बेटी ने खुद माँ को अपने पति से चोदवाया

आज भी उनकी कमर किसी कटीले माल से कम थी. मैंने अपनी पूरी ताकत से उनको पेलता रहा. उनका पलता पेट बार बार निचे जाता, फिर उपर आता. इसी तरह उनका पेट बार बार नाच रहा था. मैं अच्छे से समझ रहा था की वो मेरे शानदार धक्कों का पूरा मजा मार रही है. मैं खट खट करके उनको चोद रहा था. कुछ देर बाद सासू मा ने अपने दोनों पैर उपर ९० डिग्री पर उठा दिए.पर कुछ सेकंड के लिए अपना लौड़ा एडजस्ट करने के लिए सासू मा के भोसड़े से निकाला तो वो मेरा लौड़ा पीने दौड़ी.

दामाद जी !! आपके लौड़े की इस दासी हो अपना लंड नही चुसाएंगे???’ सासू मा बोली. मैंने तुरंत उनके मुँह में लंड दे दिया. किसी काम की प्यासी औरत की तरह वो जोर जोर से आवाज करते हुए मेरा लंड चूसने लगी. सासू माँ की चूत लेकर मेरा लंड बिलकुल टाइट हो गया था और ये ९ इंची किसी बंदूक की तरह तन गया था. सासू किसी बड़े दिनों से मेरे हथियार की प्यासी थी. इसलिए पूरा का पूरा मुँह में लेकर चूस रही थी. कुछ देर बाद मैंने उनको अपने पास तिरछा करने लिटा लिया और जोर जोर से सासू माँ का मुह चोदने लगा. वो किसी देसी रांड की तरह हपर हपर करके मेरी बंदूक चूस रही थी. अब उनको फिर से चोदना था. मैंने उनको बाये तरह करवट दिला दी. एक पैर के उपर दूसरा पैर रख दिया. मैंने पीछे से अपना लौड़ा ले गया और उनके मस्त मस्त चूतड़ों के बीच में से मैंने उनकी चूत के दरवाजे को ढूढ़ लिया और करवट दिलाये दिलाये ही अपनी सास को खाने लगा. वो बेटा बेटा करने लगी. मैंने कहा बेटा बेटा मत कहो. जब बेटे का लंड खा रही हो तो सैयां सैयां कहो. पर मेरी सास मुझे चुदते चुदते बेटा बेटा ही बोलती है और मजे से चुदवाती रही. मैंने उनको अपनी बाहों में भर लिया और उनके दूध पीते पीते उनको ठोकता रहा. कुछ देर बाद मैं झड गया.

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अब दुसरे राउंड में मैंने सासू मा को सीधा पीठ के बल लिटा दिया. ठीक उनके बगल लेट गया. उनकी एक टांग को उपट उठा दिया. अपना पैर मैंने उनके दुसरे पैर पर रखा और लेटे लेटे ही चूत में मैंने अपना लौड़ा डाल दिया. इस तरह लेटे लेटे ही मैं सासू माँ की चूत मारने लगा. ये एक अलग तरह का आसान था. इसमें मैं साफ़ साफ़ उनको आमने सामने देख पा रहा था और उनकी चूत ले पा रहा था. मैंने सासू माँ के कंधे पकड़ लिए और जोर जोर से शॉट मारने लगा. मेरा लंड का हर शॉट सीधा उनकी चूत के जाकर किसी फुटबाल की तरह गोल दाग रहा था. मैंने इस तरह लेटे लेटे इतनी जल्दी जल्दी सास को चोद रहा था की लग रहा था कोई साइकिल चल रही है. मैं जोर जोर से गोल पर गोल करने लगा. मैं जिस तरह से गुत्थम गुत्था होकर लेटे लेटे सास की बुर मार रहा था उस तरह से अक्सर सांप सेक्स करते है. फिर कस कसके धक्के मारते हुए मैं झड गया. मेरी मस्त जवान सास सोनिया कपूर १५ दिन तक मेरे पास चंडीगढ़ में रही और मेरे लंड की सेवाए लेती रही. उसके बाद वो अपने घर लौट गयी. आपको ये कहानी कैसी लगी अपनी कमेंट्स नॉन वेज स्टोरी डॉट कॉम पर जरुर दें.

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