मम्मी की चूत चुदाई

सब लडको के लन्ड़ो में से बूंद- बूंद चिपचिपा लिक्विड सा निकल रहा था.

एक लड़के ने पूछा- मैडम, ये हमारे पेनिस से क्या निकल रहा है?

मम्मी – ये स्पर्म है.. जब ये स्पर्म चूत… आई मीन विजिना… में जाता है तो उसे कोपुलेशन यानी सेक्सुअल इंटरकोर्स कहते है और उसे से बच्चे पैदा होते है.

लड़का ४ – मैडम, एक बाद इंटरकोर्स करके बता दो.

मम्मी – पागल.. इंटरकोर्स अकेले नहीं होता. उसके लिए आदमी की जरूरत होती है.

लड़का – यहाँ तो ४-४ है.

मम्मी हंसने लगी और बोली – ठीक है. तुम इधर आओ और अपना पेनिस मेरी वेजिना में डालो और जोर से धक्का मारना.

लड़का – धक्का क्यों?

मम्मी – धक्का मारने से स्पर्म डिस्चार्ज हो जाता है और ….

लड़का – और क्या?

मम्मी – और मज़ा आता है… तभी तो लोग चुदाई .. आई मीन सेक्स करते है.

मम्मी पूरी गरम हो चुकी थी और अपने होठो से अपनी लिप्स काट रही थी और मोअन कर रही थी. मैं वेंटिलेटर से छुपकर सब देख रहा था. लड़का मम्मी के पास गया और खड़ा हो गया.

मम्मी बोली – “बुद्दू, चूत के ऊपर अपना लंड रखो”. लड़के ने अपना लंड चूत के ऊपर रखा और धक्का मारने लगा. पर उसका लंड अन्दर नहीं जा रहा था और बार- बार स्लिप हो कर बाहर आ रहा था.

मम्मी – लगता है. तुम्हारा पेनिस लुब्रिकेट करना पड़ेगा. फिर मम्मी ने ढेर सारा थूक उसके लौड़े पे डाला और एकदम से लौड़ा मुह में डाल लिया. लड़के को बहुत मज़ा आया और वो आँखे बंद करके मज़ा ले रहा था. मम्मी उसका लंड ऐसे चूस रही थी, जैसे कि आइसक्रीम हो. सब लड़के ये देखकर मुठ मारने लगे. ५ मिनट तक मम्मी ने उसका लौड़ा चूसा और मुह से बाहर निकाल दिया. उसका लौड़ा बाहर निकला, तो वो मम्मी के थूक से चमक रहा था और काफी बड़ा हो गया था.

अब मम्मी ने उसका लंड अपने हाथ में पकड़ा और अपनी चूत के ऊपर रख दिया और बोली अब धक्का मारो जोर से.. लड़के ने पूरा जोर लगाकर धक्का लगाया और उसका लंड मम्मी की चूत के अन्दर चले गया. मम्मी चिल्ला उठी..

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मम्मी – अहहहहहाहा… ऊऊउईईईइ.. माँआआआअह्हह्हह्ह…. मर गयीईईईइ…

लड़का – क्यों, दर्द हो रहा है क्या?

मम्मी – नहीं… नहीं. तुम्हारा बहुत बड़ा है. बड़ी मुश्किल से फिट आ रहा है. इतना बड़ा कभी मेरी चूत में गया नहीं… पर मज़ा आ रहा है… तुम रुको मत… और जोर से धक्के मारो.. और जितना अन्दर घुसा सकते हो … उतना अन्दर डालो. जिससे तुम्हारा स्पर्म मेरे एग तक पहुच जाए और उसे फेर्तिलिज़ कर पायेगा.. और तब जाकर मैं प्रेग्नेंट हो पाऊँगी और बच्चा पैदा होगा.

थोड़ी देर धक्के मारने पर मम्मी पूरी मस्त हो गयी थी और गंदी बाते करने लगी थी.

मम्मी – चोदो मुझे… येह्ह्हह्ह्ह्ह .. फक मी हार्डर… फक मी…. फाड़ दो ये चूत… अहहः अहहहः हम्म्म्म थप.. थो …थप..थप थप थप … प्रेग्नेंट कर दो मुझे… येह्ह्ह्हह्ह… आज इस रांड की प्यास बुझा दो… कुतिया कि तरह चोदो…ये चूत बहुत दिनों से प्यासी है… अपने वीर्य से इसकी पयस बुझा दो..येह्ह्ह्हह्ह.. ऊऊउह्ह्ह..ह्ह्ह्हह्ह आहाह्ह्ह्हह्ह…. साले चूतिये.. और जोर से मार ना…

लड़के जोश में आ गये थे और बड़ी तेजी से मम्मी की चूत मारने लगे. मम्मी को बहुत मज़ा आ रहा था और वो उसके धक्को के साथ मोअन कर रही थी.. अहहहः अहहहः हहहः उफुफुफुफुफुफ़.. येह्ह्हह्ह. ६ मिनट बाद उसका माल निकल गया और उसने अपना सारा स्पर्म मम्मी की चूत में डाल दिया. उसे बहुत मज़ा आया. फिर उसने अपना लंड बाहर निकाल लिया. मम्मी ने एक हेन्की से अपनी चूत साफ़ कि और बोली – चलो, सब बारी- बारी से मेरे साथ प्रैक्टिकल करो. आज हम पूरा दिन प्रैक्टिकल करेंगे.

फिर, बाकी लडको ने भी बारी- बारी से मम्मी को इसी तरह से चोदा और अपना स्पर्म अन्दर ही डाल दिया. उन सब के चोदने से मम्मी बहुत थक गयी थी. एंड में मम्मी ने अपनी चूत साफ़ की और लडको को बोली – अब तुम चारो जाओ. बाकी कि क्लास कल. वो दिन तो बस शुरुवात थी. उसके बाद तो मम्मी रोज इसी तरह मज़े लेती. कुछ दिनों बाद, मम्मी ने लडको को गांड मारना सिखाया और अपनी गांड भी मरवाई. उस दिन, लडको ने मम्मी कि गांड से खून निकाल दिया, क्योंकि, उनकी गांड का छेद बहुत टाइट था.

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धीरे- धीरे मम्मी की क्लास बहुत पोपुलर होने लगी और लड़के भी बढ़ने लगे. अब तो बड़े-बड़े लड़के आने लगे. अब तो टूशन क्लास रंडी खाना बन गया था. ४ बैच में लड़के आते थे और हर बैच में ४-५ लड़के होते. सबसे मम्मी अपनी चूत फटवातीऔर लौड़ा चूसती. कभी- कभी तो सारे लड़के एक साथ मम्मी को बेरहमी से चोदते. एकदिन तो मम्मी की चूत में लडको ने २ लंड डाल दिए. उस दिन मम्मी की चूत फट गयी और खून भी निकला और चुदाई चलती रही. इसी तरह अक्सर मम्मी कि गांड में लड़के २ लंड डाल देते. जब ऐसा उन्होंने पहली बार किया, तो गांड फट गयी थी और खून भी निकला और कुछ देर के लिए मम्मी बेहोश भी हो गयी थी. बाद में, सब नार्मल हो गया. मम्मी की चूत अब अभूत खुल चुकी थी और सूज गयी थी. लडको ने मम्मी के मम्मे चूस- चूस कर बहुत ही बड़े और चुतड मार- मार कर बहुत बड़े कर दिए और पीछे को निकाल दिए थे. ज्यादातर वो मम्मी को घोड़ी बनाकर चोदते थे, इसलिए सब लडको ने मम्मी के मोटे चुतड के कारण उनका निक नेम घोड़ी ही रख दिया था.

अब तो लड़के जब भी घर आते है. सो सीधा मुझसे पूछते है, कि घोड़ी कहाँ है हमारी? मैं कहता हु – नहा रही है. तो वो सीधा ही बाथरूम में घुस जाते है और घोड़ी बनाकर बहुत रफ़ली चोदते है. अगर, मैं कहू तो किचन में है, तो वो वहीँ जाकर पीछे से सलवार उतार कर चोद देते है. मम्मी ने मुझसे भी बहुत बार चुदवाया है.. ये कहकर कि अपने पापा को मत बताना ये सब. स्कूल में भी अक्सर कई टीचर और स्टूडेंट मम्मी के केबिन में जाकर मम्मी को फक करते रहते है. एक दिन तो चपरासी भी मम्मी के केबिन में घोड़ी बनाकर चूत मार रहा था. इस तरह मेरी मम्मी एक रंडी बनी और चुद्वाती है.

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