भेनचोद भाई की सेक्स कहानी में पढ़ें कि मेरी जवान बहन की चूत की गरमी उसे लंड लेने के लिए कह रही थी. मेरी छोटी बहन ने मेरे लंड को ही पसंद किया और मुझसे चुद गयी.
यह भेनचोद भाई की सेक्स कहानी मेरे एक दोस्त की है. उसी के शब्दों में सुनिए.
दोस्तो, मैं यासीन भेनचोद भाई की सेक्स कहानी लिख रहा हूँ. चूंकि ये पहली बार लिखी है, तो कुछ गलतियां होंगी ही. कृपया नजरअंदाज कर भेनचोद भाई की सेक्स कहानी का मजा लीजिएगा.
मैं उत्तर प्रदेश का रहने वाला हूँ और नागपुर में जॉब करता हूँ. मेरे घर में हम 3 लोग हैं. मैं, मेरी अम्मी और मेरी छोटी बहन नज़मा हैं. मेरे अब्बू अब नहीं रहे हैं.
मेरी उम्र 26 साल है और मेरी बहन की 22 साल है. मेरी अम्मी की उम्र 44 साल है. मैं मास्टर डिग्री करने के बाद एक कॉलेज में पढ़ाता हूँ और मेरी बहन बेचलर डिग्री कर चुकी है.
ये घटना दो साल पहले की है. जब मैं छुट्टियों में घर आया था.
उस समय मेरी अम्मी ने मुझसे कहा कि अपनी बहन के लिए कोई ठीक सा लड़का देख कर इसकी शादी कर दे.
मैंने कहा- मगर अम्मी, अभी तो नज़मा और आगे पढ़ेगी.
तो अम्मी बोलीं- इतना पढ़ लिया है ये बहुत है. अब शादी कर देना ही ठीक है. यदि इसे पढ़ना होगा तो अपनी ससुराल में पढ़ लेगी.
मैंने पूछा- आप इतना परेशान क्यों हो रही हैं. कोई बात हुई है क्या? हुआ क्या है, मुझे बताओ.
तो उन्होंने बताया कि ये लड़की किसी दिन नाक कटा देगी. ये किसी लड़के से मिलती है.
मैंने कहा- मैं नज़मा से बात करता हूँ. अगर उसको आगे नहीं पढ़ना होगा, तो शादी कर देंगे.
फिर मैंने बहन से बात की.
तो वो बोली कि कुछ नहीं है. मेरा किसी से कोई चक्कर नहीं है. अम्मी तो ऐसे ही बोल रही हैं.
मैंने उससे पूछा- तुम्हें और आगे पढ़ना है या शादी करनी है?
वो बोली- मुझे आगे और पढ़ना है.
मैंने बोला- तो ये समझ लो कि अम्मी तो तुम्हें यहां आगे पढ़ने नहीं देगी. तुम मेरे साथ नागपुर चलो, वहीं मैं तुम्हारा एडमिशन करा दूंगा.
वो बोली- ठीक है … अम्मी से आप बात कर लेना.
मैंने अम्मी से बात की, तो अम्मी बोली- ठीक है … पर इसका ध्यान रखना, कहीं कुछ गलत न कर दे.
मैंने कहा- ठीक है.
जब ये बात मैंने बहन नज़मा को बताई, तो वो मेरे गले से लग गयी और मैंने पहली बार महसूस किया कि मेरी बहन की जवानी तो पूरे शवाब पर आ गई है. उसकी चूचियां 34 डी साइज़ की हो गई थीं. कमर 28 की और गांड 36 इंच की है.
उस दिन उसने भी मेरी छाती से अपनी चूचियां जिस तरह से रगड़ी थीं, उससे मुझे लगने लगा था कि ये चुदने को मचल रही है.
कुछ दिन मैं अपने घर पर रहा. फिर वो दिन भी आ गया जिस दिन हम दोनों नागपुर को निकलने वाले थे.
लेकिन मैंने पहले से ही दो टिकट गोवा के करा रखे थे. ये टिकट कन्फर्म नहीं हो सके थे. हमको एक ही सीट मिली थी. जब हम ट्रेन में बैठ गए … तो टीटीई आया.
वो मुझसे पूछने लगा- मिस्टर एंड मिसेज यासीन … गोवा जा रहे हैं?
मैं बोला- यस … हम गोवा जा रहे हैं.
उसके जाने के बाद मेरी बहन नज़मा हैरानी से बोली- ये क्या चक्कर है?
मैंने बोला- वो मेरी माशूका आने वाली थी … और हम दोनों गोवा जाने वाले थे. लेकिन तुम्हारी वजह से सब गड़बड़ हो गया.
वो बोली- सॉरी भाई … चाहो तो आप मेरे साथ गोवा जा सकते हो.
मैंने कहा- वहां लोग अपनी बीवी के साथ या माशूका के साथ जाते हैं … बहन के साथ नहीं.
वो बोली- क्यों?
मैंने कहा- जो मजा बीवी और माशूका दे सकती, ऐसी जगह पर बहन उतना ही टेंशन देती है.
वो बोली- तो टीटीई की बात को सच कर दो … मुझे बीवी बना कर ले चलो.
मैंने बोला- तुम अभी कहीं से किसी की वाइफ नहीं लगती हो.
वो इठला कर बोली- तो माशूका बना कर ले चलो न.
मैंने सोचा कि जब ये इतना बोल रही है, तो एक बात और पता कर लेता हूँ.
मैंने बोला- तुझे पता भी है कि एक माशूका ओर आशिक के बीच क्या होता है?
वो बोली- कुछ भी होता है … लेकिन लास्ट में तो चुदाई ही होती है. जितना आपने मेरे लिए किया है, आपके लिए वो भी हाजिर कर दूंगी.
मैं उसके मुँह से सब कुछ साफ़ साफ़ सुनकर हैरान था.
फिर भी मैंने संयत होते हुए उसे और ज्यादा खोलने की कोशिश की.
मैं बोला- मुझे फ्रेश माल चाहिए, किसी की चुदी हुई चूत नहीं.
वो भी अब खुल गई थी … बोली कि अगर आपको लगे कि किसी ने मुझे चोदा है तो जिंदगी भर आपकी रंडी बनकर रहूंगी. जिसके सामने … और जिससे चुदवाने को बोलोगे, मैं चुदवा लूंगी.
मैंने बोला- अगर तू किसी से नहीं चुदी होगी, तो मेरी बीवी बनेगी. अगर कोई एतराज हो तो अभी बता दे.
वो बोली- ये मेरा सौभाग्य होगा कि मैं आप जैसे इंसान की बीवी बन सकूंगी.
मैं बोला- ठीक है, फिर गोवा चलते हैं. लेकिन तेरे पास तो वहां पहनने लायक कुछ कपड़े है ही नहीं?
वो बोली- जब आपके जैसा भाई शौहर और आशिक साथ में हो, तो किस बात की प्रॉब्लम … और वैसे भी वहां बिकिनी पहननी होती है. आप मेरे नाप की खरीद देना.
मैंने पूछा- नज़मा, तेरा नाप क्या है?
वो बोली- जब आपके लंड से चुदूंगी, तो मेरा साइज़ नाप लेना.
अब बात साफ़ हो गई थी कि मेरी बहन मेरे लंड से चुदने के लिए एकदम रेडी है.
इसी तरह की गरमागरम बातें करते करते रात हो गयी. सब सोने लगे और थोडी देर में कम्पार्टमेंट की लाइट भी ऑफ हो गयी. मैं और मेरी बहन ने भी चादर ओढ़ ली और एक दूसरे की तरफ मुँह कर लिया. मैं अपनी बहन को किस करने लगा. वो भी मेरा साथ देने लगी. हम दोनों 5 मिनट तक एक दूसरे को किस करते रहे.
फिर मैंने बहन की चूची को दबाना शुरू कर दिया. पहले तो ब्रा और कुर्ते के ऊपर से उसके दूध दबाए, फिर सलवार के अन्दर हाथ डाल कर बहन की चूत को मसलने लगा.