थैंक यू दामाद जी

मेरा नाम रूपा है 42 साल की हूँ पर मैं 25 से कम की नहीं दिखती हूँ। मैं बहुत ही ज्यादा सेक्सी और हॉट हूँ। मुझे एडल्ट फिल्म देखना और नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर सेक्स कहानियां पढ़ना बहुत ही अच्छा लगता हैं। मैं मॉडर्न होने के साथ साथ भारतीय परम्परा को भी अच्छे से निभाती हूँ। मैं अच्छी माँ हूँ। मैं अपने दम पर अपनी बेटी को आई आई टी में पास करवाई हूँ और इंजीनियर की डिग्री दिलबाई हूँ। पति से मेरी तलाक आज से अठारह साल पहले ही हो गई हैं। हम दोनों ही घर पर रहते थे पर अब मैं अकेली हो गई हूँ। मैं दिल्ली में रहती हूँ

छह महीने पहले ही मैंने अपनी बेटी की शादी की हूँ। मेरा दामाद नीरज बंगलौर में रहता है और मेरी बेटी भी बंगलौर में रहती है। दोनों सॉफ्टवेयर कंपनी में काम करते हैं। एक दिन नीरज कंपनी काम से दिल्ली आया एक सप्ताह के लिए। वो मेरे साथ ही रहने लगा। वो होटल में रहने की जिद कर रहा था मैं ही बोली यही रह हो मेरा भी मन लग जायेगा।

शनिवार के दिन हम दोनों मार्किट गए नीरज खूब शॉपिंग करवाया। रात को बाहर ही खाना खाये और देर रात वापस आये। मैं वापस आकर नहाने बाथरूम में चली गई। वो टीवी देख रहा था। अचानक मेरे बाथरूम का दरवाजा नीरज खोल दिया मैं अंदर शावर में नहा रही थी। नंगी थी। मैं रोजाना योग करती हूँ इसलिए मेरा शरीर फिट है। नीरज आँखे फाड़फाड़ कर मुझे देखने लगा। और अनायास ही उसके मुँह से निकल गया वाओ मम्मी जी आप तो अपनी बेटी को भी फेल कर रही हो। क्या बॉडी है आपकी। ओह्ह्ह मुझे नीरज के दिए कॉम्पलिमेंट अच्छे लगे। मैं बोली तो क्या चाहते हो ? इरादे तो ठीक है। नीरज बोलै चाहता तो बहुत कुछ हूँ पर आपके पर्मिशन के बिना तो मैं बोली दे दी अब बोल।

नीरज अंदर आ गया और वो भी शावर में भीगने लगा। नीरज मेरे होठ को अपने होठ से छूने लगा। मैं उसके तेज सांस को महसूस कर रही थी। मेरे भी आँख बंद हो गए और कब नीरज को आगोश में ले ली मुझे भी पता नहीं चला। और दोनों लम्बी किश जो करीब 10 मिनट तक का था चलता रहा। फिर नीरज निचे झुक गया और बड़े ही प्यार से मेरे बूब्स को पकड़ कर हौले हौले दबाने लगा और फिर निप्पल अपने मुह में लेकर पिने लगा।

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अब मेरी सिसकारियां निकलने लगी। वो धीरे धीरे वाइल्ड हो गया अपने कपडे उतार दिया। मैं हैरान हो गई इतना मोटा लौड़ा और इतना लंबा। मैं बोली क्या मेरी बेटी इतने मोटे लौड़े को बर्दाश्त कर लेती है। वो हसने लगा और बोला आज आप पहले देखिये आपको कैसा लगेगा। तो मैं बोली आज तो मुझे चाहिए ही मैं तो दीवानी हो गई हूँ नीरज। अब और और भी पगला गई हु इतने मोटे लौड़े को देखकर।

नीरज मुझे उठाकर बैडरूम में ले गया दोनों नंगे थे पर भीगे हुए थे। उसने मेरे दोनों पैरों को उठादिया और बिच में बैठ गया मेरी छूट में ऊँगली करने लगा। करीब पांच मिनट तक तेज तेज से अंदर बाहर करने लगा मैं सिसकारियां ले रही थी। मेरे रोम रोम खड़े हो रहे थे मैं अपनी चूचियाों को अपने ही दबा रही थी। और आवाज निकाल रही थी।

तभी नीरज ऊँगली निकाल कर वो मेरी चूत को चाटने लगा और बोला आप दोनों माँ बेटी की चूत बहुत ही जायदा नमकीन है। दोनों का सेम मजा है। वो पहले पांच मिनट तक ऊँगली करता फिर जब चूत पानी छोड़ता तब वो पि जाता चाट जाता।

उसके बाद वो अपना लंड मेरे चूत पर लगाकर अंदर डाल दिया पर चूत मेरी टाइट हो गई थी इसलिए अंदर आराम से जा नहीं रहा था। वो फिर से कोशिश किया और अपना पूरा लौड़ा मेरी चूत में डाल दिया। मैं बैचेन हो गई। दर्द भी हो रहा था और मजा ही आ रहा था। वो जोर जोर से मुझे चोदने लगा। मैं भी कमर उठा रही थी ताकि सही झटके लगे और वो भी जोर जोर से दे रहा था। मेरी चूचियों को जोर से दबाता मेरे गोर बदन पर उसकी उँगलियों के निशान बन जाते। आप ये कहानी नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं।

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वो फिर मुझे उलट दिया, मेरी गांड का वो दीवाना था जैसा को वो कह रहा था गांड जरूर देना मैं आपके चूतड़ का दीवाना हूँ माँ। और वो मेरी गांड में लौड़ा डालने लगा पर जा नहीं रहा था उसने अपने लौड़े में थूक लगाया और मेरी गांड पर भी लगाया और जोर से पेल दिया मैं छिलमिला उठी दर्द होने लगा वो शांत हो गया और दर्द से कराह उठी। वो धीरे धीरे से मेरी पीठ को सहलाया और फिर सॉरी बोला। मैंने कहा कोई बात नहीं अब धीरे धीरे मार दो गांड।

वो धीरे धीरे डालने लगा और पांच मिनट में ही वो जोर जोर से देने लगा। दोस्तों दोनों को पूरी संतुष्टि मिली और उस रात तीन बार मेरी चुदाई की थी नीरज ने। दूसरे दिन से तो क्या कहना रिश्ते ही चेंज हो गए थे। मैं फिर से जवान हो चुकी थी। अठारह साल बाद। मैं सोच ली अठारह साल की हुई हूँ।

दोस्तों सात दिन तक खूब मजे किये हम दोनों ने। पर ये खुशियां ज्यादा दिन तक नहीं रहा जैसा नीरज साथ दिन के लिए ही आया था और वो वापस चला गया। पर मुझे आदत लगा गया चुदाई का अब मैं बिना लौड़े के नहीं रह पाऊँगी। अब मुझे लग रहा है शादी कर लूँ या किसी की रखैल बन जाऊं या फिर किसी लड़के को पटा लूँ ताकि वो मेरी चुदाई कर सकते। मैं दिल्ली में रहती हूँ। अगर लगता है आपमें से कोई जो हिंदी पोर्न कहानी डॉट कॉम पर सेक्स कहानी पढ़ने आते हैं उसमे दम है मुझे चोद के खुश करने का तो आप आमंत्रित हैं।

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