हॉट आंटी का कामवासना

इप्शिता बोली- गुड नाईट !

मैंने कहा- अगर बुरा नहीं मानो तो एक बात कहूँ?

वो बोली- नहीं मानूंगी स्वर्णिम ! बोलो !

मैंने कहा- आप इस ड्रेस में काफ़ी क्यूट दिख रही हो ! आपका कोई बॉय-फ्रेंड तो होगा ही !

इप्शिता काफी जोर से हंसने लगी, मैंने कहा- क्या हुआ ? मैंने कोई चुटकला तो नहीं सुनाया !

वो बोली- नहीं ! ऐसी बात नहीं ! मैं जहाँ भी गई, किसी न किसी ने मुझे प्रपोज़ किया- स्कूल, कॉलेज, ऑफिस सभी जगह ! पर मुझे यह सब बिलकुल भी पसंद नहीं है ! मेरा मानना है कि यह सब टाइम पास करने के लिए होता है !

इप्शिता ने कहा- स्वर्णिम, तुम ने कभी किसी को प्यार किया है ?

मैंने कहा- हाँ मैंने प्यार किया है और उसी से शादी भी करूँगा !

ओ सॉरी ! मैंने शायद कुछ गलत कह दिया ! इप्शिता ने कहा।

मैंने कहा- नहीं इप्शिता, तुमने जो महसूस किया वही तो कह रही हो !

मैंने कहा- इप्शिता तुम बहुत खूबसूरत हो ! जिसे तुम मिल जाओगी, वो कभी भी किसी और के पास नहीं जायेगा !

इप्शिता ने कहा- ऐसी क्या चीज़ है मुझ में ?

मैंने कहा- सभी चीज़ है इप्शिता ! तुम्हारा व्यव्हार, तुम्हारी खूबसूरती !

इप्शिता ने पूछा- स्वर्णिम, तुम्हें क्या-क्या अच्छा लगा मुझ में?

मैंने कहा- सभी चीज़ इप्शिता !

इतना कह कर मैंने उसका हाथ अपने हाथ में ले लिया। इप्शिता कुछ नहीं बोली। धीरे-धीरे मैं उसके हाथ को दबाने लगा। जैसे ही मैंने इप्शिता को छुआ उसकी सांसें तेज़ होने लगी और कांपने लगी। मैं धीरे से उसके बालों को सहलाने लगा। वो कुछ भी बोल पाने की स्थिति में नहीं थी।

तभी उसने कहा- स्वर्णिम, काफी अच्छा लग रहा है ! ऐसे ही करते रहो !

मुझे लगा कि शायद इप्शिता गरम होने लगी है, मैं धीरे से अपने हाथ उसकी चूची की तरफ ले गया और सहलाने लगा। उसे काफी अच्छा लगने लगा। ऐसे करीब दस मिनट तक करता रहा और एकाएक सब कुछ करना छोड़ दिया।

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इप्शिता बोली- क्या हुआ स्वर्णिम?

मैंने कहा- इप्शिता, शायद हम लोग गलत कर रहे हैं !

तो इप्शिता ने कहा- स्वर्णिम, मैं अपनी इच्छा से कर रही हूँ, तुम जबरदस्ती तो नहीं कर रहे हो !

मैंने कहा- इप्शिता, इसके पहले कभी तुमने किसी के साथ सेक्स किया है?

वो बोली- स्वर्णिम, अभी तक किसी लड़के ने मुझे छुआ तक नहीं ! सेक्स तो बहुत दूर की बात है !

मैंने कहा- इप्शिता, तुम क्या मेरे साथ कम्प्लीट सेक्स करोगी?

वो बोली- नहीं स्वर्णिम ! एक लिमिट तक !

मैंने कहा- कोई बात नहीं ! ठीक है !

इप्शिता उठी, कमरे को अन्दर से बन्द कर लिया और आकर मुझसे लिपट गई। उसकी चूची मेरे सीने से दबने से मेरा लंड जागने लगा। मैंने भी इप्शिता को चूमना शुरु किया। काफी लम्बा चुम्बन उसके होंठों पर लिया, साथ में उसकी चूची दबाने लगा। मैं मन ही मन सोच रहा था कि ऐसी हसीना मेरे बाहों में होगी, वो भी कंवारी ! सोचा न था !

इप्शिता के वक्ष का आकार काफी अच्छा था। चूची भी एकदम टाइट !

होंठों पर चुम्बन के साथ जब मैं उसके स्तन मसल रहा था तो उसके मुँह से आहऽऽ ऊउईऽ औऽऽ आह की आवाज़ आ रही थी।

मैं फिर उसके नाईट ड्रेस के टॉप का बटन खोलने लगा, इप्शिता ने मना नहीं किया। टॉप खोलकर देखा तो अन्दर काले रंग की ब्रा पहने हुई थी। मैंने उसको भी खोल दिया। अब वो ऊपर से बिल्कुल नंगी थी। फिर मैं उसकी चूची को मुँह में लेकर चूसने लगा। इप्शिता को काफी मज़ा आ रहा था, उसके मुँह से आह ऊई ऊउम्ह हाह ऊउफ आह की आवाज़ आने लगी थी।

तभी मैंने कहा- इप्शिता और कुछ करूँ?

तो वो बोली- स्वर्णिम, मुझे नहीं पता था कि यह सब करने से इतना अच्छा लगता है ! अब तुम जो करना चाहते हो कर सकते हो, मैं अब रोकूँगी नहीं ! और तुम रुकना मत !

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मैंने कहा- ठीक है स्वीट हार्ट !

मैंने उसको बिलकुल नंगा कर दिया और खुद भी नंगा हो गया। जब मैं नंगा हो रहा था तो उसकी आँखें बंद थी क्योंकि उस समय मैं उसकी चूची लगातार दबा रहा था। थोड़ी देर के बाद जब मैंने उसके हाथों में अपने लंड पकड़ाया तो वो एकदम से घबरा गई, बोली- स्वर्णिम, स्वीट हार्ट ! यह इतना बड़ा?

तब तक मेरा लंड पूरे आकार में आ चुका था। मैंने कहा- एश ! स्वीट हार्ट ! अब मेरा लंड लेकर इसको चूसो !

वो भोली भाली लड़की कुछ नहीं जानती थी, वो कुछ बोली नहीं !

मैंने कहा- यह सब कुछ करना होता है सेक्स में !

पहले तो नहीं मान रही थी, फिर धीरे-धीरे मान गई। उसके मुँह में पूरा लंड जा ही नहीं रहा था, न वो ठीक से चूस पा रही थी। फिर मैंने इप्शिता को कहा- इसको लॉलीपोप की तरह चूस !

फिर वो लंड को लॉलीपोप की तरह चूसने लगी। इप्शिता के मुँह की गर्मी से मेरा लंड और बड़ा होता जा रहा था। दस मिनट चूसने के बाद मैंने अपने वीर्य उसके मुँह में ही डाल दिया। वो कुछ नहीं बोली क्योंकि वो पूरे जोश में आ चुकी थी।

फिर धीरे धीरे उसने मेरा लंड फिर खड़ा किया। फिर हम लोग 69 की पोज़ीशन में आ गए। मैंने उसकी बूर को चूसना और चाटना शुरु किया और उसने मेरा लंड !

इस तरह हम लोग काफ़ी देर तक एक दूसरे का लंड-बूर चूसते रहे।

अब बारी आई चुदाई की !

मैंने कहा- इप्शिता, मुझे तुम्हारी बूर में लंड डालना है !

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