घरवाली और बाहरवाली भाग 3
“यस …. जल्दी से…. ओह यस …मजा आ रहा है ….. सो गुड. ओह तुम्हारा बड़ा लंड बड़ा प्यारा है गौरव… पेल दो इसे …. छोड़ दो मुझे…मुझे चोदो……. फक…फक…” थोड़ी देर में जब आवाजें आनी बंद हो गयीं, गौरव बोला, “ओह कविता, कपडे वापस पहनने की जरूरत नहीं है. चलो वापस विवेक और रेनू …