जैसा की आप लोगो पिछले भाग में पढ़ के पता तो चल ही गया होगा की मेरे घर वाले पूजा के चकर में गाओं चले गए थे।
पढ़े :- पड़ोसन की चुदाई भाग -1
पड़ोसन की चुदाई भाग -2
अगले दिन जब मैंने सुमन को अपने घर में बुलाया। पहले तो हम दोनों ने खाने के लिए चीजे बनाई। खाना खाने के बाद हम दोनों रूम में आये।
हम दोनों कुछ देर खेले और फिर पढ़ने लगे हमदोनो के पास सेक्स करने के लिए बहुत सारा समय था तो हम पहले से ही अपना समय सेक्स में नहीं करना चाहते थे।
हम दोनों ने ढेर सारी बाते की। सुमन सेक्स करने के लिए उतावली हो रही थी। उतावला तो मैं भी था पर मेरे पास अभी 5 दिन और थे।
मैंने साम होने का इन्तजार किया। सुमन के घरवाले मेरे घरपर आये उन्होंने हमरे लिए खाना बनाया और देखा की हम दोनों पढ़ रहे थे।
वो यह देख के खुश हो गए थे और उन्हें हमपे कोई शक भी नहीं हुआ। खाना खाने के बाद जब सुमन के घरवाले चले गए थे तो मैं और सुमन मेरे रूम में जाकर इकठा सो गए।
सुमन और मैं दोनों आपस में लिपट कर सो रहे थे। सुमन से चिपकते ही मेरा लंड खड़ा हो गया था। सुमन उठी और उसने मेरी पेंट शर्ट को खोला और कहा की तुम ऐसे ही मेरी साथ में सो।
मेरा लंड मेरे कच्चे से बहार निकल सुमन के बदन को छु रहा था। और सुमन उसके स्पर्श से ही मजे ले रही थी। सुमन मेरी और घूमी और अपनी आँखे बंद करके मुझे चूमने लगी।
मैं सुमन को चूमते हुए उसके कपडे उतरने लगा। हम दोनो बिस्तर पर बैठे हुए थे। सुमन मेरे ऊपर और मैं सुमन के निचे। सुमन के सारे बाल बिखर गए थे और वो मेरी गोद में पूरी तरह से नंगी बैठी हुई थी।
मैंने भी अपने पुरे कपडे निकल दिए। कभी सुमन मेरे ऊपर चढ़ के मुझे चूमती तो कभी मैं सुमन के ऊपर चढ़ के उसको चूमता।
अब सुमन ने मेरे लंड को अपने हाथ में लिया और उसे हिलाते हुए उसपे थूकने लगी ताकि लंड पर चिकनाहट बन जाए। कुछ देर हिलाने के बाद उसने मेरे लंड को मुँह में ले लिया।
मुझे याद हैं आज भी अगर सोते हुए भी अगर मैं सपने में सुमन को मेरा लंड चूसते हुए देखता हूँ तो मेरा वीर्य छूट जाता हैं। सुमन बहुत ही प्यार से लंड को चूसती थी।
सुमन के कुछ देर मेरे लंड को चूसने के बाद उसने अपने मुँह से लंड को बहार निकला और फिर बिस्तर पर लेट गई।
मैं बिस्तर पर चढ़ा और सुमन की दोनों टांगो को फैला कर उसकी चूत को चाटने लगा। सुमन की चूत बहुत टाइट थी। सुमन की सील अभी तक टूटी नहीं थी।
मैंने सुमन की चूत पर थूक लगया और धीरे धीरे से चूत के अंदर लंड अंदर घुसाया। मैंने थोड़ी देर में जब एकदम से सुमन की चूत के अंदर अपना पूरा लंड घुसा दिया।
जैसे ही मेने सुमन की चूत में पूरा लंड दिया उसकी चूत से खून आने लगा था। मैंने पहले सुमन की चूत से खून साफ़ किया और फिर से सुमन के ऊपर चढ़ गया।
सुमन को दर्द हो रहा था और मजा भी आ रहा था। वो आह्ह्ह्हह्ह् आअह्ह्ह्हह ऊऊऊह्ह्ह्हह्ह आअह्हह्ह्ह्हह कर रही थी। उसे चुदने में बहुत मजा आ रहा था।
मैंने घोड़ी बनाया और और अलग अलग तरीको से उसकी चूत मारी। मैंने सुमन की गांड मरने का मन कर रहा था।
मैंने सुमन को उलटा किया और सुकि गांड के छेद के ऊपर थूक फेक कर उसको चिकना किया। मैंने धीरे धीरे से सुमन की गांड में लंड घुसाया तो वो एकदम चीखी।
उसके मुँह से आह्ह्ह्ह आआह्ह्ह्ह की आवाजे कर रही थी। उसकी गांड मारने में मुझे बहुत मजा आ रहा था। कुछ दरे बाद मैं थकने लगा था और मेरा लंड ढीला पढ़ने लगा था।
मैंने सुमन की गांड के अंदर ही अपना सारा वीर्य निकाल दिया। कुछ देर हम दोनों ऐसे ही साथ में सोये रहे और फिर कुछ देर बाद सुमन भी अपने घर चली गई।
हमने उन 5 दिनों में कई बार चुदाई की और हमने बहुत मजे किये।
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