(सलमान और हीना आज बहोट कुश थे क्यूकी 2 दिन पहले ही उनकी बेटी सलमा की शादी हुए थी और आज सलमा अपने पति के साथ अपने अम्मी अब्बू के घर के आने वाली थी.)
सलमान – सब कुछ तैयार कर लिया हा ना वो कभी भी आते ही होंगे.
हीना – अरे हन सब कुछ तैयार है…
(सलमान हीना के करीब आकर उसको पीछे से पकड़ लेता और अपने कुर्ते को उठा कर पाजामे मे से अपना लंड पकड़ कर हीना की गांद पे लगा के ढाके मारने चालू कर देता है.)
सलमान – और मेरा लॉडा भी तैयार है.
हीना – अरे हीना आते ही होने, तुम ज़रा अपने हतियार को शांत राकको अभी ज़रा.
सलमान – अरे तुझे तो पता ही हा ये घर और तेरा पेट खाली देखा नही जाता.
हीना – लेकिन अभी वो आते ही हिंज अभी तो ज़रा अपने लॉड को शांत करो.
सलमान – तो कर ना शांत सुबा से 2 बार मूठ मार चुका तेरी कक़ची शुंग शुंग के..
हीना – अछा आज कोंसि कक़ची पे इतना प्यार आ गया तुम्हे.
सलमान – वो तेरी लाल वाली, जिसपे जुलाब का फूल बना था, वो देखते ही खड़ा हो गया था मेरा.
हीना – या अल्लाह! वो मेरी कक़ची नही थी सलमा की थी, उसपे फूल बनवाया था उसने पहली रात मेी पहने के लिए.
सलमान – तो यहा क्यू चोर गयी वो?
हीना – भूल गयी थी, वही लेने तो आ रही हा, इसी चक्कर उसने अपनी पहली रात नही मनाई.
सलमान – अजीब पागल लड़की है.
हीना – इसलिए सुबा सुबा ढोई थी लेकिन तुमने गंदी कर दी.
(उसके बाद हीना सलमान से अलग होके बातरूम मे जाके वो कक़ची आचे से दो के शुकने के लिए तार पे तंग देती है. तभी सलमा और उसका शोहार/पति भी आ जाते. जिसे देख कर सलमान गाड़ी के पास जाता हा दोनो का वेलकम केरता हा और उनका शमान उठा कर अंदर ले आता है.)
सलमा – अब्बू अम्मी कहा है..?
सलमान – वो च्चत पे हा, कपड़े शुखा रही है.
(सलमा वाहा से उठ कर च्चत पे चली जाती है.)
सलमा का पति – और सुनाए कैसे हैं आप..?
सलमान – बस बेटा सब ठीक हा, तुम बताओ तुम्हारे अब्बू अम्मी सब ठीक…
सलमा का पति – हन.. हॅन सब ठीक ही है.
(च्चत पेर पहुच कर सलमा हीना को पिकचे से पकड़ कर लेती है और होर से गॅल लग जाती है.)
सलमा – किसके कपड़े सूखा रही हो?
हीना – अरे वो बस कक़ची ढोई थी वही सूखा रही थी.
सलमा – मेरे जाते की अपने भाई-बेहन की तैयारी भी केरने लगे.
हीना – चुप साली, वो तेरे अब्बू ने मेरी कक़ची समझ से तेरी कक़ची पे अपना प्यार निकल दिया, बस वही धो रही थी.
सलमा – अरे अब तो मौका भी है और तुम दोनो अकेले भी तो आराम से खुलाम कुल्ला किया करो.
हीना – तू थोड़ी और देर से आती ना तो पक्का मेी बिस्तर पे तेरे अब्बू की कुटिया बनी होती.
सलमा – वेसए अम्मी मेरी काची अब्बू को ग़लती से मिली या…?
हीना – बकवास कॅम और चल निच्चे.
(बस फिर दोनो हेस्ट खिलखिकते हुए नीचे आ जाते है और कीचतें से छाई बना कर उन दोनो के शमने रख कर वही बैठ कर बाते वाते होंने लगती हा. कुछ यहा तो कुछ इडार उदार की तो कभी हँसी मज़ाक से जुड्डा… यही केरते केरते शाम हो गयी.)
“खाना बनाने के बहाने सलमा ने हीना को किचन मे बुलाया”
सलमा – वेसए अम्मी हम यहा अपनी पहली रात मानने आए हा, आपको कोई धिकाट तो नही ना?
हीना – अरे मुझे कोई धिकाट नही.. हॅन अगर तेरे पति का लॉडा ज़्यादा ही मोटा और लंदा हो तो मुझे ज़रूर बतैयो.
सलमा – क्यू नही, थ्रीसम का मज़ा भी मैं आपको दिलवा दूँगी.
हीना – या अल्लाह! कितने डिंनो बाद थ्रीसम का मज़ाक फिरसे लूँगी.
सलमा – फिर मतलब..?! मेरी अम्मी भी अपनी जवानी मेी खिलाड़ी रह चुकी हा, बतैवना कुछ तोड़ा टिप्स दो ना…
हीना – ये पहली बार हा तेरा..?
सलमा – हाँ, अब्बू पे ट्राइ कर तो रही थी, तूने केरने की नही दिया.
हीना – तेरी गांद फाड़ देता वो, और तू थी भी छ्होटी थी जब..
दोनो आपस मेी बाते केरते केरते डिन्नर तैयार कर देते थे. उसके बाद सलमा नहाने चली जाती और पहली रात मानने के लिए अपने आप को तैयार केरने होने लगती. लेकिन तभी उनके गली का ट्रॅन्सफॉर्मर खराब हो गया जिसके कारण उनके मोहल्ले की बत्ती ही गुल हो गयी और पूरे मोहल्ले मेी अंडरा छा गया.
छररो तरफ अंडरा होंने से सलमा जल्दी जल्दी नहा कर कमरे से बाहर निकल कर जैसे ही किसी को आवाज़ लगने के लिए मूह खोली हा. तभी उसके मूह पे हंत रख कर उठा वाहा से उठा कर वापस कमरे मेी गुस्स जाता है. और उसकी (सलमा) की गांद पे अपना लंड रगड़ने लगता है. जिससे सलमा सहम सी जाती जाती और अपने पति का सोच के शांत सी हो जाती है, तभी..
सलमान – सुबा से मौका ढूंड रहा हू और देखो अल्लाह ने बत्ती गुल केरके मौका दे दिया.
(सलमा उसकी आवाज़ सुन कर ये तो पता लगा लेती हा की ये उसकी पति नही और बल्कि सलमान उसका अब्बू हा. लेकिन सलमा फिर भी कुछ नही बोलती और बस अपने अब्बू का साथ मेी साथ देने लग जाती है.)
सलमान – बहोट मूठ मार लिया, आज तेरी मारूँगा वो भी बहोट डिंनो के बाद.
सलमा (मॅन मे) – इसी रात का तो इंतेज़ार था..
सलमान सलमा के बूब्स पे हंत रख कर ज़ोर ज़ोर से दबाने लगता और दूसरे हंत से उसकी टॅंगो के बीच मे ले जाकर उसके पाजामी मेी हंत डाल कर उसकी पनटी के उपर से ही छूट मेी उंगली गूसने लगता है.
सलमा भी अब्बू की ऐसी हरकटो से बिल्कुल आउट ऑफ कंट्रोल सी हो जाती हा. और अपने होंठो को दंटो से डाबा के बस कामुक सुख का मज़ाक लेने लग जाती है.
सलमा को सूट उतार कर उसके पीठ को चूमते हुए मूह से सलमा की ब्रा का हंक खोल कर उसके गिरते बूब्स को सलमान अपने हंत की मदद से उससे पकड़ लेता हा. उसे सेफ अपने हंतो पे पकड़े उससे दबाने लग जाता है. सलमा के मूह से निकलती कामुक साँसे जो ये बता रही थी सलमा गरम होने लग गयी है. सलमान भी ये समझते हुए सलमा की पेजमी का नडा खोल देता हा. जिससे सलमा की पेजमी झाट से गिर जाती है.
सलमान सलमा को कमर से पकड़ उठा कर बिस्तर पे पटक गिर उसको उल्टा कर गर्दन को चूमते हुए पीठ के रास्ते कमर से होते हुए उसकी गांद को अपने हंतो मे लेकर उससे दबाने लगता है.
लेकिन जेसे ही अपना लंड सलमा की गांद के छेड़ मेी डालने जाता है बीच मेी उसकी फूल वाली कच्ची आ जाती है. सलमान और सलमा की कामुकता उस कक़ची के रास्ते के आने से भी नही रुकने वाली थी.
सलमान कक़ची को उतार कर अपने मूह के पास ले आकर उससे सुंग कर मदहोश सा हो जाता है. जिससे मदहोशी मेी सलमान यूयेसेस कची को सलमा के मूह मे डाल कर उसका मूह बंद कर देता हा. ताकि उसकी आवाज़ ज़्यादा बाहर ना निकले.