हेलो मी नामे इस विराज आंड ई आम फ्रॉम पटियाला. मी आगे इस 23, वेल म्यूज़िकल्स बॉडी मेरी है.
मेरे घर के पड़ोसे मे एक फॅमिली है, शर्मा फॅमिली. अंकल कारण शर्मा, आगे 55 और वो बॅंक मे कॅशियर है. आंटी सुनीता शर्मा, आगे 48 वो बुटीक चलती है, क्या मस्त माल है.
आंटी का रंग सवाल और मस्त फिगर. सूती पहनती है, फिगर उसका 36:38:36 होगा, शायद एक बार चान्स दे साली को खूब छोड़ू. और उनका बेटा एक हरीश, आगे 22 जो कॅनडा मे स्टडी का रहा है.
उनकी एक बेटी नीला शर्मा 24 आगे, जलनदेहेर मे रह कर स्टडी करती है और हॉस्टिल मे रहती है. मेरे घर वालो से उनकी अच्छी बनती है, हम लोगो का आना जाना है उनके घर.
तो फ्रेंड्स बात एप्रिल की है लॉक्कडोवन् की, हरीश तो कॅनडा मे ही था और नीला वापिस घर आ गयी थी. साली एक दम मस्त माल बन गयी थी. मस्त फिगर उसका 34:36:38 साली की, शायद कॉलेज मे छुड़वा कर ऐसी बनी थी वो. रंग उसकी मा की तरह ही और गांद तो क्या बतौ. बस स्टोरी रेड कर के इमॅजिन कर लो आप सब.
हम दोनो का सब्जेक्ट सेम ही है. तो काई बार वो मेरे घर नोट्स आंड बुक्स के लिए आ जाती थी. काई बार मई उसके घर चला जाता था. वो मोस्ट्ली शॉर्ट्स मे रहती थी. गोरे गोरे लेग्स देख कर मेरी नियत खराब होती थी. एक दिन हम दोनो स्टडी रूम मे स्टडी कर रहे थे तभी नीला बोली-
नीला: विराज एक बात बता..
मे : हन बोल ना?
नीला : यार तू हूका पिता है?
मे: हन कभी कभी पार्टी मे, क्यू हुआ?
नीला : यार कही से अरेंज कर दे ना यार 1 मंत हो गया है.
मे : तू भी पीटी है क्या यार?
नीला: हन यार सला हॉस्टिल मे सब आदात पद गई है.
मे: बीसी चिल भी मार्टी है क्या तू?
नीला. हन बस बुत बहुत रेर, बस बुत हूका ज़्यादा चलता है.
मे: ओकक अरेंज हो जाएगा बुत आंटी और अंकल होते है.
नीला: ओकक यार तू तेनतीओं मत ले नेक्स्ट वीक मों आंड दाद मेरे नानी के घर जेया रहे है उनकी टबैयत ठीक नही है, 1 वीक के लिए.
मे : ओक बुत इस लॉक्कडोवन् मे कैसे?
नीला: यार दाद ने गूव्ट. अपप्रोवमेंट ले ली है.
मे: ओक मई भी अरेंज करता हू.
फिर नेक्स्ट वीक आंटी मेरे घर आई और और मेरी मों से बोली आप की हेल्प कहिए थी.
मों – हन बोलो ना?
आंटी – वो मई और मेरे हज़्बेंड मेरे घर जेया रहे थे काम से. तो नीला यहा अकेली है तो क्या वो आप के घर रात को रुक सकती है?
मों – अरे हन क्यू नही, कोई बात नही आप जाओ हम उसका ख़याल रख लेंगी.
तो नेक्स्ट दे वो चले गये. अब नीला हम लोगो के घर ब्रेअफसत और लंच और डिन्नर करती और रात को मों के पास सो जाती थी.
मे : ओये सुन तेरा काम हो गया है.
नीला : अक्चा वाह यरर बहुत स्मार्ट है तू सेयेल, अरेंज कैसे किया तूने?
मे: बस कर लिया यार बहुत मुस्किल से और बोल कब करना है फिर?
नीला: आज रात मेरे घर पर.
मे: यार तू तो मेरे घर सोती है.
नीला : तू कोई प्लान सोच मई भी सोचती हू.
और मैने सब समान उसके घर रख दिया हूका फ्लेवर, हूका और एक छोटी ब्लॅक डॉग की बोतटेल, कोल्ड्रींक्स, स्नॅक्स, आइस-क्रीम.
फिर रात हो गई और हम सब ने डिन्नर किए और स्टडी रूम मे हम दोनो चले गये. मों अपना काम कर रही थी और दाद टीवी देख रहे थे. तभी लाइट चली गयी.
नीला: श शीत यार!
मों: बेटा कोई नही अभी आ जाएगी लाइट.
पापा: आज नही आएगी, वो एलेक्ट्रिसिटी वेल आज रात को ही वर्क करेंगे 1 वीक के लिए बिकॉज़ दिन मे लॉक्कडोवन् है. तो ये 3 दे तक चलेगा.
नीला: अरे अंकल जी मेरे को कल ये असाइनमेंट पूरा कर कर देना है ग्रूप का, अब क्या करू मई?
मे : आप के घर तो इनवरटर लगा है ना?
नीला : अरे हन यार लगा तो है, आज मई वही चली जाती हू और वही सू जौंगी.
मों: बुत बेटा अकेले कैसे सू जाओगी और आप हम सब की ज़िमेदारी हो ना?
मे: हन तो आप चले जाओ ना साथ मे.
मों: अरे तेरे पापा की हेल्त ऐसे ही खराब है और लाइट भी नही है. ऐसा कर तू चला जेया, वैसे भी तो बस सोना ही है ना. तू सो जाना और मॉर्निंग आ जाना दोनो.
मे : ओक मों थूक है.
हम दोनो उसके घर आ गये और उसके रूम मे गये.
नीला: चल अब सब समान टायर कर.
मे: ओक.
और करीब 10 मिनिट्स मे सब तैयार हो गया. हम दोनो ने एक एक पेग मारे और 2-2 शॉट्स किचे हुक के, क्या मज़ा है साला. और फिर 2-2 पेग मारे.
अब नीला की आइज़ रेड होने लगी और मेरी भी और नशा भी होने लगा था कोल्ड ड्रिंक की वजह से. साली अब मूह से हुक की फॉग से छल्ले बना रही थी.
नीला : और बता कोई गफ़ है या बस हाथ से ही हिला रहा है?
मे : थी बुत यार अब नही है, साली चोर के चली गयी भेंचोड़!
नीला : अक्चा भेंहोड़ तेरे जैसे को भी चोर सकती है गर्ल्स..?
मे : हन क्यू नही, तू बता तेरे को ये सब कब से लत लगी है साली.
नीअल: कुछ नही यार हॉस्टिल लाइफ मे फ्रीडम मिल जताई है, एक बार बस ट्राइ किया और उसके बाद बस आदात पद गयी है साली.