ठरकी पापा की ख़ूबसूरत बेटी

इसके बाद मैं जब वापस कमरे मैं पहुँचा तो डिंपल बोली पापा वो दूध वाला क्यूँ आया था,मैने बोला कि वो दूध की बात कर रहा था.तो वो बोली पापा इससे दूध मत लेना इसकी नियत ठीक नही है.इसका चक्कर कई औरतों के साथ चल रहा है,आपकी वो डिंपल आंटी के साथ भी.

मैं बोला लेकिन अनु बेटा वो बहुत ज़िद कर रहा था दूध के लिए कि अच्छा दूध दूँगा तो मैने उससे 01 लीटर के लिए बोल दिया है,आज शाम से ले लेंगे,हमे क्या करना है हमें तो दूध से मतलब.वो बोली पापा ठीक है लेकिन ये बहुत बदतमीज़ है,जब कभी भी ये मुझे रास्ते में मिलता है तो बहुत घूर घूर कर देखता है.इस पर मैं अनुष्का को लिप किस करते हुए बोला कि मेरी अनुष्का है ही इतनी खूबसूरत कि किसी की भी नज़र रुक जाए.इस पर वो मुस्कुरा दी.

इसके बाद मैने सोचा कि अनुष्का को विनोद(दूधवाला) के लिए कैसे तैयार करूँ,मैने एक प्लान सोचा कि रात को जब वो दूध देने आएगा तो मैं उसके लिए गेट खुला छोड़ दूँगा और उस समय मैं अनुष्का को चोद रहा हुंगा.बस अनुष्का को तैयार होना ही पड़ेगा.मैने विनोद को अपना प्लान बता दिया और प्लान के मुताबिक वो ठीक 0800 बजे मेरे घर आ गया.मैं और अनुष्का उस समय बिल्कुल नंगे थे और अनुष्का मेरे उपर थी मैं लेटा हुआ था.अनुष्का का मूह गेट की तरफ ही था.जैसे ही अनुष्का ने उसे देखा अनुष्का रोंगटे खड़े हो गये.

विनोद के मूह पर एक अजीब सी मुश्कुराहट थी,विनोद जान बूझकर बोला अच्छा तो ये काम चल रहा है अंकल जी.इसलिए सुबह दूध के लिए मना कर रहे थे अपनी ही बेटी का दूध पी रहे हो तो तुम्हें दूध की क्या ज़रूरत.कॉलोनी वालों को बुलाता हूँ आपकी करतूत,मेरी अफवाह तो ऐसे ही उड़ा रखी है कॉलोनी में

.इस पर मैं बोला नही भाई ऐसा मत करना हम तुम्हारे सामने हाथ जोड़ते हैं.तो वो बोला नही अंकल जी कॉलोनी वालों को तो पता चले कि यहाँ क्या क्या होता है.इस पर मैं फिर बोला प्लीज़ रहने दो भाई.मैने अनुष्का को इशारा किया कि वो भी उससे रिक्वेस्ट करे.अनुष्का उसके थोड़ा नज़दीक पहुँचकर बोली भैया प्लीज़ मान जाओ हम से ग़लती हो गयी.इस पर वो बोला नही बिल्कुल नही.मैं उसके पैर पड़ गया और अनुष्का को भी इशारा किया.हम दोनो ही उसके पैरों पर पड़ गये.

अब उसने मेरी बेटी को उठाते हुए बोला की ठीक है अगर तुम कहती हो तो मान जाउन्गा लेकिन एक बार मुझे भी चाहिए.इस पर अनुष्का के मूह से बहुत गुस्से में निकला हरगिज़ नही,बिल्कुल नही.मैने भी विनोद से बोला तुम्हें पैसा चाहिए तो बोलो.वो बोला मुझे पैसा नही चाहिए मुझे अगर तुम्हारी बेटी नही देना चाहती तो मैं बाहर से कॉलोनी वालों को बुलाता हूँ और बाहर गेट की तरफ बढ़ने लगा.मैने उसे रोका और बोला रूको एक मिनिट और अनुष्का से बोला बेटी इसको एक बार देदे नहीं तो हमारी बहुत बदनामी होगी,रिश्तेदारों को भी पता चलेगा,प्लीज़ मान जाओ.उसकी आँखें नम हो गयी और बोली ठीक है,पापा लेकिन सिर्फ़ एक बार.

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विनोद बहुत खुश हुआ और मुझसे बोला अंकल जी जाओ आप जब तक दूध गरम करके लाओ 3 ग्लास.मेरी किचन उस रूम के पास ही है वहाँ से उस रूम का सब कुछ दिखता और सुनाई देता है मैने अंडरवेर पहना और जैसे ही मैं किचन मे गया मैने देखा विनोद बेड पर लेटा है और अनुष्का उसके पास बैठी है ,विनोद ने अपने सारे कपड़े उतार दिए और अपना 4इंच मोटा और 8 इंच लंबा लंड उसके हाथ में पकड़ा दिया.उसका लंड मेरे लंड से काफ़ी बड़ा और तंदुरुस्त था.उसने अनुष्का को उसे अपने मूह में लेने का इशारा किया.तो वो बोली प्लीज़ मुझे उल्टी हो जाएगी.विनोद बोला लॉलिपोप समझ कर लेलो,बोलते बोलते विनोद ने उसके सर को सहारा देकर अपना लंड उसके मूह में दे दिया.

अनुष्का धीरे धीरे उसे चूसने लगी और विनोद उसके बूब्स को दबाने लगा,वो उससे लंड को चुस्वाता रहा.उसने मुझे आवाज़ लगाई अंकल जी दूध गरम हुआ तो ले आओ थोड़ा गुनगुना ही लाना,शुगर डालकर. दूध गरम हो चुका था,मैं चीनी डालकर 3 ग्लास मे ले गया.विनोद ने एक ग्लास उठाया और अनुष्का की तरफ बढ़ाया उसने गुस्से से मूह सिकोड लिया और बोली नही चाहिए.इस पर विनोद बोला अंकल जी आप ही समझाओ.मैं बोला पी ले बेटी.तो अनुष्का ने ग्लास को पकड़ने के लिए हाथ बढ़ाया मगर विनोद बोला नही मैं ही पिला देता हूँ.और जैसे ही अनुष्का ने एक घूंठ पिया उसी ग्लास से एक घूंठ उसने पिया.फिर एक घूंठ अनुष्का को और एक घूंठ विनोद.मेरे पास अब भी दो ग्लास थे विनोद बोला अंकल जी आप भी पिलाओ ऐसे ही मैने भी अनुष्का को अपना झूठा दूध पिलाया.

वो मेरे ग्लास वाला दूध आराम से पी रही थी.जब दोनो ग्लास ख़तम हो गये तो उसने तीसरा (3र्ड ) ग्लास अनुष्का के हाथ में पकड़ा दिया और उससे बोला इस ग्लास को हम दोनो को पिलाओ.उसने ऐसा ही किया लेकिन अनुस्का का प्यार मेरी तरफ अलग ही था दूध पिलाने में.

विनोद बोला अंकल जी अपनी बेटी को समझाओ कि मेरे साथ भी आप जैसे ही बिहेव करे,अगर सब कुछ प्यार से होगा तो बड़ा मज़ा आएगा इसको भी और मुझे भी और ज़बरदस्ती से तो मज़ा भी नही आएगा और दर्द भी होगा.अगर ये चाहे तो आप भी यहाँ रह सकते हो सिर्फ़ एक शर्त पर कि ये मेरा साथ ऐसे ही दे जैसे आपके साथ कर रही थी.इस पर मुझसे पहले ही अनुष्का बोल पड़ी पापा आप भी यही रहो.विनोद बोला ठीक है आप भी अपने कपड़े उतार लो और मैं भी नंगा हो गया.

इस समय अनुष्का बेड पर बीच मे थी और एक तरफ मैं और एक तरफ विनोद उसने लंड को फिर से चूसने का इसरा किया.अनुष्का अब एक बार विनोद के लंड को चुस्ती और एक बार मेरे लंड को.करीब 05 मिनिट के बाद विनोद ने उसको बिस्तर पर लिटा दिया एक बूब्स पर वो मूह मारने लगा और दूसरी पर मुझे लगने का इशारा किया.इस क्रिया से अनुष्का के मूह से आवाज़ें निकलने लगी उसको अलग अलग बूब्स के चूसने से शायद काफ़ी मज़ा आ रहा था.मैने अपना एक हाथ उसकी चूत पर लगाया तो महसूस किया कि उसकी चूत काफ़ी पानी छोड़ रही है,यानी कि उसको खूब मज़ा आ रहा है.विनोद थोड़ी देर बाद ही उसकी दोनो जांघों के बीच में पहुँच गया और उसकी चूत को चूसने लगा,अब मैं उसके बूब्स पर और विनोद उसकी चूत पर था.अनुष्का अपने शरीर को बुरी तरह से नागिन की तरह बाल खा रही थी,इससे लगता था कि उसको काफ़ी मज़ा आ रहा है.

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विनोद भी ये समझ चुका था.वो उठा और अनुष्का से बोला क्यूँ जानेमन मज़ा आ रहा है.अकेले पापा से चुदने में मज़ा है या दोनो से.वो चुप ही रही और लंबी लंबी साँसे लेती रही.विनोद फिर बोला एक बात बताओ तो सही अगर सही बता दोगि तो हम और प्रयास करके तुमको खूब मज़ा देंगे,मैं फिर बोला अच्छा लगा हां या ना कुछ तो बोलो.अनुष्का धीरे से बोली हां.वो फिर बोला अच्छा या बहुत अच्छा.वो इस पर मुस्कुरा दी तो विनोद बोला मैं समझ गया लेकिन तुम साथ दोगि तो तुम्हें बहुत मज़ा आएगा.बोलो दोगि साथ.चाहिए खूब मज़ा,अनुष्का ने हां में सिर हिला दिया.

अब मैने और विनोद दोनो ने ही अनुष्का को एक आदमी बूब्स पर और एक आदमी चूत पर अदला बदली करके लगे रहे चूस्ते और चाटते रहे.विनोद बोला अंकल जी कोई क्रीम है तो ले आओ.मैने बोला लाता हूँ.मैं जैसे ही उठा तो अनुष्का ने पहली बार विनोद से बात करते हुए पूछा,क्रीम किस लिए,इस पर विनोद बोला लाने तो दो तब बताउन्गा.मैं तो समझ गया था कि इसका प्लान पीछे से गान्ड मारने का है.

जैसे ही मैं वापिस आया मैने देखा उसने अनुष्का की दोनो टाँगें उपर की हुई हैं और अपना लंड डालने वाला है.उसने जैसे ही अपना लंड उसकी चूत के मुहाने पर रखा अनुष्का बोली प्लीज़ धीरे से करना तुम्हारा काफ़ी बड़ा है.इस पर वो बोला तुम्हारे पापा से भी बड़ा.तो वो फिर मुस्कुरा गयी. विनोद बोला ओके जान धीरे ही करूँगा.और उसने वास्तव में आराम से ही किया और अनुष्का से बीच बीच मे पूछता भी रहा कि कोई तकलीफ़ हो तो बता देना.अनुष्का को सुरू में थोड़ा सा दर्द हुआ मगर वो उसका लंड भी झेल गयी,थोड़ी देर बाद जब वो झड़ने वाला था तो उसने अपना लंड बाहर निकाल लिया और खुद बिस्तर पर पीठ के बल लेट गया और अनुष्का से अपने उपर आने को बोला.अनुष्का उसके उपर सवार हो गयी.

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