मई बनी अपने बाप की रखैल भाग 3

ही दोस्तो मेरी इस सीरीस की कहानियो को इतना प्यार देने के लिए सूकरिया. अभी तक तो आपको पता चल ही गया होगा की मेरे पापा कैसे मेरा फयडा उठाते है. खुद तो छोड़ते ही है और दूसरो से भी अपने फयडे के लिए चुड़वते है.

तो ये बात पिछली कहानी के कुछ दिन बाद की है. पापा लगभग रोज़ मुझे छोड़ते थे. वो हमेशा कुछ नया तरीका सोचते थे मुझे छोड़नाई का कभी नहाते वक़्त, कभी देर रात मई, कभी सॉफ्ट्ली छोड़ते थे तो कभी फुल रफ. मुझे भी इन सब चीज़ो मई मज़ा आने लगा था. मई भी उनका पूरा साथ देती थी.

एक दिन मेरी बेस्ट फ्रेंड रोमॅना मेरे घर पे असाइनमेंट के कुछ काम से आई थी. उसने सलवार और जीन पहना था और उसके सिर पर दुपपता था. रोमॅना हमेशा सिर पर दुपाता रखती थी. पापा की उसपे नज़र खराब होने लगी थी.

रोमॅना एक सीधी साधी मुस्लिम लड़की थी. उसका साइज़ 28 26 30 था. उसका राँग भी एकद्ूम फेर था. उसके सिर पर हमेशा दुपट्टा रहता था. कॉलेज मई भी वो सिर्फ़ मेरे से बात करती थी.

जब हम दोनो असाइनमेंट का काम कर रहे थे तो पापा आ कर मेरे से एकद्ूम साथ कर बैठ गया. रोमॅना हुमारे आयेज ही बैठी थी. पापा पीछे से मेरे पयज़ामे मई हाथ डाल के मेरी गांद दबाने लगे.

मैने रिक्ट ना करने की कोशिश की मगर धीरे धीरे मई गरम हो कर गीली होनो लगी. फिर पापा ने एकद्ूम से एक उंगली मेरे गंद के छेड़ मई डाल दी. मेरी ढेरे से आवाज़ निकल गयी. रोमॅना ने मेरी आवाज़ सुन कर मेरी तरफ देखा. उससे भी ख़टकनाई लग गया था की पापा मेरे ठैई करीब क्यू बैठे है. पीर पापा ने रोमॅना से बात करना चालू कर दिया.

पापा: तुम्हारा नाम क्या है बेटा?

रोमॅना: जी रोमॅना सेइखह.

पापा: तुम्हारे पापा क्या करते है?

रोमॅना: अंकल उनका मेरे बचपन मई ही इंटेकल हो गया था. मई और मेरी मम्मी अकेली है तब से. मम्मी टीचर है मेरी.

पापा की उंगली अभी भी मेरी गंद मई थी और वो अंदर बाहर किए जा रहे थे. मई बस अपनाई आप को मोन करने से रोकनाई की कोशिश कर रही थी. मई इतनी गिइली हो चुकी थी की मेरी पनटी भीग गयी थी.

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थोरी देर पापा रोमॅना से बात करने के बात बाहर चले गये. मेरी जान मई जान आई क्यू की एब्ब कंट्रोल करना मुस्किल हो रहा था. मेरा सेहरा पूरा लाल हो चुका था. हुममे असाइनमेंट लिखते लिखते साम हो गयी. मान्सून का मौसम था तो बहुत तेज़ बारिश भी स्टार्ट हो गयी.

रोमॅना ने हुमारे साथ ही डिन्नर काइया. फिर पापा ने कहा की वो कार से रोमॅना को चोर देंगे. जाते वक़्त पापा ने मुझे भी साथ मई चलनाय को कहा. मई अग्गे बैठी थी और रोमॅना पीछे.

रोमॅना का घर 45 मीं दूर था हुमारे घर से. जाते वक़्त गाड़ी अचानक से बंद पर गयी. बहुत कोशिश करने पर भी स्टार्ट नही हुई. पापा ने मेकॅनिक को फोन काइया तो उसने बता की सयद बॅटरी मई पानी चला गया होगा. वो नया बॅटरी लेकर आ जाएगा बुत टाइम लगेगा क्यू की बारिश भी बहुत हो रही थी.

हम लोग गाड़ी मई ही वेट कर रहे थे. तभी पापा मेरे जंगो पे हाथ रख कर मेरी जंघे सहलाने लगे. मई साँझ गयी थी की पापा की नीयत खराब हो रही है. मगर मुझे दर्र था की कही रोमॅना को पता ना चल जाए.

मैने उन्हे रोखनई की कोशिश की बुत वो नही रुके. सयद तेज़ बारिश से उनका मूड बन गया होगा. देखते ही देखते पापा ने मेरी लेग्गिंस मई हाथ डाल कर मेरी छूट सहलाने लगे.

मई धीरे धीरे गरम होने लगी. फिर पापा ने मेरी छूट मई उंगली डालना सुरू कर दिया. मुझसाई एब्ब कंट्रोल नही हुआ मई मोन करने लगी. पापा ने मेरी सूट से मेरे बूब्स बाहर निकले और उससे सक करने लगे.

रोमॅना ये सब देख कर गबरा गयी. फिर पापा ने उससे कहा.

पापा: घबराव नही… बाप बेटी मई ये सब चलता है.

रोमॅना: बुत ये सब ग़लत है.

पापा: बुत सीमा अपनाई मर्ज़ी से करवाती है. उससे भी मज़ा आता है.

पापा ने मुझे इशारा कर के उससे मानने को कहा बुत मई अपनी बेस्ट फ्रेंड को इंसब मई इन्वॉल्व नही करना चाहती थी. मगर पापा ने मेरी क्लिट्ौस को ज़ोर से पकड़ के गुस्से मई इशारा काइया. मुझे बहुत दर्द हो रहा था. मजबूरन मुझे भी न कहना परा.

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रोमॅना: क्या अंकल सच कह रहे है सीमा?

मई: न पापा सच कह रहे है इससे रिश्ते एर मजबूत होते है.

पापा: तुम्हारे पापा ज़िंदा होते तो तुम्हाई समझते.

रोमॅना कन्फ्यूषन मई थी. तभी पापा ने अपना फाइनल पत्ता खेला.

पापा: घबराव मत मुझे भी अपना पापा जैसा समझो. इस्मै बहुत मज़ा आता है.

रोमॅना: हुमारे धरम मई शादी से पहले ये सब हराम है

पापा: दूसरे मर्दो के साथ मई तो तुम्हारे पापा जैसा हू.

मई: मज़ा तो सही मई बहुत आता है.

रोमॅना कन्फ्यूज़ थी बुत मान गयी. पापा ने गाड़ी की सारी सीट फ्लॅट कर दी और हम दोनो पिछले चले गये. फिर पापा रोमॅना को किस करने लगे और मई पीछे से पापा के गर्दन चूमनाई लगी. पापा रोमॅना की सूट और जीन्स उतरनाई लगे.

फिर पापा ने मुझे अपनाई सारे कपारे उतरनाई को कहा. गाड़ी मई जगह कूम थी मगर मज़ा आ रहा था. मैने अपनाई सारे कपारे उतार कर नंगी हो गयी. पापा रोमॅना के सिर का दुपट्टा हटाने गये तो उसने माना कर दिया.

पापा( मुझे देखते हुए): देख ये फ़र्क होता है सरीफ़ लड़की और तुझ जैसी रॅंड मई.

मुझे बहुत बुरा लगा. मगर मुझपर किसी ने ध्यान नही दिया. पापा ने रोमॅना के ब्रा और पँति भी उतार दिए. फिर पापा ने मुझे और रोमॅना को किस करने को कहा. हम दोनो घबरा गये.

मैने पहले कभी किसी लड़की को किस नही काइया था. हम दोनो ढेरे ढेरे करीब आए और हल्के हल्के तरह से किस करने लगे. पापा ने ज़ोर से मेरी गंद पे छाँटा मारा और कहा ठीक से कर.

हम दोनो घबरा गये और फुल किस करने लगे. मुझे मज़ा आने लगा. रोमॅना का हूँठ मर्दो के मुक़ाबले काफ़ी नरम था. वो भी वापिस मुझे किस करने लगी देखते ही देखते हम दोनो पूरे पॅशनेट्ली किस करने लगे. रोमॅना भी गरम हो गयी थी. किस करते करते हम सीट कर ही लाते गये. मई नीचे थी और रोमॅना मेरे उपेर.

पीछे से पापा रोमॅना की छूट सहलाने लगे और उससे ज़ुबान से चटनैई लगे. रोमॅना गरम हो कर मोन करने लगी. अभी भी हम दोनो किस ही कर रहे थे. कभी मई उसका बूब्स चुस्ती कभी वो मेरे.

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