हॉट प्यासी लड़की की प्यास भुजाइ

उसने हामी भर दी और ठीक समय पर घर का दरवाजा बिना कुंडी के उड़का कर लगा दिया. मैं उसके घर आया और दरवाजा धकेल कर सीधा अन्दर आ गया.

मैंने अन्दर जाकर देखा, तो सामने सुरभि हॉट सी जालीदार नाइट सूट पहने मेरा इंतज़ार कर रही थी.

मैं जैसे ही अन्दर गया, तो वो दौड़ कर मुझसे लिपट गयी और सुबकने लगी. ये उसकी चाहत मिलने के आंसू थे. मैं उसकी पीठ सहलाते हुए उसे चूमता रहा. हम दोनों काफ़ी देर तक एक दूसरे से ऐसे ही लिपटे रहे, जैसे कि हम दोनों को एक दूसरे को सालों से मिलने की प्यास हो.

उसके बाद फिर हम एक दूसरे से अलग हुए … तो मैंने देखा सुरभि की आंखों में ख़ुशी के आंसू थे.
मैंने उससे पूछा तो उसने ‘आई लव यू..’ बोल कर मेरे होंठों पर अपने कोमल से होंठों को रख दिया.

मैं बता नहीं सकता कि वो कितना मस्त अहसास था. वो मदहोश होकर खुद को मेरी बांहों के आगोश में क़ैद कर रही थी. मैं भी उसकी तरफ खिंचा जा रहा था. हम दोनों एक दूसरे में खोते जा रहे थे.

करीब आधे घंटे की किस के बाद हम एक दूसरे से अलग हुए, तो कुछ देर हम चुप रहे और हमारी आंखें बातें करती रहीं.

फिर सुरभि उठी और रसोई चली गयी और मैं भी उसके पीछे पीछे चला गया. वहां भी मैं उसको हग करके खड़ा रहा.

उसने दोनों के लिए कॉफ़ी बनाई और हम दोनों ने एक ही बड़े मग में पी.

कुछ देर हम दोनों एक दूसरे से चिपके बैठे रहे. हम लोग आपस में बातें ना के बराबर कर रहे थे, बस एक दूसरे की मन की बात को सुन और समझते हुए प्यार कर रहे थे.

फिर सुरभि रम की बॉटल लेकर आई और वो दो गिलासों में पैग बनाने लगी.

जब वो जब दो गिलासों में रम डालने लगी, तो मैंने उसे मना कर दिया और उसको एक गिलास में डाल कर पीने को बोला.
वो मुस्कुरा दी और बोली- हां, मैं तो भूल ही गई थी.

और कहानिया   आसानी से मिली चुत को भरपूर बजाय

फिर जब उसने शराब पी, तो मैंने उसके होंठों पर होंठों रखके उसके होंठों से जाम खींच लिया.

आह आज तो शराब से ज़्यादा उसके होंठों का नशा हो रहा था. कुछ ही देर में नशे का आलम हो गया और हम एक दूसरे पर भूखे भेड़ियों की तरह टूट पड़े. उसके होंठों को चूमते चूमते, मैं धीरे धीरे उसके बदन पर हाथ घुमाने लगा.

वो मदहोश हो रही थी और मुझे अपनी बांहों में और भी कसके जकड़ रही थी.

फिर मैंने सुरभि के कानों पर काटना शुरू कर दिया. उसके कान के नीचे वाले भाग को अपने दांतों से चुभलाते हुए सहलाने लगा. उसने कामुकता की सीमा पार करते हुए मेरे होंठों पर काट लिया. ये पहली दफ़ा था, जब कोई इस तरह से मुझे किस कर रहा था.

मैंने फिर से अपने होंठों को उसकी गर्दन पर घुमाना शुरू कर दिया और बेतहाशा चूमने लगा. जितना मैं उसे चूमता, उतना ही सुरभि के मुँह से सिसकारियां निकल रही थी- आआह्ह … अभय आई लव यू … और करो मेरी जान … आज से मैं बस तुम्हारी हूँ … आह मेरी जान … अभय आह … तुम मुझे पहले क्यों नहीं मिले!

मैंने उसको अपनी गोद में उठाया और बेडरूम में ले गया और उसको बेड पर लिटा कर उसकी नाइटी उतार दी.

अब सुरभि मेरे सामने काले रंग की चमकदार ब्रा और काले रंग की पैन्टी में थी. मैं उसके मम्मों को ऊपर से दबाने लगा, तो वो उनको अपने हाथों से ऊपर उठा कर मेरा साथ दे रही थी.

वो मुझे ब्रा के ऊपर से अपने दूध चुसाते हुए बोली- आह चूस लो … आज मैं जितना भी चीखूँ … पर तुम मत रुकना … आज मैं पूरी तरह से एक औरत होने का सुख लेना चाहती हूँ.

मैंने उसकी ब्रा को एक झटके में फाड़ दिया और उसके आम मेरे सामने आज़ाद थे. उसके निप्पल उत्तेजना के चलते पूरे तने हुए थे. सुरभि ने खुद मेरे सर को पकड़ कर अपने मम्मों पर रखा और मैं भी छोटे बच्चे की तरह उसके मम्मों को चूसने लगा.

और कहानिया   दोस्त की तलाश में चुदाई करने मिला

उसकी सिसकारियों की आवाज़ से मैं और भी उत्तेजित होकर ज़ोरों से चूचे चूसने लगता.

फिर सुरभि ने खुद मेरे कपड़े उतार दिए और मेरे बदन को चूमने लगी. वो मेरे बदन से खेलने लगी.

मैंने उसको गोद मैं उठाया और रसोई में लेकर आ गया और उसको ज़मीन पर लिटा दिया.
वो बस मेरी तरफ प्यार से देख रही थी.

मैंने फ्रिज से बर्फ निकाली और उसके उसके छोटे छोटे टुकड़ों को सुरभि के बदन पर रगड़ने लगा. इससे सुरभि तो मानो खुद को खो बैठी थी बस. और रसोई उसकी सिसकारियों की आवाज़ गूँज रही थी- आहह … उउहह … अभय.

उसकी मादक आवाजें ही गूँज रही थीं.

तभी सुरभि ने मेरी पैन्ट उतारी और अंडरवियर के ऊपर से ही मेरे लंड को दबाने लगी.

आप खुद एहसास करके देखो कि जब एक लड़की के कोमल हाथ में जब किसी मर्द का सख्त लंड आता है, तो क्या अहसास होता है.

मेरे लंड को हाथ में लेकर सुरभि डर गयी और बोली- अभय … इतना मोटा लंड और लंबा लंड … मेरे पति को 4 इंच का है. इतना लम्बा तो मैंने अब तक सिर्फ पॉर्न फिल्मों में ही देखा था. मेरी छोटी सी चूत में ये नहीं घुस सकेगा.

मैंने उसको समझाया, तो वो मान गयी. फिर मैंने उसको और गरम करने के लिए उसकी चूत को उसको पैन्टी के ऊपर से दबाकर रगड़ने लगा.

उसने अपनी टांगें खोल दीं और साथ ही उसने मेरे लंड को अपने हाथ में थाम लिया. वो मेरे लंड को हाथों से दबाने लगी … और उससे खेलने लगी. मेरा लंड और तन गया.

Pages: 1 2 3

Leave a Reply

Your email address will not be published.