ये बात तब की है जब मे 19 साल का था और मे सम्मर वाकेशन के लिए मेरे मामा के घर गया था. व्हा पे मैने बहोट मस्ती की और मज़ा किया पर अब वाकेशन ख़तम होने को था तो मेरी मा ने मामा को बोला की अब रोके को भेज दो.
फिर मामा ने मामी से बोला की तुम ही रोके को घर छ्चोड़ के आओ. स्टोरी मे आयेज जाने से पहले मे मामी के बारे मे बता डू. तो मेरी मामी एक नॉर्मल बॉडी की हलकी सी सावली औरत थी. और उसके बूब्स इतने ब्दे है की नीचे जुक्ने पे आधे दिखते है और गंद देखते तो सब के लोड खड़े हो जाते है.
आस पास के महहोले के लोग उनकी बूब्स और गंद की ही बाते करके अपना लंड खुजाते थे. (ये बात मैने पास की दुकान मे घर का समान लेने गया तब व्हा पर खड़े लोगो के मूह से सुनी थी).
नेक्स्ट दे अर्ली मॉर्निंग की बस थी. क्यूकी गॅव मे बहुत ज़्यादा बस चलती नही ओन्ली एक अर्ली मॉर्निंग आंड एक शाम को जाती है. तो हम लोग बस मे बेत गये. बस मे बहोट भीड़ नही थी तो मे और मामी 3 की सीट पे आराम से बैठ गये.
बस चलाने के थोड़ी देर के बाद मुझे बहोट ज़ोर से टाय्लेट आ रहा था. जैसे जैसे रास्ते मे कोई गड्ढा आता तो ज़ोर से दर्द होता और बहोट ज़ोर की लगी थी. तो मैने मामी को बोला की मुझे बहोट तेज टाय्लेट आई है.
वो बोली अभी तो बस निकली है नेक्स्ट स्टेशन आने मे तो बहोट देर लगेगी. मेरी हालत खराब हो रही थी मैने फिरसे मामी को बोला फिर मामी से मेरी हालत देखी नही गयी. उन्होने थोड़ी देर सोचा फिर बोला अगर तुम किसीसे ब्टाओगे नही तो उनके पास एक तरकीब है जिससे थोड़ी देर तक टाय्लेट रोकने मे आसानी होगी.
मैने बोला हन ठीक है बस आप जल्दी करो. फिर मामी ने बोला मे तेरे नुणु को मेरे मूह मे लूँगी उससे तेरा नुणु तोड़ा सख़्त हो जाएगा और टाय्लेट थोड़ी देर फील नही होगी.
अभी तक तो मैने कभी मामी के बारे मे गंदी नज़र से देखा भी नही था बुत यूयेसेस टाइम मुझे कुछ सुज़ नही रहा था. मैने जल्दी से हन बोल दी.
अब मामी ने बोला पेंट मे से नुणु बाहर निकालो. मैने जल्दी से बाहर निकाला और मामी ने हाथ मे लिया और थोड़ी देर सहेलाया और नीचे झुक के मूह मे डाल दिया. और एक मीं के लिए तो मुझे इतना मज़ा आया की जस्ट वाउ मुझे दूसरा कुछ दिख ही नही रहा था.
उधर नीचे ज़ुकने की वजह से और हिलने की बजाह से मामी के आधे बूब्स बाहर हिल रहे थे. पूरी क्लेवगे सॉफ दिख रही थी और दोनो बूब्स के बीच की गाहेराई इतनी सेक्सी लग रही थी. उस हालत मे मामी एक दूं पॉर्न स्तर लग रही थी.
मामी के ज़ोर से चूसने पे मेरा लोड्ा सकत 8 इंच बड़ा हो गया. ये देख के मामी एक बार उठ के लोड को देखने लगी. उसको ये अंदाज़ा नही था की इतना बड़ा हो जाएगा.
मैने बोला मामी बाँध क्यू किया जल्दी से करो मुझे मज़ा आ रहा है. फिर मामी ने बोला तुम्हारा तो बधहोत बड़ा और सख़्त हो गया है और मामी ने फिर से मूह मे मेरा लंड लिया और पूरा अंदर तक चूसने लगी.
मुझे इतना मज़ा आ रहा था की मे खुद मामी के मूह को पकड़ के अंदर बाहर कर रहा था. मामी परोफेससिओनल तो नही लगी पर वो बहुत अच्छे से चूस रही थी इतने मे मेरा माल निकलने वाला था और मैने झटके लगाना तेज कर दिया.
मामी को कुछ समाज आए उसके पहले मैने मेरा सारा माल मामी के मूह मे निकल दिया. अब मामी झट से उठ गयी और उसके मूह से मेरा माल निकल रहा था उसने उसको सॉफ किया और मुझे डाँटने लगी. मई दर गया और बोला की सॉरी मुझसे रहा नही गया और बहोट मज़ा आ रहा था.
अब थोड़ी देर तक तो मुझे टाय्लेट की कोई दिक्कत नही हुई पर थोड़ी देर के बाद फिरसे दर्द होना शुरू हो गया फिरसे मैने मामी को बोला इस बार उन्होने सॉफ माना कर दिया मैने भोथ सॉरी और प्लीज़ बोला फिर मेरा मूह देख के उसने हन बोल दी और बोला की इश्स बार जल्दी ना निकले और निकल ने वाला हो तब मुझे बोल दे. मैने हन मे हन भर दी.
मामी ने फिरसे मेरा लोड्ा मूह मे लिया और चूसने लगी. थोड़ी देर के बाद मामी के लटकते हुए बूब्स देख क मेने हाथ आयेज बधाया और ब्लाउस के अंदर हाथ डालके एक बूब्स को पकड़ लिया.
(मामी ने मस्त लाल कलर की सदी से मॅचिंग ब्रा पहेनी थी).
मामी ने इश्स पे कोई रिक्षन नही दिया और चुस्ती रही. इससे मुझे ख़ुसी हुई और मे उसके बूब्स को भोथ बुरी तरह से मसालने लगा. उनके बूब्स इतने सॉफ्ट और सफेद थे की मुझसे रहा ही नही जा रहा था और मेरे अंदर का कमीनपन अब जाग गया था.
अब दोनो हाथो से दोनो बूब्स को दबा रहा था. मामी को दर्द हो रहा था तो उसने बोला तोड़ा धीरे दब्ाओ फिर भी मई ज़ोर से दबाता था.
थोड़ी देर के बाद मामी को भी मज़ा आ रहा होगा वो मस्त तरह से चूसने लगी. मई उनके निपल्स को दोनो फिंगर से दबा रहा था वो एक दूं ब्लॅकिश ब्राउन कलर के थे.
फिर मेरा होने वाला था मेने इस बार मामी को इशारा किया. पर मामी को भी मज़ा आ रहा था तो ध्यान नही दिया. और इश्स बार भी मई उनके मूह मे जाध गया.
इश्स बार उन्होने मेरा माल पूरा छत के सॉफ कर दिया. हुँने अपने कपड़े ठीक किए उतने मे नेक्स्ट स्टेशन आ गया, मई जल्दी से उतरा और टाय्लेट चला गया.