मेरी दीदी मेरी कंबल बनी

मेरा मान तो कैसा हुआ, पूछो मत जैसे ही मैने छुआ दीदी बोली, “चुसेगा? एकद्ूम मीठा आम के जैसा है.”
तो मैने कहा, “तुम डोगी तो ज़रूर चुसूंगा. इसमें से दूध निकलेगा क्या.”
मैं जाँबोझ के पूच्छा, “चूसने से तुम्हे दर्द तो नही करेगा ना?”
दीदी हँसने लगी बोली, “हा क्यूँ नही आज सब कुछ तेरे लिए. तुम खूब चूसो. मुझे भी अच्छा लगेगा.”
मैं चूसने लगा………….दीदी के चुचि बिल्कुल गोरी और बहुत सॉफ्ट थी. निपल्स थोड़े छ्होटे मटर के दाने जैसे थे.
फिर मैने पूछा, “अचानक मेरे साथ क्यू? तुम्हारा कोई बॉय फ्रेंड नही है के. उस से करती ये सब. या शादी के बाद करती पति के साथ.”

उसके बाद वो जो बोली इट वाज़ आउट ऑफ मी इमॅजिनेशन. वो बोली, “जब शादी नही करना है तो बॉय फ्रेंड बनके क्या फयडा.” मैं सन्न रह गया. हू शादी ही नही करेगी…..मतलब मैं हमेशा उसे छोड़ सकता हू. फॉर फ्यू सेकेंड्स रियली ई वाज़ डॅम शॉक्ड.
मैं बोला, “अगर किसी को पता चल गया तो क्या होगा?”
“हॅव फेत, नतिंग विल हॅपन. मैं हू ना.” उसने कहा और अपने बहो में भर लिया.
20 मीं के सकिंग के बाद वो मेरे कपड़े उतरने लगी. मैं उनके सामने नंगा नही होना चाहता था और मुझे तोड़ा अजीब भी लग रहा था. पता नही दीदी को मेरा लंड पसंद आएगा की नही. कभी किसी लड़की के सामने मैं नंगा नही हुआ था.
मैं पीछे हटने लगा तब दीदी ने मुझे इशारा किया और बोली, “तुम भी उतरो, मैं अकेली नंगी रहूंगी क्या? मेरा सब कुछ देख लिया अब मुझे भी दीखाओ मेरे भाई के पास क्या है?”
दीदी मेरे शॉर्ट्स खींचने लगी. मैने अपने कपड़े उतरे. मेरा लॉडा झट से दीदी को सल्यूट करने लगा. एकद्ूम एरेक्ट था. उसका टोपा एकद्ूम लाल और नसे भी फदाक राई थी. दीदी मेरे लॉड को बड़े प्यार से देख रही थी. उस वक़्त हम दोनो न्यूड थे. दीदी मेरे लंड को हाथ में लिया और दबाने लगी. वो घुटनो पे बैठ के मेरा लंड को किस करने लगी. उसे मुँह में लिया और लीक किया. दीदी के चूसने से मुझे बिजली के झटके लग रहे थे. मुझे बहुत अच्छा लग रहा था. मुझे लगा मैं दीदी के मुँह में ही झाड़ जौंगा. मैं इतनी कलडी झड़ना नही चाहता था. अभी तो शुरुआत हुई थी. मैने डिड को अलग किया. फिर दीदी रुक गयी.
दीदी ने कहा, “कितना प्यारा और मस्त लंड है मेरे भाई का. मेरे बर में जाएगा तो फाड़ देगा उससे. प्ल्ज़ मेरे प्यास को बुझाओ क्यूंकी मैं तुम्हे सबसे ज़्यादा ट्रस्ट करती हूँ. मैं चाहती हू तुम ही मेरी सील तोडो…..मुझे सेक्स का स्वाद दो. मुझे आज जाम के छोड़ो?”
मैं शॉक्ड था. उस वक़्त मेरा आगे 19 था ुआर बहन का 25. तब मुझे सब क्लियर हो गया. मैं समझ गया आअज दीदी मुझसे चूड़ेगी. उस दिन मेरा सबसे लकी दिन था. सामने दीदी बिल्कुल नंगी खड़ी था और मैं भी नंगा था. दीदी ने मुझे बाहों में पकड़ा और किस करने लगी. उसने मेरा मुँह लिया और मुझे अपने बूब्स के तरफ धकेली और चूसने को कहा.

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मैं उसके बूब्स को चूसने लगा. उस वक़्त वो मेरे पीठ पर हाथ फेर रही थी मानो मैं उसका बच्चा हू. हू मेरे मुँह में अपना चुचि घसेद भी रही थी और मेरे हार्ड लंड को प्रेशर से दबा रही थी. मेरा लंड एकद्ूम कड़ा था. उसके नस वग़ैरह एकद्ूम कड़े थे मानो अभी फट जाएँगे. दीदी हाथो से लंड को फिर से दबा रही थी. मैने उसका हाथ हटाना चाहा क्यूंकी मुझे लगा अब किसी भी वक़्त मेरा पानी निकला सकता है.
मैने कहा, “दीदी हाथ हटाओ मेर अपनी निकल जाएगा.”
दीदी झट से मेरा लंड अपने मुँह में ले लिया और चूसने लगी. मेरा तो एग्ज़ाइट्मेंट से हालत खराब हो रह था. फिर 2 मीं लंड चूसने के बाद वो बोली, “सक मी पुसी जब तक मैं तेरा लंड चुस्ती हू.”
हम 69 हो गये. मैने अपना मुँहे दीदी के छूट पे रखा और वो मेरा लंड चूस रही थी. दीदी के छूट में से अच्छी खुसबु आ रही थी. आख़िर कर मुझे वो छूट चूसने मिल गे था जिसका मैं काई दिन से पूजा करता था. मैं छूट के लिप्स को चाटने लगा. दीदी के मुँह से आआआअम्म्म्मममममममम की आवाज़े आ रही थी. मेरा लंड तो लगा अब फट जाएगा मगर दीदी चूस्ते जा रही थी. वो लंड को चुस्ती कभी लंड के टोपा को दाँत से रगड़ती. उसकी हर हरक़त पे मेरे शेरर में सिहरन होता था. कभी वो मेरे बॉल्स मुँह में ले लेती थी.
मैने अपना जीभ दीदी के छूट के फाड़ में घुसेड दिया. वो ज़ोर से चमकी. मैं अंदर का रस पीने लगा. बहुत टेस्टी था दीदी के छूट का रस. मैं जीभ घुसेड घुसेड कर अंदर तक पीना चाहता था. मैं मज़े से दीदी के बर को छत रहा था चूस रहा था. दीदी के छूट का दाना को चाटने लगा. दीदी को मेरा क्लिट चूसना बहुत अच्छा लग रहा था.
दीदी बोली, “चूस मेरा छूट…आग्ग्घह.छूट का दाना चूस भाई.”
उधर डिड के चूसने से अब मेरा लंड पानी छ्चोड़ने वाला था. मैने अपना लंड दीदी के मुँह से निकलना चाहा मगर वो चुस्ती रही.
मैने कहा, “दीदी अब मेरा लॉडा पानी छ्चोड़ेगा……….अब मुझे छ्चोड़ दो………..आआआआहाहहााआआ……………दीदी आआआआआआआ निकाला मेरा पानी.”
और बिना किसी चेतावनी के मेरे लॉड से मेरा पानी निकल गया. दीदी बिना एक बूँद गिराए पूरा पी गयी. मुझे तो विश्वश ही नही हुआ. तभी दीदी के छूट में भी हलचल हुई और मैं ज़ोर ज़ोर से चूसने लगा.

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दीदी बोली, “बच्चे अब मेरा भी पानी निकलने वाला है और ज़ोर से चूसो.आआआआअम्म्म्ममममममममाआअ……..मेरााआआआआआआआ पाााआआआअन्न्‍ननननननन्न्निईीईईईईईई निककककककककककककककल्ल्लाआाआआ…………”
दीदी ने दोनो जाँघ मेरे कान पे ज़ोर से दबाया और तभी उनके बर से एक झटका महसूस हुआ. उनके छूट से पानी सा निकला जिसे मैं पी गया. मुझे नही पता था लड़कीो का भी अपनी निकलता है. मगर मैं दीदी का पानी पी गया जैसे दीदी ने मेरा लूडा का पानी पीया था.
हम दोनो कुछ देर तक आराम किए. हमारा हार्ट बीट बहुत ज़्यादा था जो अब धीरे धीरे नॉर्मल हो रहा था. हम अभी भी नंगे ही थे. मैं सोच रहा था बस यही इतना होगा या और कुछ भी.

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