प्रेमिका से चुदाई

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम वीरेंद्र काले हे। में इंदौर में रहता हूं ।यह मेरी पहले सेक्स अनुभव की कहानी है, उमीद करता हु यह आपको पसंद आये।

सबसे पहले में आपको मेरे बारे में बता दू ,मुझे सेक्स करने का बहुत मन करता है और अगर मुझे कभी सेक्स करने का मौका मिले तो में कभी भी उसे नहीं जाने दूंगा। में थोड़ा दुबला लेकिन 1 स्मार्ट लड़का हु ,मेरी उम्र अभी 20 वर्ष हे और मेरा लंड 7 इंच का हे ।
हां तो दोस्तों यह अनुभव मेरा पहला अनुभव था जब में 12 वीं कक्षा में पड़ता था।

में अपनी प्रेमिका से पिछले 2 सालों से प्यार करता था लेकिन मेने अभी तक उसके साथ सेक्स नहीं किया था और करता भी कैसे पहली बार होने के कारण कभी कहने की हिम्मत ही नहीं हुई । मेने अपनी प्रेमिका से कई कर kiss किया था लेकिन उससे आगे बढ़ने की हिम्मत नहीं हो पाती थी और अब तो उससे मिलने भी बहुत कम हो गया था जिससे उसके साथ सेक्स कर सकूँ। लेकिन शायद भगवान की ही मर्जी थी की में उसके साथ सेक्स करू ।

बहुत दिनों बाद मुझे उसका कॉल आया और उसने मुझे बताया कि उसे मुझसे मिलना हे मेने उसे मिलने के लिए कह दिया और वह दिन में हमारे खेत में आ गयी में भी उसी समय उससे मिलने वहां पहुच गया हमने वहां बहुत देर तक बात की ,लेकिन तभी वहां हमें गाऊँ के काकाजी ने देख लिया और यह बात उन्होंने मेरी प्रेमिका के अंकल को बता दी। हालाँकि हमने बहाने करके उन्हें झूट बोल दिया की में तो सिर्फ वहां घूमने गया था तो वहां इससे बात करने लग गया और वह मान भी गए।

लेकिन इन सबके बाद हुआ यह की वह दिन में मिलने से डरने लगी और एक दिन उसने मुझे रात में अपने घर मिलने बुलाया ,उस दिन उसके माता पिता कही रिस्तेदार की शादी में गए थे और उस दिन घर में सिर्फ वह और उसका छोटा भाई था। में रात को 11 बजे उसके घर के पास वाले खेत में पहुच गया था ।

जैसे ही उसका भाई सो गया वह घर से बहार बाथरूम के बहाने निकली तो में इसके पास पहुच गया ।वह मुझे लेकर उसी कमरे में गयी जहा उसका भाई सोया था लेकिन उसने जाकर लाइट बंद कर दी और लाइट के तार भी निकल दिए । चूँकि में पहली बार उससे रात में मिला था इसलिए मुझे डर भी लग रहा था तो में वही दिवार के सहारे नीचे बैठ गया , थोड़ी देर बाद वह भी घर की लाइट बंद करके मेरे पास आकर बैठ गयी।

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हम दोनों ऐसे ही बैठ कर करीब आधे घंटे तक बाते करते रहे, उसके बाद मेने बहाना बनाया की में बैठे बैठे थक गया हूं तो उसने कहा की चलो मेरे बिस्तर पर सोकर बाते करेंगे मेने कहा ठीक है अब मुझे लग रहा था की आज मेरा काम हो जायेगा लेकिन जब हम उसके बिस्तर पर सोने लगे तो उसने मुझे दूसरी रजाई दे दी मेरे लिए अब हम दोनों एक ही बिस्तर पर लेकिन अलग अलग रजाई में थे । मुझे उसपर बहुत गुस्सा आ रहा था । और साथ में डर भी लग रहा था कि कही उसका भाई नहीं उठ जाये नहीं तो प्रॉब्लम हो जायेगी।बहुत देर तक ऐसे ही सोते हुए हम दोनों बाते करते रहे लेकिन फिर मेने हिम्मत करके उसे किश कर लिया और उसे बहुत देर तक नहीं छोड़ा ,उसने विरोध तो किया लेकिन फिर बाद में वह भी मेरा साथ देने लगी में अब उसकी रजाई में आ गया था और उससे चिपक कर किश करने लगा और मेरे पैरो को उसके पैरों पर सहलाने लगा धीरे धीरे वह भी उसके पैर मेरे पैरो में दबाकर सहलाने लगी ,अब तक मुझे बहुत हिम्मत आ गयी थी में अब कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं था बस चुप चाप अपना काम कर रहा था।

मेने धीरे धीरे अपने हाथों को उसकी कुर्ती में दाल दिया और सहलाने लगा अब वह थोड़ी मचलने लगी थी में इतना ही कर सका था कि उसने मुझे अपने से दूर कर दिया और कहने लगी की में यह सब कुछ नहीं करुँगी अगर करना हो तो शादी के बाद। मेने उसे बहुत समझाया लेकिन वह मानने के लिए तैयार नही थी फिर मेने उसे विश्वास दिलाया कि में तुम्हारे साथ कभी भी धोका नहीं करूँगा और अगर मेने कभी भी तुम्हे धोका दिया तो तुम मेरे खिलाफ पुलिस में कंपलेंट करवा देना जिसके बाद वह मानी। मेने फिर से उसे किश करना चालू किया और मेरे हाथ फिर से उसकी कुर्ती में दाल दिए फिर मेने उसकी कुर्ती को ऊपर करके उसके मस्त मखन जैसे बूब्स को चूसने लगा अब वह भी सिसकारियां भरने लगी थी में बहुत देर तक उसके बूब्स को चूसा करा। मेने आज तक किसी लड़की के बूब्स नहीं चूसे थे मुझे आज बहुत मजा आया ।

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फिर मेने उसकी सलवार का नाड़ा खोल दिया लेकिन उसने दोनों हाथों से सलवार को पकड़ लिया और कहने लगी तुम मुझे कभी धोका तो नहीं दोगे मेने फिर से उसे समझाया और उसकी सलवार उतारी। लाइट बंद होने के कारण में उसकी चूत तो नहीं देख पाया लेकिन सलवार के साथ ही एक अजीब सी खुसबू आने लगी ।

अब तक मेरी मेरा लंड पूरा कड़क हो चूका था और मेरी चडी तथा पेण्ट गीली हो चुकी थी जिसका मुझे जरा भी ध्यान नहीं था। जब मैने उसकी पेंटी निकाली तो मुझे पता चला उसकी पूरी चडी गीली हो चुकी थी उसकी पैंटी निकलने के बाद मेने अपने कपडे निकाले तो पता चला मेरी भी पेण्ट और चडी पूरी गीली हो गयी है में अपने अपने कपडे निकालके उसपर चढ़ गया और अपने लंड को उसकी चूत पर रगड़ने लगा मुझे बहुत अच्छा लग रहा था और वह भी जोर जोर से सिसकारी भर रही थी फिर मेने अपने लंड को उसकी चूत पर सेट किया और एक धका लगाया लेकिन मेरा लंड फिसल गया अब मुझे शर्म भी आने लगी थी लेकिन मेने फिर से लंड को सेट किया और उसे वहीँ पकड़ कर एक और धका लगाया अब मेरा लंड ला सूपड़ा अंदर जा चूका था लेकिन इसके साथ ही वह छटपटाने लगी और मुझे धका देने लगी लेकिन मेने उसके दोनों हाथ उसकी गर्दन के नीचे से पकड़ रखे थे जिसके कारण वह ज्यादा हिल नहीं सकती थी। मेने थोदी देर बाद एक और धका मारा मेरा लंड थोड़ा और अंदर जा चूका था अब मुझे भी अपने लंड में कुछ कसाई मालूम होने लगी ।हम यश सब इतनी देर से चुप चाप कर रहे थे लेकिन अब उससे रहा नहीं गया और वह चिलाते हुए बोली इसे बहार निकाल लो वरना में मर जाउंगी मुझे बहुत दर्द हो रहा है ,और वह रोने लगी। मुझे भी डर लगने लगा की कही कुछ हो गया तो, लेकिन फिर भी मेने उसे समझाया कि कुछ नहीं होगा लेकिन वह कह रही थी की वह अब और ज्यादा सहन नहीं कर सकती ।

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