सगी बहन की बुर में लोढ़ा डालकर चुदाई की

दोस्तों मैं नितिन अपनी एक सच्ची बहन भाई की चुदाई की कहानी लेके आपके सामने आया हु। ये कहानी बिहार की है। मैं पटना का रहने वाला हु। मेरे माँ और पापा दोनों जॉब करते है। एक फ़ौज में है और माँ का भी काम टूरिंग का है वो भी ऐसे सरकारी कर्मचारी ही पर वो हमेशा सरकार के ग्रामीण एरिया में काम करती है और कई बार वो 10 दिन तक भी बाहर रहती है।

हम दोनों भाई घर पर अकेले ही रहते है। जब से जिओ का इंटरनेट आया है हम दोनों ने एक एक मोबाइल लिए ताकि पापा और मम्मी को कह सकें की हम दोनों यूट्यूब से पढाई करते हैं।  सच तो ये है हम बूर का फिल्म देखते है और मेरी बहन लौड़े का। एक दिन की बात है मैं अपने दोस्तों के यहाँ गया है जन्मदिन पर आते रात हो गई थी।  जब घर आया तो दरवाजा खुद ही खोल लिया था क्यों की मुझे जुगाड़ पता है बाहर से भी खोल लेता हु।  और चुपके से अंदर गया सोचा की अपने बहन को डराउँगा और धीरे धीरे अंदर पहुंच गया। वह जाकर देखा तो मेरे होश उड़ गए। वो नंगी थी दोनों पैर फैलाई हुई थी। चूचियां बड़ी और गोल गोल खुद ही मसल रही थी। और आह आह उफ़ उफ़ उफ़ की आवाज निकाल रही थी और अपने मोबाइल पर सेक्सी फिल्मे देख रही थी।  जिसमे एक गोरा एक गोरी लड़की को चोदे जा रहा था और जैसे जैसे फिल्म में लड़की आवाज निकाल रही थी मेरी बहन भी वैसी ही आवाज निकाल रही थी।

पहले तो मैं चुपचाप नजारा देख रहा था वो कान में लिड लगा रखी थी और आह आह कर रही थी। मैं खड़ा था साइड में और देख रहा था मेरी धड़कन बढ़ गई थी। मैं अपना लौड़ा अपने हाथ में ले लिया था और हिलाने लगा और मेरी भी सिसकियाँ निकलने लगी थी।  मेरी बहन अपने बूर में ऊँगली डाल दी और आह आह आह चोद दो मुझे नितिन चोद दो मुझे।  भाई हो तो क्या है मेरे सपने में तुम ही आते हो।  मैं समझ गया वो मुझे ही याद करके अपने बूर में ऊँगली कर रही थी।  मुझसे रहा नहीं गया और उसके सामने नंगा ही खड़ा हो  गया वो देख कर अचानक खड़ी हो गई और डर गई मैंने कहा डरो मत, वो कहने लगी भैया प्लीज मम्मी पापा को मत कहना।

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मैंने कहा देख बहन मैं भी प्यासा हु और तुम भी प्यासी हो, क्यों ना हम दोनों आपस में ही रिश्ता रख लें घर का माल घर में रह जाये इससे बढ़िया और कुछ भी नहीं हो सकता है इसलिए हम दोनों आपस में ही सम्बन्ध बना लें ताकि बाद में पढाई में मन लगे और पापा मम्मी के सपने को भी साकार कर सकें नहीं तो होगा यही मैं तेरे याद में मूठ मारुं और तुम मेरी याद में अपने बूर में ऊँगली करो क्या फायदा। इतना कहते ही मेरी बहन बोल उठी और ये बात कभी मम्मी पापा को पता चला तो? तो मैं बोला क्या तुम मम्मी पापा को अपनी चुदाई की कहानी बताने बाली हो तो उसने कहा नहीं।  तो मैंने कहा फिर कैसे पता चलेगा? वो समझ गई बोली ठीक है। फिर वो बोली अगर हम दोनों ऐसे ही चुदाई करेंगे तो मैं गर्भवती हो सकती हु। तो भाई बोला मैं तेरे लिए मेडिकल से टेबलेट ला दूंगा वो खा लेना फिर कोई दिक्कत नहीं।

दोस्तों फिर क्या था वो मेरे में लिपट गई और मैं भी अपने बहन में लिपट गया. मैं चूचियां दबाने लगा वो मेरे लौड़े को सहलाने लगी। धीरे धीरे हम दोनों वाइल्ड हो गए और मैं फिर अपने बहन का बूर चाटने लगा और फिर गांड में ऊँगली करने लगा।  वो खूब मजे लेने लगी उसने अपने बाल खोल दिए वो गजब की लग रही थी।  फिर मैं उसको बेड लिटा दिया और अपना लौड़ा उसके बूर पर लगा कर अंदर पेल दिया।

वो दर्द से कराह उठी, वो बोली लौड़ा पहली बार डलवाई हु अपने बूर में इससे पहले तो ऊँगली से ही काम चला रही थी। दोस्तों आप ये कहानी नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं। उसके बाद फिर क्या था दोस्तों मैं जोर जोर से अपने लौड़े को अपने बहन के बूर में डालने और वो भी अपने गांड को उठा उठा कर चुदबाने लगी।  करीब एक घंटे तक चोदने के बाद मैं झड़ गया और वो भी शांत हो गई। फिर हम दोनों साथ में नहाये मैंने उसके चूचियों पर खूब साबुन लगाया और बूर में ऊँगली किया और साबुन लगाया।  हम दोनों फिर से तैयार हो गए और अब हम दोनों बाथरूम में ही सेक्स करने लगे, अब तो और भी मज्जा आने लगा। इस तरह रात भर मैं अपने बहन को चोदा।

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दूसरे दिन मैं अपने बहन को टेबलेट ला के दिए वो खा ली और फिर कहने लगी नितिन तुमने मेरी बूर फाड़ दिया , मेरी बूर काफी सूज गई है।  बहुत दर्द कर रहा है। मैंने कहा तुम भी तो आह आह करके चुदवा रही थी। फिर हम दोनों हसने लगे अब हम दोनों भाई बहन रोज रोज चुदाई करते हैं।  आपको ये कहानी कैसी लगी कमेंट जरुर करें।

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