गतान्क से आगे…………………
निधि नंदिनी को छोड़ कर अमित की तरफ मूड गयी और उसके सामने अमित बिल्कुल नंगा अपना खड़ा लंड लिए खड़ा था. अमित एक बार फिर चोदने के मूड मे था.निधि ने अमित के चुतड को अपने दोनो हाथों से पकड़ कर अपना मुँह उसके लंड पर रगड़ने लगी. अमित का लंड अब भी नीता की चूत की चुदाई से भीगा हुआ था. अमित भी निधि को अपने दोनो हाथों मे बाँध कर चूमने लगा. अमित का हाथ निधि के नंगे सेक्सी शरीर पर घूम रहा था, उसका हाथ निधि की चूंची पर गया और वो उन तनी तनी चूंचियों को अपने हाथों मे ले कर मसल्ने लगा. निधि अपनी चूंचियों पर अमित का हाथ पड़ते ही और जोश मे आ गयी और अपना हाथ अमित के लंड पर रख दी. अमित का लंड निधि की मुट्ठी मे आते ही अमित निधि की एक चूंची अपने मुँह मे भर कर चूसने लगा और दूसरी चूंची अपने हाथ मे लेकर उसकी निपल मसल्ने लगा. थोड़ी देर तक निधि अमित के लंड को अपने हाथों मे लेकर उसका सुपाड़ा खोला और बंद किया फिर एका एक उसने सुपाडे को अपने मुँह मे भर कर चाटने लगी. जैसे ही निधि ने अमित का लंड अपने मुँह मे लिया वैसे ही अमित
खड़े खड़े अपनी कमर हिला कर अपना लंड निधि के मुँह के अंदर पेला और बोला, “ले ले मेरी रानी, मेरा लंड अपने मुँह मे लेकर इसको खूब चूसो फिर बाद मे मैं इसको तुम्हारी चूत मे डाल इससे तुम्हारी चूत को
चुसूंगा.” निधि अपने मुँह से अमित का लंड निकाल कर बोली, “बस सिर्फ़ हमारी चूत से ही अपना लंड चुस्वाओगे, गान्ड से नही? मैं तो तुम्हारा लंड अपनी चूत और गान्ड से खाउन्गी. क्या तुम मुझको अपना लंड दोनो छेदो से खिलाओगे ना?
थोड़ी देर के बाद, अमित ने निधि को पलंग पर ले जाकर चित कर के लेटा दिया और उसके पैरो के पास बैठ कर उसकी शलवार को खोलने लगा. शलवार खोलने मे निधि ने अमित को मदद किया और अपने चुतड को उठा
कर अपनी शलवार को अपनी गान्ड से नीचे कर के अपने पैरो से अलग कर दिया. फिर अमित ने निधि की पैंटी भी उतार दी और उसकी पैंटी उतर ते ही निधि की गुलाबी कुँवारी छूट उसकी चमकती चिकनी जाँघो के
बीच चमकने लगी. निधि की गुलाबी चूत को अमित अपना दम साधे देखने लगा और अपनी जीव होंठों मे फेरने लगा. अमित ने झुक कर निधि की चूत पर चुम्मा दिया और अपनी जीव निकाल कर उसकी छूत की
घुन्डी को तीन-चार बार चाट दिया. फिर अमित ने निधि की टाँगो को फैलाया और उपर उठा कर घुटने से मोड दिया और अपना लंड निधि की चूत के दरवाजे पर रख दिया. थोड़ी देर के बाद अमित अपना लंड
निधि की चूत के उपर रगडने लगा और निधि मारे चुदास के अपनी कमर उठा उठा कर अमित का लंड अपनी चूत मे लेने की कोशिश करती रही. जब निधि से नही रहा गया तो वो बोली, “अब क्यों तड्पाते हो, कब्से तुम्हारा लंड अंदर लेने के लिए मेरी चूत बेकरार है और तुम अपना लंड सिर्फ़ मेरी चूत के उपर उपर ही रगड़ रहे हो. अब जल्दी करो और मुझको चोदो, फाड़ दो मेरी कुँवारी चूत को. आज मैं लड़की से औरत बनना चाहती हूँ, अब ज़्यादा परेशान मत करो. जल्दी से मुझे चोदो और मेरी चूत की आग को बुझाओ.” निधि की इतनी सेक्सी मिन्नत सुनते ही अमित एक तकिया बेड से उठा कर निधि के चुतड के नीचे लगा दिया, जिससे की निधि की चूत और उपर हो गयी और खुल गयी. तब अमित ने एक ज़ोर दार धक्का अपने लंड से निधि की चूत मे मारा और उसका पूरा लंड निधि की चूत मे जड़ तक घुस गया. निधि के मुँह से चीख निकल गयी और उसकी चूत से खून निकलने लगा, लेकिन उसे इस बात का पता ही नही चला. निधि ने अमित को जोरो से जाकड़ लिया और अपनी टाँगे अमित की कमर पर कस ली. अमित निधि की एक चूंची चूस्ते हुए एक हाथ से दूसरी निपल को मसल्ने लगा. धीरे धीरे निधि का दर्द कम होने लगा और उसकी गर्मी फिर बढ़ने लगी जिससे कि वो अपनी कमर उपर नीचे करने लगी. अमित ने भी अब अपनी कमर चला कर निधि की चूत मे अपना लंड अंदर बाहर करने लगा. थोड़ी देर के बाद निधि बोली, “क्या कर रहे हो? और ज़ोर से चोदो मुझे, आने दो तुम्हारा पूरा लंड मेरी चूत मे. मेरी चूत मे अपना लंड जड तक पेल दो. और ज़ोर ज़ोर से धक्का मारो.” ये सुनते ही अमित ने चुदाई फुल स्पीड से शुरू कर दी और बोलने लगा, “क्या मेरी रानी, चुदाई कैसी लग रही है. चूत की आग बुझ रही है कि नही?” निधि नीचे से अपनी कमर उछालते हुए बोली, “अभी बात मत करो और मन लगा कर मेरी चूत मारो. चुदाई के बाद जितना चाहे बात कर लेना, अभी मुझे तुम्हारा पूरा का पूरा लंड मेरी चूत को खिलाओ. इस समय मेरी चूत बहुत भूखी है और उसको बस लंड की ठोकर चाहिए.” अमित और निधि इस समय एक दूसरे को ज़ोर से अपने हाथ और पैर से जकडे हुए थे और दोनो फुल स्पीड से एक दूसरे को अपने अपने लंड और चूत से धक्का मार रहे थे. पूरे कमरे मे उनकी सिसकियाँ और चुदाई की आवाज़ गूँज रही थी. निधि की चूत.
बहुत पानी छोड़ रही थी और इसी लिए उसकी चूत से अमित के हर धक्के के साथ बहुत आवाज़ निकल रही थी. निधि अचानक बहुत जोरो से अपनी कमर उछालने लगी और वो फिर निढाल हो कर बिस्तर पर अपने
हाथ पैर फैला कर ढीली पड़ गयी. निधि अब झड चुकी थी और उसमे और चुदने की हिम्मत नही थी. अमित ने भी निधि के झड जाने के बाद ज़ोर दार चार-पाँच धक्के लगाए और निधि की चूत मे अपना
लंड घुसेड कर निधि के उपर गिर गया. अमित भी झड चुका था और अब वो निधि के उपर आँख बंद करके लेटा था और हाँफ रहा था. थोड़ी देर के बाद अमित ने अपना लंड निधि की चूत से बाहर निकाला और. लंड के बाहर निकलते ही निधि की चूत से ढेर सारा सफेद गाढ़ा गाढ़ा पानी निकलने लगा.