
मैं सीमा को शिवानी समझ इंस्ट्रक्शन देता गया और वो भी नींद में होने की वजह से हाँ हाँ बोलते बोलते साथ में मेरे रूम में आ गई।
मैं सामान रखा और बेड पर जा गिरा और लेट गया सीमा वो भी लेटी हुई थी लाइट सब बन्द करदी थी
मैं और सीमा दोनों एक ही बेड पर मदहोश नींद में थे रात गहरी थी कटरा का मौसम अचानक ठंडा पड़ गया
मुझे लगने लगी ठंड
ठंड की वजह से नींद में ही मैं सीमा को अपने आगोश में ले लिया ठण्ड और बढ़ती जा रही थी और कम्बल से मेरा और सीमा(शिवानी समझ) का बुरा हाल हो रहा था समझ नही आ रहा था क्या करूँ एक तरफ नींद दूसरी तरफ ठंड
मैं और सीमा दोनों ने एक दूसरे को कास कर बाहों में भर लिया
इसके बाद मुझसे रहा नही गया और मैंने सीमा के पायजामा में हाथ डाला और उसके गांड पर हाथ फेरने लगा
तभी सीमा भी मुझे अनिल समझ मेरे पेंट के हुक को खोल अंदर हाथ डाल दिया तब उसने मेरे लण्ड को पकड़ सहलाने लगी,
ऐसा करने से उसको और मुझे दोनों को गर्माहट मिलने लगी
तभी सीमा बोली
अनिल जी, माता रानी हमारी झोली भरेगी न ?
ये सुनते ही मेरा 17 CM का लण्ड सुख कर 5 CM का हो गया
मैं समझ गया कि गलती से शिवानी की जगह सीमा आ गई
फिर इमेजिन करने लगा की अनिल भी ठंड में क्या क्या कर रहा होगा ।
वैसे भी शिवानी तो बिना कुछ बोले अपनी खोल कर चुदती रहेगी ।
मैं सोचा की जब अनिल मेरी बीबी चोड़के झूठा कर ही देगा क्यों न सीमा को भी चोद देता हूँ
फिर मैंने सीमा को अंधेरे में ही घुमा दिया और पायजामा ढीला कर नीचे उतार दिया
लण्ड को उसके गांड के क्लीवेज पर रख सहलाता रहा
जो सेक्स में शिवानी के साथ नही कर पाया वो मैं सीमा के साथ करने की सोच रहा था,
जब मेरा लण्ड अपने पूरे शबाब पर था तो मैंने धीरे धीरे सीमा के गांड के छेद पर लण्ड रखा
तो सीमा बोली अनिल मैंने आपको बोला हुआ है न
किमुझे इसमे दर्द बहुत होता है मैं बिना कुछ बोले सब छोड़ कर अलग हट गया
और नाटक करने लगा की जैसे नराज हूँ
सीमा थोड़ी देर तो रुकी फिर मेरे ऊपर आ गई और बोलने लगी
अनिल जी ऐसे करोगे तो माता पिता कैसे बनेगे ?
इतना बोलने के वो मेरे लण्ड को अपने मुंह में लिया और चूसने लगी जैसे जैसे लण्ड शबाब में आया तो मेरा पूरा लण्ड उसके मुंह को कवर कर लिया
फिर मैंने उसको अपने ऊपर किया और अपने हाथों से उसके चूचियो को दबाने लगा
माँ कसम यार
चूचिया ऐसी थी मानो जैसे तरबूजा
बड़े बड़े और रुई जैसे सॉफ्ट चेरी जैसे निप्पल मन तो किया कि चूस लू आम के रस को
फिर ख्याल आया जल्दबाजी नही करना इसका रस धीरे धीरे पिने में मजा आएगा ।
फिर मैंने उसको थोड़ा उठाया और अपना लण्ड उसके गांड के छेद पर रखा वो फिर मना करने लगी मैंने बिना कुछ बोले उसको अपनी तरफ खिंचा और उसके ऊपर चढ़ गया और सबसे पहले उसके होठो को अपने होठों से चूसने लगा वो समझी के मैं मान गया हूँ
लेकिन मेरा इरादा कुछ अलग था
पहले मैंने उसकी गांड ऊपर उठाई और अपने लण्ड को फिर छेद पर रखा और बिना देर करते हुए एक धक्का मारा
मेरा आधा लण्ड उसके गांड में जा चूका था उसकी चीख भी निकली लेकिन मैं अब इसके साथ नरमी नही बरतने वाला था
मैंने फिर एक बार लण्ड बाहर निकाला और छेद पर रख दोबारा एक धक्का मार दिया इस बार वो और तेज चीखी मेरा लण्ड भी पूरा अंदर जा चूका था
सीमा – अनिल जी बस करो, दर्द होता है बहुत
मैं – प्लीज(दबी आवाज में) करने दो यार मजा आ रहा है ।
सीमा – आपके आवाज को किया हुआ जी ?
मैं – वो कोल्ड ड्रिंक पिया था न ट्रैन में इसलिए गाला बैठ गया है ।
सीमा – ओके लेकिन प्लीज मेरी गांड तो मत मारो दर्द होता है बहुत
मैं – आज भर प्लीज इसके बाद नही ।