पड़ोसन आंटी की गांड़ की चुदाई

हेलो फ्रेंड्स, यह मेरी पहेली स्टोरी है और बहुत मज़ेदार भी. मेरा नाम विकी है और मै नवी दिल्ली l का रहेने वाला हूँ.

अब आता हू मै मेन स्टोरी पे, मै जहा रहेता हू वाहा 3 फ्लोर के रूम्स है और मै ग्राउंड फ्लोर पर रहेता हू. मेरे उप्पर एक फॅमिली रहेती है जिसमे अंकल आंटी उनका एक 6 साल का बेटा और उनकी सास रहेती है. वो आंटी कड़क दिखती है. स्लिम फिगर है उनका और उनके बूब्स मस्त है बस देखते ही दबाने का मन करता है.

वो आंटी हर सनडे को पहेले फ्लोर से नीचे तक स्टैर्स की सफाई करती है और मै बाहर बैठ कर मोबाइल यूज़ करता रहेता हू तो जब वो उप्पर से सफाई करते आती है तो झुकी हुई होती है और उनके बूब्स सॉफ-सॉफ दिखाई देते है. पर मै उतना ध्यान नही देता था.

एक सनडे को फिर वैसे ही सफाई करने आई और उन्होने कोई सूट पहना था और जब वो झुकी तो बूब्स और निप्पल्स जब दिख रहे थे और उनको पता था मै सामने खड़ा हू तो भी उन्हे कुछ फ़र्क नही पड़ रहा था और मेरा तो देखते ही खड़ा हो गया और फिर वो नीचे तक सफाई कर के चली गयी.

ऐसे ही 2-3 सनडे निकल गये फिर 1 सनडे को फिर आई वो और मई उनके बूब्स को देखने के लिए तरस रहा था और फिर मुझे उनके बूब्स के दर्शन हुए. और फिर जब वो नीचे आई तो मे पीछे होके खड़ा होगया और फिर जब वो आगे की तरफ सफाई कर रही थी तब ही उनकी गांड मेरे सामने थी पर कोई देख ना ले..

इस वजह से मै मोबाइल पर ध्यान दे रहा था और बिचमे देख लेता था फिर थोड़ी देर बाद वो पीछे हुई और अपनी गांड मेरे पैर से चिपका दी मेरा फिर खड़ा होगया पर मुझे लगा ग़लती से लग गया होगा पर मेरे से रहा नही जा रहा था तो मैने वापस खुद जानबूझकर अपना पैर उनके गांड के बिचमे लगा दिया और फिर सॉरी बोल के पीछे होगया और वो हसने लगी.

मै देख के तो खुश होगया . चुदाई करने की हिम्मत मेरी सेक्स स्टोरीज पड़ के ही आई थी और उनके मुस्कुराने से मेरी हिम्मत और बड़ गयी थी. अब मै सोचने लगा कब और कैसे उनको चोदु. उनकी सास दिनभर घर पर ही रहेती थी.

पर वो दिन मे बहुत बार बाहर जाती थी घूमने. पर मै जॉब करता हू तो मुझे बस सनडे को ही टाइम मिलता था. और मै तो बस उनको चोदने का प्लान बनाता रहेता था.

मै रात को 11-12 बजे तक बाहर बैठा रहेता था ऑफीस के काम से और टाइमपास करने के लिए भी और वो रोज़ 8-8:30 के बीच आती थी जॉब से और मै उनको देख के स्माइल करता था और वो भी करती थी.

फिर एक सनडे को मेरे घर पर कोई नही था सब बाहर गये थे और जब बाहर देखा तो उनके पति की बाइक भी नही थी मै सोचा अकेले होगी और यही सोच के उप्पर चला गया देखने और देखा तो अकेले थी वोभी और घर मे कोई नही था मै चुपके से देखरहा था वो किचन मे काम कर रही थी और मै उनकी गांड को देख रहा था और सोच रहा था बस जा के गांड मार दू उनकी.

फिर मै सीधा अंदर चला गया और थोड़ा आवाज़ की वो पहेले डर गयी फिर मुझे देख के बोली अरे तुम, क्या हुआ, कुछ काम था क्या, मै बोला हाँ चाइ बनानी है पर शुगर ख़तम हो गयी है घर मै. और मै डर भी बहुत रहा था की अगर मैने स्टार्ट किया और उनका ऐसा कुछ प्लान ना हुआ तो सबको बता देंगी.

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फिर वो बोली की रुक मै ही बना देती हू. मै तो यही सोच रहा था पर नाटक करने लगा और बोला नही नही आंटी मै खुद बना लुगा आप मुझे दे दो शुगर. तो आंटी बोली अरे कोई बात नही मै बनाती हू मै भी पी लूँगी.

मै बहुत डर रहा था और सोचरहा था शुरूवात कैसे करू. और फिर आंटी ने पी ली चाइ और किचन मे गयी मै भी बिना सोचे जल्दी से पीछे गया उनके, बिना आवाज़ किए. और वो कप धो रही थी तो मै भी पीछे से जाके अपना लॅंड उनके गांड से चिपका के खड़ा होगया और बोला ये लो आंटी मेरा भी होगया, मेरा लॅंड उनकी गांड से चिपकते ही खड़ा होगया था पर मै अलग नही होरहा था, देखना चाहता था आंटी क्या बोलती है.

वो कुछ नही बोलरही थी और वैसे ही खड़ी थी मै सोचा आंटी खुद चुदवाना चाहती है या उनको लगा मैने ग़लती से किया होगा, फिर मै कप रखने के बहाने थोड़ा और आगे हुआ और पूरा लॅंड उनके गांड के बिचमे आगया था.

आंटी बोली क्या कर रहे हो मै बोला कप रख रहा हू और फिर पीछे घूमी और जल्दी से बाहर की तरफ जाने लगी मै तो बहुत डर गया के कहा जा रही है पर वो कही नही गयी और जा कर उन्होने परदा नीचे गिरा दिया.

ये देख के मै बहुत खुश हुआ और सोचा आख़िर आज मौका मिल ही गया और आंटी ने डोर भी बंद कर दिया और हसने लगी. मै भी स्माइल किया और जाके बेड पे बैठ गया और वो भी आ कर बैठ गयी और टीवी ऑन कर दी. मै सोचरहा था की वोही शुरूवात करेगी पर ऐसा कुछ नही हुआ. वो बस बैठी रही और टीवी देखने लगी.

फिर मै सोचा उनका कुछ इरादा नही है और फिर मै बोला मै चलता हू अब. वो बोली अरे बैठना घर पर सब कब तक आने वाले है. मै बोला रात को. तो बोली की बैठना जल्दी क्या है इतना. मैने भी पूछ लिया की अंकल कब आने वाले है. वो बोली अंकल तो 2 दिन के लिए काम से नासिक गये है.

ये सुनके मै बहुत खुश हुआ. फिर थोड़ी देर टीवी देखते हुए आंटी बोली अभी पीछे से किचन मै क्या कर रहे थे. मै डर गया और बोला क्या, कुछ तो नही किया. आंटी बोली मै समझती हू सब. और मै फिर डर के चुपचाप टीवी देखने लगा.

मै पहेली बार किसी आंटी को चोदने जारहा था और सेक्स स्टोरीस पढ़ के मैने उनको चोदने का सोचा था, इसलिए बहुत डर रहा था, फिर आंटी बोली क्या हुआ डर क्यू रहे हो, डरो मत और मेरे पास आ कर चिपक के बैठ गयी और मेरे चेस्ट पे हाथ घुमाने लगी.

मै हसने लगा और बहुत खुश हुआ फिर मैने उनको पकड़ा और घुमा के गोद मे ले लिया. और उनके बूब्स दबाने लगा बहुत मस्त बूब्स थे उनके. स्लिम फिगर था और मै बस बूब्स दबाने का मज़ा लेरहा था और पीछे से किस करने लगा.

फिर थोड़ी देर बाद मैने उनको लेटा दिया. और उनके उप्पर सोके उनको चूमने लगा 5 मिनिट अक होंठ चूमने के बाद मै उनके बॉल पे आया. मैने उनकी नाइटी उप्पर करके उतार दी. ये कहानी आप hindipornkahani डॉट कॉम पर पढ़ रहे है.

अब वो मेरे सामने पूरी नंगी थी. मै तो बस देखता रहे गया, पहेली बार मैने किसी लड़की/आंटी को नंगा देखा था. मेरा लॅंड पूरा खड़ा होगया और बस चोदने के लिए तड़प रहा था फिर मैने अपना टी-शर्ट उतारा और उनके बूब्स चूसने लगा. बिच बिचमे मै उनके निप्पल्स को काट भी लेता था जिससे वो मचल्ल जाती थी और फुदकने लगती थी.

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मुझे बहुत मज़ा आरहा था और उनको भी, 15-20 मिनिट तक मैने उनके बूब्स को चूस कर लाल कर दिया. अब वो उठी और मेरे पैंट के तरफ झुकी और बोली अपना भी उतारो और पैंट के उप्पर से ही लॅंड पे हाथ फेरने लगी. और फिर मुझे धक्का देके सुला दिया उन्होने और मेरे उप्पर आ कर मेरी पैंट उतार दी.

उनकी बूब्स लटक रहे थे वो देख के मुझे बहुत मज़ा आरहा था और मै फिर चूसने के लिए उठने ही जारहा था की वो बोली अब मुझे चूसने दो और मेरे लॅंड को हाथ मे लेके सहलाने लगी और मै सोगया, मुझे बहुत मज़ा आरहा था.

फिर उन्होने मेरा पूरा लॅंड अपने मुहँ मे लेलिया और चूसने लगी. उनको अब मज़ा आने लगा था और 10 मिनिट तक चूस्ते रही और फिर मेरा पानी पी गयी और कही मेरा लॅंड बैठ ना जाए इसलिए वो हाथ से मेरे लॅंड की हिला रही थी.

अब मै उनके उप्पर चढ़ गया और उनको सुला दिया और उनको उल्टा घुमा दिया. उनकी गांड एक दम मस्त थी राउंड राउंड. मई उनकी गांड को चाटने लगा फिर उनको सीधा करके उनकी दोनो पैर को अपने कंधे पे रख लिया और उनकी चूत चाटने लगा 5 मिनिट चाटने के बाद उनकी चूत से पानी आगया और मै सब पी गया.

अब उनसे रहा नही जारहा था और चुदवाने के लिए तड़प रही थी. और मै उनको और तड़पाना चाहता था मैने फिर उनको पीछे घुमाया फिर उनकी पीठ चूमने लगा और बूब्स दबाने लगा फिर मेरे से भी रहा नही गया और उनको सीधा करके अपना लॅंड उनके चुत पे सहलाने लगा वो बोली डालना अंदर.

मै हसने लगा और थोड़ा अंदर डाला मैने. और फिर एक ज़ोर से झटका दिया फिर, लॅंड पूरा अंदर नही गया पर वो चीक उठी फिर मैने ओर 2-3 झटके मारे और मेरा लॅंड पूरा अंदर तक जा चुका था फिर मै आगे पीछे करके मज़ा लेरहा था और वोभी आ, आ, आ करके आवाज़ कर रही थी फिर उनको चोदते हुए ही उनके उप्पर सोगया और किस करने लगा, वोभी करने लगी और आगे पीछे होके मज़े लेरही थी.

20 मिनिट तक चोदने के बाद मेरा पानी बाहर आगया और मैने उनके मुहँ मे लॅंड डाल दिया और वो पी गयी पूरा अब मुझे उनकी गांड मारनी थी. मैने उनके बूब्स दबाते हुए उनको उठाया और डॉगी स्टाइल पे उनकी गांड मारने लगा और वोभी मस्त आगे पीछे होके चुदवा रही थी.

मुझे बहुत मज़ा आरहा था और उनको भी, करीब आधे घंटे तक गांड मारने के बाद मेरा फिर पानी निकल गया और वो मैने उनकी गांड मे ही डाल दिया फिर मै उनके बाज़ू मै सोगया और वोभी बहुत थक चुकी थी.

फिर वो मेरे उप्पर आ कर सो गयी और किस करके बोली आज पहेली बार सेक्स करने मे इतना मज़ा आया मुझे. फिर कुछ देर बाद फिर मैने उनकी गांड मारी और फिर मै कपड़े पहन के जाने लगा तो उन्होने फिर मुझे खींचा अपने पास और किस करने लगी, वो अब तक नंगी ही थी फिर मुझे बोली वापस कब करेगा, मै बोला जब मौका मिल जाए तब ही. तो दोस्तो ये थी मेरी  कहानी.

इचायूक आंटी और गर्ल मुझे मेल करें बताए कहानी कैसी लगी rg8860019@Gmail,com

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