पति को ऑफिस भेज सहेली के पति को बुलाती हूं चोदने

cheating wife sex story, friends husband sex, friends wife sex story in Hindi : मेरा नाम सोनालिका है। मैं बहुत ही हॉट और सेक्सी औरत हूं। मुझे अलग-अलग मर्द बहुत पसंद है जो मुझे सेक्स में संतुष्ट कर सके। मेरे पति में यह काबिलियत नहीं है वह मुझे खुश कर सके। वह कभी भी आज तक सेक्स में संतुष्ट नहीं कर पाए इसलिए मेरा ध्यान मेरी सहेली का पति के तरफ चला गया और मैं उनको अपने जाल में फसाने लगी। वह जल्द ही मेरे काबू में आ गए और मेरे पर जान छिड़कने लगे।

मैं अपने जिस्म की नुमाइश कर करके अपने तरफ मोर ले ज्यादा से ज्यादा पार्टियां करने लगी अपने घर पर वह लोग भी आते थे मेरे घर पर पति पत्नी कभी-कभी हम पति-पत्नी भी उनके आ जाते थे पार्टी करने पर इन सभी का बस एक ही मकसद था मुझे अपने सहेली के पति से सेक्स करना।

मैं बहुत जल्द ही कामयाब हो गई। 1 दिन की बात है जब मेरे पति ऑफिस चले गए थे तो मेरे मन में एक बहाना आया मैंने अपने सहेली के पति को जिनका नाम सतीश है मैंने फोन किया। फोन करके उनको बुलाया अपने फ्लैट पर कि मेरी तबीयत खराब है पर यह बात आप मेरे पति को मत बताना ना अपने पत्नी को बताना आप सीधे फ्लैट पर आ जाओ मैं आपको पूरी बात बताते हो क्या मेरे साथ हुआ है। उन्होंने कहा ठीक है भाभी जी मैं जल्दी पहुंच रहा हूं आप चिंता मत करो और मैं ना तो भाई साहब को बताऊंगा इस बारे में ना तो अपने वाइफ को बताऊंगा मैं आपके पास सीधे आ रहा हूं।

उनका घर तो दूर है पर उनका ऑफिस मेरे घर से नजदीक है तो आने में मुश्किल से 15 से 20 मिनट लगे। दरवाजे पर पहुंच कर उन्होंने बैल बजाया मैं निकली उन्होंने कहा क्या हुआ भाभी जी आपको क्या दिक्कत हुई है। मैंने छूटते ही कह दिया मुझे आपसे प्यार हो गया है मैं आपके साथ सेक्स करना चाहती हूं दिन-रात आप मेरे ख्याल में हो। इतना सुनते ही वह बोल पड़े कि मैं भी आपको बहुत चाहता हूं मैं कब से पाने की कोशिश कर रहा हूं आपको। पर आप हो कि मेरे ऊपर ध्यान ही नहीं दे रहे हो।

और कहानिया   एक औरत की सोई हुई भूख शांत किया

यह बात बोलते बोलते ही हम दोनों एक दूसरे के बाहों में आकर और फिर मैं उनके होंठ पर अपना वोट रख दी वह मेरे होंठ को चूमने लगे। मेरे बड़ी-बड़ी चूचियां उनके छाती को छू रही थी। उन्होंने कहा आप के बूब्स तो बड़े गोल-गोल और सुंदर है और उन्होंने तुरंत ही मेरे टी-शर्ट को ऊपर से खोल दिया और मेरे ब्रा का हुक खोल दिया। तुरंत वह मेरे बूब्स को अपने मुंह में ले लेंगे और मेरे बूब्स को मसलने लगे। मैंने कहा इतनी भी क्या जल्दी है अभी तो आए हो आराम आराम से करो।

उन्होंने कहा भाभी जी आज मैं आपको खुश कर दूंगा मैं भी आपको सपने में पता नहीं कितने बार मुठ मारे हैं आपको बता नहीं सकता। यहां तक कि जब अपने पत्नी को चोदता हु तो आपको ही याद करके लंड घुस आता हूं उसके चूत में। मैंने कहा मैं भी तो आपको ही याद कर के अपने पति से चुदवाती हूं। पर वह मुझे संतुष्ट नहीं कर पाते हैं तो ऐसा लगता है कि आपने मुझे संतुष्ट नहीं किया है इसलिए आज मैंने आपको बुलाया है।

उन्होंने तुरंत ही मुझे गोद में उठाया और बेडरूम में ले जाकर तुरंत ही मेरे चूत को चाटने लगे। मेरी चूचियां तन गई थी बड़ी बड़ी हो गई थी मेरे निप्पल खड़े हो गए थे मेरे चूत से गरम गरम पानी निकल रहा था। मैं वासना की आग में धधक रही थी जल रही थी। मेरे अंतर्वासना जाग गई थी मैं अंगड़ाइयां ले रही थी दांत पीस रही थी मेरे होंठ सूख रहे थे मेरे कंठ सूख रहे थे मेरे हाथ पैर कांपने लगे थे मुझे बस लंड चाहिए था।

मैंने कहा आज कुछ मत ज्यादा करो आज मुझे चोद दो बस उन्होंने तुरंत ही मेरे दोनों पैरों को अलग अलग किया और अपना मोटा लंड मेरी चूत पर लगाकर जोर से घुसा दिया। मुझे गजब का एहसास हुआ जब उनका लंड मेरी चूत के अंदर गया। मेरे रोम रोम खड़े हो गए ऐसा लग रहा था मेरे पूरे शरीर में करंट दौड़ रहा है वह जब धक्के लगाते थे और मेरी चूचियों को मसलते थे तुम्हें मचल रही थी उस समय।

और कहानिया   मेरे मस्त दीदी की चुदाई

उन्होंने मेरी चूचियों को मसलते हुए जोर-जोर से मुझे चोदने लगे। मैं भी उन को खुश करने में कोई कसर नहीं छोड़ी मैं अपना जीभ निकालकर उनके मुंह में दे दी थी वह मेरे जीभ को चूसते थे फिर वह अपना जीभ मेरे मुंह में डालते थे मैं भी उनके जीभ को चुस्ती थी। हम दोनों ही एक दूसरे के प्यार में यानी वासना प्यार में पागल हो गए थे। एक दूसरे के जिस्म के साथ खेल रहे थे एक दूसरे को मदद कर रहे थे। मैं भी अपना गांड उठा उठा कर चुदवा रही थी। उन्होंने कहा आज के बाद आपको जब भी मेरी जरूरत हो आप मुझे बता देना।

मैंने कहा वह तो आपको रोज ही आना पड़ेगा किसी भी बहाने से क्योंकि आपके लंड की मैं दीवानी हो गई हूं आज मुझे पहली बार 9 इंच का लंड मिला है। आज आपने मुझे पहली बार संतुष्ट किया है। हम दोनों ही जल्दी-जल्दी एक दूसरे को चूमने लगे जल्दी-जल्दी धक्के देकर चोदने लगे और फिर हम दोनों ही शांत हो गए। एक दूसरे को पकड़कर नंगे ही सो गए। शाम को 5:30 बजे उन्होंने मुझे चूमा और बोले कि मुझे जाना पड़ेगा क्योंकि भाई साहब आने वाले हैं। वह पहला दिन था जब उन्होंने मुझे खुश किया मैं पहली बार सेक्स में इतनी खुश हुई और संतुष्ट हुई। यह मेरी पहली कहानी है नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर।

अब रोजाना पति को मैं प्यार से खाना बनाकर उनको टिफिन एक चुम्मा दे कर रोज ऑफिस भेज देती हूं। आजकल मेरे पति को लग रहा है कि मैं बहुत प्यार कर रही हूं उनको। पर मैं उनको धोखा दे रही हूं जब वह चले जाते हैं जब मैं भेज देती हूं तब मैं अपने सहेली के पति को फोन करती हूं और वह जब आ जाता है तो हम दोनों रंगरेलियां मनाते हैं। मेरे सहेली के पति का ज्यादा काम फील्ड का होता है तो कोई दिक्कत भी नहीं है आराम से वह आ जाते हैं और मुझे चोद कर जाते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published.