मेरी पिछली स्टोरी पोलिसेवली से रखैल बनने का सफ़र मे आपने पढ़ा की अपने बेटे निहाल की वजह से पोलीस वाली नेहा का कैसे रेप हुआ, अब आयेज जानते है उसी की ज़ुबानी…..
अगले दिन दीपक अपने ऑफीस ओर निहाल अपने स्कूल चला गया, मेने अफीशियल लीव ले ली, मेने घर के सारे कम ख़त्म किए ओर खाना लेकर बैठी मेरे दिमाग़ मे कल की घटना घूम रही थी, जेसे ही आदित्या से हुई मेरी चुदाई का ख्याल आया मेरी छूट गीली हो गयी, मूज़े समझ नही आ रहा था की मे क्या करू, ऐसा नही होना छाईए, आख़िर मेरा रेप हुआ था, मे एक इज़्ज़तदार घर की मॅरीड लेडी हू, रेस्पेक्टेड जॉब है मेरी, पर सब बेकार था मेरा मॅन फिर से उससे चूड़ने को कर रहा था पर क्यू???
इतने मे ही मेरा फोन बजा, अननोन नंबर था, मेने ना चाहते हुए भी उठा लिया, ओर उस आवाज़ को तुरंत पहचान गयी.
आदित्या : ओर मेडम जी क्या हाल है?
मे : तुम? तुमहरि हिम्मत केसे हुई मूज़े फोन करने की (मे झूठा गुस्सा दिखाते हुए बोली).
आदित्या : अर्रे छ्चोड़ो मेडम, मे तेरी आँखों मे देख चुका हू, टुजे मेरा लंड पसंद बहुत आया है, फालतू नाटक मत कर
मे : तू पागल हो गया है, जो भी हुआ वो रेप था ओर तूने ह्यूम ब्लॅकमेल किया था, इसलिए मूज़े ये सब करना पड़ा, पर मे टुजे छ्चोड़ूँगी नही, याद रखना.
आदित्या : अचा ऐसा है तो ठीक है, मे रखता हू, वैसे तेरे फोटोस मेने डेलीट कर दिए है, मूज़े उनकी कोई ज़रूरत नही, मे 10 मिनिट्स के बाद कॉल करूँगा, अगर तू चाहे तो मत उठना, मे टुजे दोबारा नही परेशन करूँगा, प्रॉमिस, बुत अगर तू फिर से जानदार चुदाई का मज़ा लेना चाहती हो तो उठा लेना, समझी मेरी प्यारी रंडी मेडम! (इतना कहकर उसने फोन काट दिया).
ये क्या कह दिया था उसने, क्या मे ऐसा करूँगी?
नही नही ये मे न्ही करूँगी, मेरी ज़िंदगी खराब हो जाएगी, मेरा पति है, बेटा है, जो भी हुआ वो एक बुरा सपना था, सब ठीक हो जाएगा, मे जानती हू दीपक तोड़ा डिस्टर्ब्ड है पर मूज़े बहुत प्यार करते है, वो भी मूज़े माफ़ कर देंगे, निहाल भी सब समझ जाएगा की जो हुआ क्यू हुआ, मे ये सब सोच ही र्ही थी की 10 मिनिट्स ओवर हो गये ओर फिर फोन बजा ना जाने क्यू मेने पहली रिंग मे ही उठा लिया, मेरे अंदर की चुड़क्कड़ मुजपेर हावी हो गयी, सिर्फ़ एक पल लगा मूज़े अपने परिवार से बेवफ़ाई करने मे, पता नही क्या हुआ था मूज़े, मे अब वाकई उसकी रंडी बनना चाहती थी. वो फोन पर बोला.
आदित्या : श मेडम जी, आप तो वाकई मुजसे चूड़ना चाहती हो क्यू?
मे : ह्म (यही निकला मेरे मूह से)
आदित्या : ठीक है! एक काम करो, 2 अवर्स के बाद मूज़े कोनट प्लेस मे मिलो, ओर अपनी वर्दी पहें के आना (कहकर उसने फिर काट दिया)
मे तुरंत उठी, ओर रेडी होने लगी, मूज़े अब दुनिया की कोई परवाह नही थी बस मे उससे चूड़ना चाहती थी, मेरे सिर पे हवस सॉवॅर थी.
मे उसके बताए टाइम पर कोनट प्लेस पहुँची, वो वही था, उससी ऑडी कार मे, उसने डोर खोला ओर मे चुपचाप बैठ गयी, उसने चलना शुरू किया ओर वहाँ से हम चले.
वो बोला
आदित्या : तो अब क्या? देखो मेरा बदला पूरा हुआ, सच तो ये है, की शायद मूज़े प्यार हो गया है तुमसे!
मे : क्या? मे मॅरीड हू! (मेने शॉक होते हुए कहा)
आदित्या : हाँ नेहा डार्लिंग, तू है बड़ी मस्त, सच मे अगर तू मॅरीड नही होती तो तुज़से शादी कर लेता!
मे : अच्छा! कल तो तुमने मेरी हालत खराब कर दी थी!
आदित्या : श मज़ा तो आया ना, तेरी छूट की गर्मी ने कल से मेरे लंड को दीवाना बना दिया है, चल अब देर ना कर जल्दी इससे चूस!
मे : नही यह्न नही, कही चलो, मे रोड प्र नही करूँगी प्लीज़!
आदित्या : अछा अछा (कहते हुए उसने कार नॉइदा हाइवे की तरफ मोड़ दी).
अब उसने कार चलते हुए ही मेरी वर्दी की पंत की बेल्ट खोली ओर मेरी पंत उतरने लगा कुछ सेकेंड्स तो मे कुछ न्ही बोली फिर मेने उठकर उससे मेरी पंत ओर पनटी दोनो नीचे खिसकने दी अब मे नीचे से नंगी थी, उसने अपनी फिंगर्स छूट मे डालकर अंदर बाहर करना शुरू कर दिया, मे अंदर तक हिल गयी, पता नही क्या अहसास था उसके मूज़े च्छुने मे, वो जब गियर बदलता अपना हाथ निकलता ओर फिर वापिस मेरी छूट मे दल देता, मे मदहोश हुई जा रही थी, अचानक खुद ही मेरा हाथ उसके लंड को च्छुने लगा, मे उससे सहलाने लगी ओर अपनी फिंगर फक्किंग का मज़ा लेने लगी, तभी उसने कार हाइवे से नीचे खेतों की तरफ उतार दी, तो मेने उससे पूछा.
मे : हम कहाँ जा रहे है?
आदित्या : आयेज एक अंडर कन्स्ट्रक्षन बिल्डिंग है, 2 साल से बंद पड़ी है, हम वाह्न कभी कभी दारू पीने आते है, घबरा मत छीनाल यह्न कोई नही आता!.
मे : ओक! (मूज़े तो बस चूड़ने की जल्दी थी).
हम एक बिल्डिंग पे पहुँची जो आधी बनी हुई थी, उसने कार अंदर ले ली ओर रोक दी, वो फिर बोला
आदित्या : तो अब तो चूसेगी मेरी छीनाल? (वो मुस्कुराते हुए बोला)
मेने बिना कुछ कहे उसकी ज़िप खोली, लंड निकाला ओर झुक कर चूसने लगी, उसने हाथ बढ़कर मेरी गांद को सहलाना शुरू किया, मेने अच्छे से उसके लंड को अंदर तक अपने मूह मे लिया, खूब चटा, उसके बॉल्स को भी मज़े लेकर चूसा, मे अब बस चूड़ना चाहती थी, तो मेने उससे कहा.
मे : अब बस दल दो प्लीज़!
आदित्या : ह्म, वो तो ठीक है, पर मेरी एक शर्त है !
मे : क्या??
आदित्या : टुजे मानना होगा की तू मेरी रखैल बनेगी, जॅन कहूँगा, जब कहूँगा आएगी ओर मेरी सेवा करेगी, बोल मंजूर?
उस कुत्ते ने मूज़े इतना गरम कर दिया था, की मे अपने आप को उसकी बात मानने से रोक नही पाई, ओर एग्ज़ाइट्मेंट मे बोल पड़ी.
मे : हाँ हाँ, आज से मे तेरी छीनाल हूँ रंडी हूँ रखैल हू, ग्युलम हू तेरी, मूज़े बस तुज़से चूड़ना है, अब छोड़ मूज़े जल्दी, छूट फाड़ दे मेरी, बिल्कुल जानवरो जैसा बर्ताव कर मेरे साथ, बस छोड़ मूज़े!!!! (मे सब एक साँस मे बोल गयी ओर वो खुश हो गया).
उसने मूज़े किस करना शुरू किया, थोड़ी देर किस करने के बाद वो बोला.