मैं एक बार फिर से अपनी नयी कहानी ले कर हाजिर हूँ. मेरे लंड का साइज़ 6 इंच है. अपने इस लंड से मुझे इतना भरोसा है कि मैं किसी को चुत को चोद कर संतुष्ट कर सकता हूँ. मेरी दूसरी ख़ास बात ये है कि मैं सीधे चुदाई करना पसंद नहीं करता हूँ, बल्कि आराम से और पूरे मज़े से करता हूँ.
हमारे यहाँ एक नए किरायेदार रहने के लिए आए. उनके दो बच्चे थे, भाभी बहुत सुन्दर थीं और उससे भी ज्यादा उनकी 34-32-34 की फिगर बड़ी लंड जगाऊ थी. मुझे लगता है कि जो भी कोई उनको एक बार देख लेगा, तो मुठ मारे बगैर नहीं रह सकता.
किरायेदार का परिवार जबसे हमारे घर में आया था, तब से मैं भाभी से कम बात करता था, ऐसा नहीं था कि मेरा उनसे बात करने का मन नहीं होता था, दिक्कत ये थी कि घर में सब होते थे इसलिए उनसे बात करने का मौका नहीं मिल पाता था.
एक दिन उनके हस्बैंड को कहीं बाहर जाना पड़ा और वो भी पन्द्रह दिन के लिए जाना पड़ा था. मैं भैया को बस स्टेशन छोड़ आया और आ कर अपने रूम में अन्तर्वासना की कहानी पढ़ने लगा,
तभी अचानक भाभी के चीखने की आवाज़ आयी, तो जाकर सबने देखा कि क्या हुआ. ऊपर जाकर पता चला कि भाभी ने खिड़की के बाहर एक सफ़ेद कपड़ा देख लिया था, जो हवा में उड़ कर खिड़की पर आ गया था. उसको देख कर भाभी डर गयी थीं और अब वे अकेले सोने से डर रही थीं.
जब उन्होंने ये बोला कि उन्हें रात में अकेले सोने में डर लगता है तो मम्मी और पापा ने मुझे भाभी के कमरे में सोने के लिए बोल दिया कि तू भाभी के पास सो जा और ध्यान रखना.
मैं उस समय उनके कमरे में ही था मैंने झट से बात मान ली. मम्मी पापा के जाते ही मैं भाभी के पास बेड पर लेट गया. उनके बच्चे दूसरे बेड पर सो रहे थे. क्यूंकि बच्चे छोटे थे इसलिए जल्दी सो जाते थे.
मैं भाभी के साथ बात करने लगा- आप ऐसे कैसे डर गई हो?
तो वो बोलने लगीं- अचानक ही कपड़ा आ कर खिड़की पर लग गया, इसलिए डर गयी.
चूंकि उस समय सर्दियां थीं, तो मैं और भाभी अलग अलग रज़ाई में लेटे थे. मैंने अन्तर्वासना की इतनी कहानी पढ़ी हुई थी कि मुझे माल जैसी भाभी के बाजू में लेटे होने के कारण नींद नहीं आ रही थी. जब मुझे नींद नहीं आयी तो मैं अपने मोबाइल पर मूवी देखने लगा.
भाभी ने मुझसे पूछा- क्या नींद नहीं आ रही है?
तो मैंने हामी भरते हुए कहा- हां भाभी, नींद नहीं आ रही है इसी लिए तो मूवी देख रहा हूँ.
तो भाभी ने बोला- हां यार मुझे भी नींद नहीं आ रही है, चलो मैं भी तुम्हारे साथ मूवी देख लेती हूँ.
ये कह कर वो मेरे पास को सरक आयी लेकिन अपनी रज़ाई में ही लेटी रहीं. मैं इस वक्त एक इंग्लिश मूवी देख रहा था तो जैसा कि आप जानते हैं कि इंग्लिश मूवी में सेक्स सीन्स की भरमार होती है.
जब हम मूवी देख रहे रहे थे, तभी उसमें एक सेक्स सीन आ गया. उसे देख कर भाभी का मुँह शरम से लाल हो गया लेकिन उन्होंने निगाह नहीं हटाई. बस होंठ दबा कर एक कातिल सी मुस्कान बिखेर दी.
मैंने भी मौके का फायदा उठाना चाहा और भाभी को बोला- आप मेरी रज़ाई में आ जाओ, आराम से देख लो.
एक बार तो उन्होंने मना किया,लेकिन मेरे दोबारा बोलने पर मेरी रज़ाई में आ गईं.
उस टाइम भाभी ने लोवर और टी-शर्ट पहना हुआ था. जैसे ही भाभी मेरे पास मेरी रज़ाई में आईं, मेरा लंड तो एकदम खड़ा हो गया.. क्यूंकि मैंने ऐसा कभी नहीं सोचा था. फिर मैं और भाभी साथ में दोबारा मूवी देखने लगे.
मुझे पता था कि इस मूवी में बहुत सारे सेक्स सीन्स हैं तो मैंने ज्यादा जल्दबाज़ी नहीं की, बल्कि इन्तजार किया.
जल्दी ही दूसरा सेक्स सीन आया तो भाभी ने मेरे सीने पर हाथ रख दिया. मैंने भी धीरे से भाभी के मम्मों पर हाथ रखा और प्रेस किया तो भाभी मेरी तरफ देख कर हंस दी और मेरे सीने पर लेट सी गईं.
मुझे तो सिग्नल मिल गया, मैंने मोबाइल एक तरफ रखा और भाभी को सीधा करके उनके होंठों पर किस करने लगा. भाभी पहले ही गर्म हो गयी थीं तो वो एकदम से मुझे किस करने लगीं.
मैं भाभी के मम्मों को भी दबा रहा था. इस वक्त मुझे बहुत मज़ा आ रहा था.. क्यूंकि भाभी के चूचे बहुत बड़े थे.
उनसे बात होने लगी. भाभी बताने लगीं कि उनको कपड़े से डर नहीं लगा था बल्कि मुझसे चुदना था. उनकी बिंदास भाषा सुनी तो मैं एकदम से गर्म हो गया.
बस उसके बाद मैंने भाभी के टी-शर्ट उतार दी और उनकी ब्रा के ऊपर से उनके मम्मों के चूचुक बारी बारी से पीने लगा. भाभी और गर्म होती जा रही थीं. फिर मैंने भाभी की ब्रा भी उतार दी और उनके मम्मों को मसलने और चूमते हुए चूसने लगा.
भाभी ने हाथ बढ़ा कर मेरा लंड पकड़ लिया और बोलने लगीं- बस अब अन्दर डाल दो और मत तड़फाओ.
लेकिन दोस्तो, सेक्स में औरत या लड़की को जितना तड़फाओ, उनको बाद में उतना मज़ा आता है.
मैंने भाभी का अभी तक लोवर नहीं उतारा था. इस बार मैंने आगे बढ़ते हुए भाभी के लोअर को उनकी पेंटी के साथ ही उतार दिया और उनको बिल्कुल नंगी कर दिया.
मैं भाभी की चिकनी टांगों पर चूमने लगा और धीरे धीरे उनकी जांघों पर पहुंच गया. मुझे उनकी जांघें बहुत मस्त लग रही थीं, बिल्कुल दूध की तरह गोरी और मुलायम थीं. मैंने वहां किस करना शुरू कर दिया.
भाभी अब टांगें पसार कर और भी ज्यादा तड़फने लगी थीं. जैसे ही मैंने उनकी चुत पर अपना मुँह रखा, वो एकदम से उछल पड़ीं और उन्होंने मेरा मुँह अपनी जांघों में दबा दिया. मुझे उस टाइम बड़ा मज़ा आ रहा था.