है दोस्तो मेरा नाम अतुल है और मैं ब.टेक के लास्ट एअर मे हूँ. में हॉस्टिल मे रहेता हूँ और मेरा लंड 8 इंच लंबा है. मेरी यह सेक्स कहानी एक सेक्सी पंजाबी आंटी के साथ की है. यह पंजाबी आंटी का नाम डिपी है और वा हमारे हॉस्टिल के सामने रहेती है.
डिपी आंटी की उमर मुश्किल से 30 की होगी, उसका पति कुलबीर हॉस्टिल के लड़को के लए तिफ्फ़िं सर्विस देता था और आंटी उसके इस काम मे मदद करती थी. आंटी का एक बेटा है जिसकी उमर कुछ 1-2 साल की थी. आंटी अपनी उमर के हिसाब से बहुत सेक्सी थी. आंटी की गांद मस्त बड़ी थी और मुझे उसके उपर हाथ फेरने की फॅंटेसी लगी रहेती थी. मेरा हॉस्टिल आंटी के घर के सामने ही है इसलिए में आंटी के वाहा ही खाने जाता हूँ, क्यूंकी मुझे तिफ्फ़िं से खाना अच्छा नही लगता. डिपी आंटी की गांद भी उस बहाने देखन को मिल जाती है. आंटी भी हमारे साथ मज़ाक मस्ती कर लेती है. ए तब की बात हैं जब हमारे इंटर्नल एक्षमास चल रहे थे. सभी लड़के तिफ्फ़िं मँगवाते थे और में और दूसरे एक दो लड़के ही इस सेक्सी पंजाबी आंटी के घर खाने आते थे. मैं लाते हो गया था ख़ान एके लए. मैं जैसे घर मे घुसा मैने कुलबीर अंकल को स्कूटर पर ढेर सारे तिफ्फ़िं बाँधते हुए देखा. मैं घर मे गया और देखा की सेक्सी पंजाबी आंटी टेबल सॉफ कर रही थी. उसकी गांद इधर उधर हिल रही थी, उसने अपना दुपट्टा कमर पे बँधा हुआ था और उसके कुलो के उपर उसका दुपट्टा और भी सेक्सी लग रहा था. मेरे मान मे हुआ की मैं इस आंटी को पिच्चे से पकड़ के लंड पूरा छूट और गांद मे दे डून. तभी आंटी पिच्चे मूडी अओर बोली,
“अर्रे, आप तो बहुत लाते आअए हो आज. क्या बात है गर्लफ्रेंड घूमने गये थे क्या.”
मैने कहा, “अरे आंटी जी हमारी इतनी किस्मेट कहा. आप जैसे नसीब होते तो हम दुखी थोड़े होते.”
डिपी आंटी बोली, “चल हाथ धो, मैं राजमा चावल लगती हूँ. ”
मैं टेबल के उपर बैठ गया और आज पहेली बार आंटी मेरे सामने बैठी थी. वैसे तो इस सेक्सी पंजाबी आंटी के गांद के दर्शन तब होते ही थे जब वो रोटी देने टेबल तक आती थी. आज मैने इतने करीब से उसके स्तन और होंठो को देखा था. मस्त रसीले होंठ थे. मैं ना चाहते हुए भी उसकी बड़े बड़े स्तन को देख लेता था. यह आंटी का फिगर मस्त था…बड़े चूनचे, पतली कमर और फिर बड़ी गांद…वैसा जैसे मॉडेल और आक्ट्रेस का होता है. एक बच्चे की मा तो यह बिल्कुल नही लगती थी. मेरा ध्यान ख़ान एके बदले उसी की तरफ था. तभी यह सेक्सी पंजाबी आंटी बोली,
“क्यूँ रे अतुल, सच मे तेरी कोई गर्लफ्रेंड नही है.”
“नही आंटी आप ही कोई सेक्सी पुनबी कूदी से मेरा सेट्टिंग करा दो ना. वैसे भी मे देल्ही मे रहे रहे कर पुनआजबी मे बात कर्मा सिख गया हूँ.”
आंटी: “अरे सेक्सी पंजाबी कूदी तेरे बस की नही है. संभाल नही पाएगा. ”
मैने कहा, “आंटी माना सेक्सी पंजाबी लड़किया मदमस्त होती है मगर हम हरियाणा वेल भी कुछ कम नही होते. ”
आंटी हँसी और बोली, “और रोटी लेगा अतुल.”
मैने कहा, “नही आंटी, थॅंक्स.”
मुझे लगा की यह डिपी आंटी भी सेक्सी पंजाबी वाली बात ए थोड़ी उत्तेजित हो गैट ही. मैने उसे कहा “आंटी सॉंग तो लगाओ यार.”
उसने टीवी ओं किया और फेविकोल से गाना बजने लगा. मैने आंटी को कहा. “आंटी यह गाने का मतलब क्या होता है. ” वैसे मुझे पता था की यह दो मतलबा गाना था.
सेक्सी पंजाबी आंटी बोली, “अच्छा…बेटा हुंसे होंशियारी. तुम कोल्लगे के लड़को को सब पता रहेता है. तू ही बता दे मुझे मतलब.”
मैं हंस पड़ा और मैने चावल के उपर राजमा डाल और खाने लगा. आंटी मेरे सामने अलग तरीके से देख रही थी. मुझे पहेले तो कुछ अजीब नही लगा..हन मेरा लंड ज़रूर आंटी की छूट मे जाने को बेताब था. ताभी मुझे लगा की आंटी अपने पाव मेरे पाव से स्पर्श कर रही है. मैने ऐसे आक्टिंग की के मुझे कुछ पता ही नही. आंटी अब धीरे से मेरी टॅंगो को साइड से सहलाने लगी. मैने उसकी तरफ देखा. हू बोली, “कूच छाईए अतुल…!”
मैने कहा, “आंटी दे दे आप जॉब ही देना चाहे.”
वो ज़ोर से हँसी अओर बोली, “आजा आज में भी हरियाणा की ताक़त देख ही लून.”
मैने चंच वही रख दी. सेक्सी पंजाबी आंटी उठी और हू सोफे की तरफ़ चली. मैने चलती हुई आंटी को पिच्चे से पकड़ लिया. आंटी बोली, “अरे रुक तो सामने खिड़की खुली है. तेरे हॉस्टिल से कोई देख लेगा.” उसने खिड़की को ढँका और हू आके सीधे मुझे लपट गई. मेरा लंड उसकी छूट के उपर आड़ रहा था और उसके सखत स्तन मेरे सिने पे. मेरे हाथ उसके पूरे बदन पर घूमने लगे और सेक्सी पंजाबी आंटी भी मेरे हाथ से मेरा हाथ उसके स्तन पर दबाने लगी. मैने आंटी के कपड़े उतार दिए. वा मेरे सामने केवल ब्रा पनटी मे थी. मेरा लंड उत्तेजना के सातवे आसमान पेट था. आंटी बोली, “अतुल, टब ही उतार दे कपड़े.”
मैने इस सेक्सी पंजाबी को कहा, “आंटी आप ही मेरे कपड़े एक एक करके उतारो ना प्लीज़.”
आंटी हंस पड़ी और उसने मेरे शर्ट का एक एक बटन खोला और उसे धीमे से उत्तारा. उसने बनिया उत्ाअरी और फिर मेरे लंड को बागेर पंत उतारे उपर से दबाने लगी. मेरा लंड कब से खड़ा हो चक्का था, आंटी ने धीरे से पंत को बटन खोली और जीन्स उत्तर दी. उसने अंडरवेर उत्ाअरी और मेरा लंड खुली हवा मे आ गया. उसने लंड को हाथ मे ले के कहा, “अतुल, हरियाणा का लॉडा तो टाइट लगता है. लेकिन मेरी पंजाबी छूट के सामने टीकेगा नही.”
मैने आंटी के दोनो स्तन हाथ मे ले लए और इसके पहेले के वो कुछ और बोले उसके मुहन से अपना मुहन लगा दिया. आंटी मेरे होंठो क्को चूसने लगी अओर मैं उसके चूनचे दबाता हुआ उसके होंठो को. आंटी के शरीर से खाने की ही स्मेल आ रही थी. कुलबीर अंकल शायद खुद भी दिन भर काम करता था और इस सेक्सी पंजाबी आंटी से भी दिन भर काम करवाता था. कुलबीर याद आते ही मैने आंटी को कहा, “आंटी जल्दी करो अंकल आ गया तो मेी गांद मे तलवार दे देगा….!”