तभी हम दोनों अंदर बैडरूम में चले गए और मोहित ने अपने पाजामे से उस बड़े शैतान को बहार निकल लिया था। मैं उसके बड़े और मज़बूत लंड को देख कर पूरी तरह से हैरान थी। वो मेरी तरफ बढ़ा और मेरी साडी का पल्लो गिरा के उसने मुझे ऊपर से अधनंगा कर दिया। तभी वो मेरा ब्लाउज उतारने लगा और उसने मेरे दोनों स्तनों को आज़ाद कर दिया। वो दोनों हवा में लटक रहे थे और मोहित को पागल किये जा रहे थे। वो बस लगातार उन्हें चूस रहा था और इतनी जोर से चूस रहा था की मुझे दर्द होने लगा और मैं करहाने लगी। लेकिन वो आवाज़ मोहित को और ज्यादा सेक्स चढ़ा रही थी और वो मेरे पुरे जिस्म पर चूमने लगा। उसने तुरंत मुझे पूरा नंगा कर दिया और मुझे पलंग पर उछाल कर मेरी चुत चाटने लगा। जब उसने शुरू कर दिया तो मैं पलंग पर मचलने लगी और मुझे बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था।
उसने मेरी चुत पुरे बीस मिनट तक चाटी और उन बीस मिनट मैं पुरे पलंग पर मछली की तरह उछल रही थी तभी उसने अपना बड़ा सा लंड मेरे मुँह के पास लेक रख दिया और मेरी चेहरे पर उसे मारने लगा। तभी उसने अपने लंड को पकड़ा और मेरे मुँह में डाल दिया। उसका आठ इंच लम्बा लंड मैंने अपने मुँह में लिया और काफी देर तक चुसती रही। तभी उसने लंड निकाला और मेरी चुत पर रख दिया। कुछ देर ऊपर से अपना लंड मसलने के बाद उसने एक झटके से अपना मोटा लंड मेरी मुलायम और तंग चुत में डाल दिया। मैं चिल्ला के पागल हो गयी लेकिन मोहित एक मिनट भी रुका नहीं और मुझे पागलो की तरह चोदता रहा। जब जब उसके बड़े और गर्म लंड से मुझे मेरी छूट में झटका लग रहा था मैं बहुत तेज़ चिल्ला रही थी। मेरी चिल्लाने के आवाज़ बहार मोहल्ले में सुनाई दे रही थी और कुछ आवारा लड़के वो आवाज़े सुन ने के लिए घर के बहार खड़े हो गए। उन्हें लगा की मेरे पति घर पर आ गए है।
लेकिन उन्हें मोहित के बारे में कुछ नहीं पता था। और अंदर मोहित मेरी चुत को भोसड़ा बनाने में तुला था। मोहित ने पुरे चालीस मिनट तक मेरी चुत मारी थी जिसके बाद मैं सही से खड़ी तक नहीं हो पायी लेकिन मोहित चोदने के साथ साथ लगातार मुझे मेरे होठो पर कभी मेरी स्तनों पर चुम रहा था। जब उसके लंड ने मेरी चुत के सामने हार मानी तो उसने लंड बहार निकला और मेरे मुँह के सामने लाके मुठी मारने लगा लेकिन वो लगातार मेरे स्तनों को बहुत ज़ोर से दबा रहा था। कुछ सेकंड में उसके लंड से इतना सारा वीर्य बाहर निकला और मेरा पूरा मुँह उसके वीर्य से सन गया। और वो मेरे बगल में शांति से लेट गया और मैं भी पलंग पर अधमरी की तरह पड़ी रही। इतनी जबरदस्त चुदाई के बाद मेरी हिम्मत ही नहीं हुई की अपना चेहरा भी साफ़ कर पाउ। उसने ही एक कपडे से मेरा चेहरा साफ किया और फिर मुझे दुबारा से काफी देर तक चूमा।
उस दिन के बाद से हम दोनों ने काफी बार ऐसी ही जबरदस्त चुदाई करी और हर बार मोहित ने मुझे चरमसुख का एहसास दिया। जब भी मोहित मेरी चुत चाटता था तो मेरी चुत का पानी तुरंत बहार निकल जाता था क्योकि वो बहुत ही अच्छे तरीके से मुझे संतुष्ट करता था। तो दोस्तों अगर आप ऐसी ही जबरदस्त कहानियो के लिए किसी वेबसाइट को ढूँढ रहे है तो हम रोज़ यह एक नयी और जबरदस्त कहानी लाते है।