मेरा नाम अरमान है मैं गुवाहाटी का रहने वाला हूँ. मैं ड्के का रेग्युलर रीडर हूँ ओर लगबग सभी कहानियाँ मैं रेड कर चुका हूँ. आज मुझे कायल आया की क्यो ना मैं भी अपनी साची कहानी आप लोगो से शियर कर लून.
ये कहानी आजसे करीब 5 महीने पहले की है. मैं देखने मे हॅंडसम हूँ हिगत 5’8″ वेट 75 क्ग का है उमर 28साल और लंड लंबाई मे 6.6″ मोथाई मे 2.5″ का है. जो मेरे कायल्से एक दूं पर्फेक्ट है.जो किसी भी औरत की कुज़ली मिटा सकता है. तो दोस्तों अब और धीर ना करते हुए मे कहानी मे आता हूँ.
ये कहानी आज से करीब 5 महीने पहले की है. मुझे चुदाई का बहुत शोक है तो एक दिन मैं अपना आड आस आ कॉल बॉय का नेट पे दल दिया. कूची दीनो मे मेरे सेल पे कॉल आया जो की मेरा सर्विस लेना चाहती है.
उनका नाम अर्पिता थी नाम चेंज्ड उनकी आवाज़ बहुत स्वीट थी, मैने उमर पुच्च्ी तो वो बोली की 26 की है वो और साधी सुधा थी. अर्पिता देल्ही मे अपने हज़्बेंड के साथ रहती है उसकी हज़्बेंड बिज़्नेस मान है.
ओरिजिनली वो नॉर्थ-ईस्ट की है. जब मैने पूछा की वो मेरा सर्विस कहा पे लेने चाहती है ई मीन गुवाहाटी मे ये देल्ही मे तो उसने बताया की गुवाहाटी मे, मैने कहा की टिक है लेकिन कब वो बोली 2दिन बाद. फिर अर्पिता ने मेरा फीस पूछा मैने तो मे कन्फ्यूज़ हो गया की कितना बोलू.
क्योकि वो मेरा फर्स्ट टाइम था मे बोला की आप कितना दे सकोगी. वो बोली की 2 दिन की 30000 दे सकेगी. ये सुनते ही मैं कुश हो गया और दो दिन बाद की डाटेफ़िक्श हुए ओर वो बोली की गुवाहाटी पौच् के कॉल करेगी.
तो मैं वेट करता रहा ठीक दो दिन बाद शाम को कॉल आया मैने देखा की वो अर्पिता की कॉल थी मैने कॉल रिसीव किया. उसने बोला की वो एरपोर्ट पे मेरा इंतेज़ार कर रही है. मैं बोला की मे आरहा हूँ और मैं टायर होके एरपोर्ट के लिए निकल पड़ा.
कुछ देर बाद एरपोर्ट पाउच के मैने अर्पिता को कॉल किया औट पूछा की वो कहा है तो बात करते करते जब मेरे पीछे आके बोली की मे टुमरे पीछे कड़ी हूँ. जब मैं उसकी तरफ मुरा मैं डांग रह गया उफफफफफ्फ़.. क्या माल थी मेरा दिमाग़ गुम गया कुछ देर तो मेरी बोलती ही बन हो गये थी.
क्या फिगर 32-28-34 था हाइट 5’6″ की होगी वो कुरती पहने हुए थी. हम नॉर्मली बात करते हुए गारी मे बाते और होटेल के लिए निकल पड़े. अर्पिता ने पहले से ही होटेल बुक करके रखा था गुवाहाटी की एक बड़े होटेल मे.
एक गाँते मे हम होटेल पाउच गये, रूम मे पाउच के आरपिया बोली की मे फ्रेश होके आती हूँ और बातरूम मे चली गये. मैं सोफा पे बतके टीवी देखने लगा. करीब 15 मीं के बाद जब अर्पिता बातरूम से निकली ओर सिर्फ़ तलेव लपेट के मेरे पास सोफा मे आके बैठ गये. मे तो उसे देखता ही रहा, क्या लग्राही थी भीगी भीगी बाल है है.
अर्पिता बोली की अरमान तुम इस प्रोफेशन मे कितने दिनसे हो? तब मे बोला की ये मेरा पहला डटे है माँ. उसने खा प्ल्ज़ मुझे माँ मतत कहा क्रो आरपिया बोलो.
फिर उसने पूछा की तो टुमरी पहली बार होगा क्या?
मैं बोला की न्ही प्रोफेशन मे पहली बार है लकिन बहुत बार चुदाई कर चुका हू. तो एक्सपीरियेन्स्ड हो?
मैं बोला हन जी और हम हँसने लगे.
फिर मैने अर्पिता के लिप्स पे अपना लिप्स रख दिया वो भी साथ देने लगी हम लीप किस करने लगे. किस करते हुए मैने उसकी तावेल को कीच के खोल दिया अब अर्पिता मेरे सामने एकद्ूम से नंगी थी. मैं किस करता रहा और एक हात्से उसकी बूब्स को दबाता गया.
आहिस्ते आहिस्ते वो मेरे उपर आगये और मे गले मे किस करते हुए उसकी बूब्स पे आ गया. क्या बूब्स थे एक दूं गोल गोल और क्या निपल पिंक कलर के. मैने एक निपल को मूह मे बार के ज़ोर ज़ोर से चूसने लगा और एक हात्से दूसरी बूब्स को दबाने.
अर्पिता आअहह.. अहह.. की आवाज़ें निकालने लगी. मैं कभी रिघ्त निपल को तो कभी लेफ्ट निपल को ज़ोर ज़ोर से चूस रहा था तो कभी काट रहा था. और एक हाथ उसकी बूब्स को दबा रहता और एक हात्से छूट को सहलारहा था. इसी बीच अर्पिता एक बार जाध गये.
मैं दो उंगली छूट मे दल के फिंगरिंग करना चालू किया. फिर उसको सोफा पे बेता के जब छूट को किस करने लगा अर्पिता एक दूं से सहेर उत्ति ओर मेरे सर को अपने छूट मे दभा के रखा. मे छूट चाटने लगा और वो जोरोको की साँस लेने लगी.
ऐसा करीब 30 मीं तक चलता रहा फिर अर्पिता ने मुझे कीच लिया और किस किया मेरे टशहिर्त उतार दिया फिर पेंट भी अब मे सिर्फ़ अंडरवेर मे था.
मेरा लंड एक दम ताना हुआ था जो बाहर आने को मचल रहा था. अर्पिता ने एक ही जटके मे मेरे अंडरवेर को नीचे किया और बोलने लगी वाउ बहुत अक्चा लंड है टुमारा. आज तो बहुत मज़ा अयगा. फिर लंड को किस करतहुए मूह मे बारके चूसने लगी आइस क्रीम की तरह. मैं तो जैसे सातवे अस्स्मन मे था.
7 मीं लंड चूसने के बाद मैने उसे कीच के कड़ा किया और लीप किस करते हुए अपनी बाहों मे उठा के बेड पे पटक दिया. अपनी पेंट की पॉकेट से कॉंडम निकाला तब अर्पिता बोली प्ल्ज़ कॉंडम से न्ही.
मुझे ऐसे ही चूड़ो आज मेरी पायस बुझा दो बहुत दीनो से तारप रही हूँ. प्ल्ज़ जल्दिसे डालो. मैं अपने लंड को छूट मे रगार्ने लगा ओर निपल को मूह मे भर के चूसने लगा. अर्पिता बोली प्ल्ज़ और बर्दाश न्ही हो रहा डालडो अपना लंड और भुजा दो इस छूट की आग को.
मैने निपल चूस्ते हुए एक तकिया लिया और अर्पिता की कमर के नीचे रखा. लंड पहले से ही छूट पे सेट टीयेस तो मे एक ज़ोर का डाकखा दिया तो अर्पिता के मुहसे चीक निकल गये ओह..
मैने टूतंत ही अपना मूह निपल से हटा के उसकी लिप्स मे रखा और सूँछ करते हुए और एक डाकखा दिया इस बार पूरा लंड छूट मे गुस्स चुका था.
अर्पिता चीख ना पाए मेने उसकी लिप्स को किस करने की वजे से लकिन उसकी आखों से आसू निकल गये. सायेड अर्पिता बहुत दीनो से चूड़ी न्ही ती.उसकी पति अक्सर बाहर रहता था बिज़्नेस की सील सिले मे इसी लिए सायेड.
अब अर्पिता का दर्द भी कम हो गया वो भी मज़े लेने लगी अपनी उछाल उछाल के मेरा साथ देने लगी. तभी मैने उसकी दोनो पैर अपने कंधे मे उठाया ओर जोरदार शॉट देने लगा.
पूरे रूम मे अहह.. अहह.. ओह.. उहह.. की आवाज़ें गूंजने लगी. अर्पिता बोलने लगी फक मे हार्ड बेबी और ज़ोर्से और ज़ोर्से अहह.. टुमारा लंड बहुत अक्चा है अरमांंणणन् और ज़ोर्से मे शॉट पे शॉट लगते चला गया.
20मीं के चुदाई के बाद अर्पिता और मे एक साथ जाध गये मैने अपना सारा पानी अर्पिता के छूट मे ही छोड़ दिया. रूम एसी होने के बावजूद भी हम दोनो पूरी तरह से पसीने से भीग गये थे. अर्पिता बोली लंड को अंदर ही रहने दो मत निकिलो.
मैं लंड को छूट मे ही रख के अर्पिता को किस करने लगा. उस रात हुँने और भी 4 बाल चुदाई की वो भी अलग अलग स्टाइल मे वो मैं आप लोगो को नेक्स्ट स्टोरी मे बतौँगा.
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