फूफी फरहीन के साथ कमुक्त भाग 5
फूफी फ़रहीन और मेरे दरमियाँ जिस्मानी ता’अलुक़ात क़ायम होने से मेरे लिये इन्सेस्ट के मवाक़े और ज़ियादा बढ़ गए थे. उनके रवये से भी लगता था के वो अब मुझ से चूत मरवाती रहें गी. लेकिन जैसा के मैंने पहले बताया अब उनकी गांड़ मारने का मरहला दरपाश था और मुझे फॉरी तौर पर इस …