मेरी चुतर फार दो

प्रेषक : राहुल

हेल्लो दोस्तो, मैं आपका दोस्त राहुल एक और नई कहानी लिख रहा हु | यह कहानी आप लोगो को पसंद आएगी. एक बार मेरे बगल वाले घर मे एक परिवार कुछ महीनो के लिए नये नये रहने आया था. वो एक मुस्लिम परिवार था. उस परिवार मे मिया, बीवी और उनका 22 साल का लड़का था वो पढ़ता था. लड़का स्कूल के बोर्डिंग हाउस मे रह कर पढ़ाई करता था और इस समय वो वाकेशन की छुट्टियों मे आया हुवा था. मैं लड़के के पिताजी इकरम जिनकी उम्र ४८ साल है | उनकी बीवी का नाम एमिलि था, उसकी उम्र करीब ३८ साल होगी | लेकिन बहुत ही सुंदर और गदराए बदन वाली थी. उनकी दूसरी शादी हुई थी पहली वाइफ मर चुकी थी. वो सरकारी कर्मचारी थे हम दोनो सरकारी कर्मचारी होने के कारण एक दूसरे के घर आकर गप्पे मारा करते थे या फिर लूडो खेला करते थे मैं उन्हे अंकल कहकर संबोधित करता था और उनकी बीवी को भाभी कहता था.और उनको अंकल चोद नही पाते थे उनकी वाइफ काफ़ी सेक्सी थी बड़े बड़े चूतड़ और चुचिओ को देख कर किसी का भी मन उसे चोदने के लिए तड़प उठता था. अक्सर वो मुझे सेक्सी निगाहों से देखती थी.

कभी कभी तो उसके आँखे वासना से भरी नज़र आती थी और बातें करते हुवे मुझे देख कर कभी अपने होंठो को दाँतों से दबाती थी तो कभी होंठो पर बार बार जीफ फिराती थी.एक दिन बातों बातों मे उन्होने कहा राहुल जी जामिल (उनके लड़के का नाम है) के पापा को तो समय नहीं मिलता है और अगर तुम्हारे पास टाइम हो तो शाम को उसे गणित (मैथ) पढ़ा दिया करो मैं कहा मुझे कोई प्राब्लम नहीं है शाम को पढ़ाने आप के घर आजाउँगा . फिर मैं रोज शाम को उन के घर जामिल को पढ़ाने जाने लगा. अब मेरी आंटी से काफ़ी बात होने लगी. अब जब भी मैं उसके लड़के को पढ़ाता तो वो मेरे पास ही बैठी रहती थी. अब मैंने उसकी तरफ ज़यादा ध्यान देना शुरू कर दिया तो मैने महसूस किया कि वो अब मेरे सामने काफ़ी सेक्सी कपड़े पहनती थी. जब कभी सारी पहनती है तो उसका ब्लाउस काफ़ी कसा हुआ होता था जिसकी वजह से उसकी ३६ साइज़ की चुचियाँ तनी हुई रहती थी और सारी भी चूतडो पर भी काफ़ी कसी हुई रहती थी. उसकी चुचियाँ बहुत बड़ी बड़ी थी, जिसे देख कर ही मेरा लंड बुरी तरह से खड़ा हो जाता था. और जब कभी सलवार पहनती थी तो वो भी बहुत कसी हुई होती थी और कमीज़ लो कट वाले गले से उसकी चुचियाँ बहुत ही सेक्सी लगती थी. और गंद भी एकदम कसी हुई रहती थी उसकी गंद का साइज़ भी 44 था और कमर 34. पूरा का पूरा जबरदस्त माल लगती थी.जी करता था कि जाकर दबोच लूँ और पेल दू अपना लंड उसके गंद और चूत मे पर संकोच के मारे हिम्मत नहीं पड़ रही थी. एक दिन जब मे उसके लड़के को पढ़ा रहा था तो वो मेरे सामने वाले सोफे पर बैठी थी. उस दिन उसने गुलाबी रंग की सारी पहनी हुई थी और बहुत ही कसा हुआ ब्लाउस पहना था. लगता था कि वो उसकी चुचियो के साइज़ से काफ़ी छोटा था. मैं थोड़ी थोड़ी देर मे आंटी पर नज़र डाल रहा था कभी कभी उस से नज़र भी मिल जाती थी तो वो केवल मुसुकुरा देती थी.

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आप यह कहानी antarvasna कम पर पढ़ रहे है | उस दिन वो कोई किताब पढ़ रही थी जैसे ही फोन की घंटी बजी, उसके हाथ की किताब गिर आई तो वो उसको उठाने के लिए झुकी. उउउफफफ्फ़ क्या गजब का नज़ारा था एकदम कसी हुई दो बहुत ही मोटी गोल गोल गोरी गोरी चुचियाँ मेरे सामने थी. उसने ब्लाउस बहुत ही लो कट का पहना था तो उसकी चुचियो का काफ़ी भाग दिखाई दे रहा था. जब मेरी और उसकी नज़र आपस मे मिली तो वो समझ गयी थी कि मैं बड़े गौर से उसकी चुचियो को निहार रहा था तब वो मुस्कुरा कर फिर किताब ले कर पढ़ने लगी पर उसने अपना साडी का पल्लू उपर नहीं किया अब उसकी कसी हुई मोटी चुचियाँ ब्लाउस से कसी हुई सॉफ दिख रही थी. वो ऐसे ही काफ़ी देर तक पढ़ती रही और मेरे लंड का बुरा हाल बना रही थी. फिर वो बाद मे उठ कर चली गयी. अगले हफ्ते जब मैं उसके घर गया तो पता चला कि उसका लड़का अपने फ्रेंड के बर्तडे मे गया हुवा था. इसलिए मैने आंटी से कहा कि ठीक है तो मैं चलता हूँ तो वो बोली की चले जाना थोड़ी देर रूको तो सही. मैं रुक गया अब मैंने उसको गौर से देखा उसने आज नाइटी पहनी हुई थी वो भी काफ़ी पारदर्शी थी और उसके अंदर का सब कुछ सॉफ सॉफ दिख रहा था. उसने अंदर काली ब्रा और पॅंटी पहनी हुई थी. पॅंटी तो उसके चूतडो मे एकदम फसि हुई थी ऐसा लगता था कि वो केवल ब्रा और पॅंटी मे खड़ी हो, मेरा तो लंड पूरी तरह से तन गया था जो मेरी पैंट के उपर से. लंड का तना हुवा उभार सॉफ दिख रहा था. वो भी मेरे लंड को ही देख रही थी काफ़ी ध्यान से.

उसने मुझसे पूछा कि तुम कुछ लोगे तो मैने कहा कि कोल्ड ड्रिंक. तो वो कोल्ड ड्रिंक लाने के लिए चल दी. अब में उसके चूतडो को देख रहा था जो कि इधर उधर मटक रही थी. वो कोल्ड ड्रिंक ले कर आई और मुझे दिया. देने के लिए वो झुकी तो उसकी चुचियाँ की दरार दिखाई देने लगी मे उसको ही देखने लगा और ड्रिंक लेना भूल ही गया. वो भी कुछ नहीं बोली उसको पता चल गया कि में उसकी चुचियों को देख रहा हूँ. फिर मुझे याद आया कि मुझे ड्रिंक लेना है तो मैंने जल्दी से ले लिया तो वो मुस्कुराते हुवे बोली राहुल आराम से लेलो कोई जल्दिबाजी नहीं है. मैं उसकी बात सुन कर हैरान रह गया. अब मैंने समझ गया कि वो भी तैयार अब वो मेरे बगल मे आकर बैठ गयी और मैं उसके कंधे पर हाथ रख कर उसकी चुचिओ को सहलाने और दबाने लगा. और फिर वो अपनी नाइटी उतारने लगी तो मैने कहा अभी नहीं मेरी जान.तुझको मे अपने हाथो से नंगा करूँगा तो वो बोली हां ये भी ठीक है मुझको नंगा करते समय तुम अच्छे से मज़े ले लेना मेरी प्यासी चूत का. आज मेरी दिल की मुराद पूरी हो रही थी. उसका बदन वाकई काफ़ी गजब का था. एकदम मुलायम चिकना. उसको सहलाने मे बहुत मज़ा आ रहा था. अब वो सिर्फ़ ब्रा और पॅंटी ही पहनती थी. ही क्या गजब का माल लग रही थी. मैने उसके होठ चूमने शुरू किए और उसकी चुचियों को भी दबाने लगा. अब वो धीरे धीरे गरम हो रही थी. फिर उसने मेरी शर्ट और पैंट उतार दी अब मे सिर्फ़ अंडरवेर मे था. फिर वो मेरे खड़े हुवे लॅंड को देखने लगी जो अंडरवेर से बाहर आ गया था. मेरे लंड को देख कर वो बोली राहुल वाकई तुम्हारा लंड तो अश्व जाति जैसे बड़ा और मोटा है. इतना बड़ा और मोटा लंड .. मैं तो मर जाउन्गी. लेकिन तुम मुझे पूरी बेदर्दी से चोद्ना. मेरी चूत इस लंड के लिए कुँवारी जैसी है. तुम खुद ही देख लेना. फाड़ दो मेरी चूत को आज.तुमहरा लंड चूत मे लेकर इस प्यासी चूत की प्यास भुजा दूँगी. खेर फिर उसने धीरे से मेरा लंड बाहर निकाल लिया और उसको चूसने लगी. मुझे भी मज़ा आने लगा.

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