एक गांड चुदाई कथा

वो हट तो गया, लंड को छोड़ दिया लेकिन मुझे नहीं खोला और 1 ही मिनट के अन्दर ही अन्दर वापस उसी तरह मेरी आँखों में बिजली चमका के लण्ड को अपने सीने में डूबा ले गया, और मेरी छाती पे मुक्का मारा!

मैं समझा नहीं! एक तो मूत का pressure इतना बढ़ गया था ऊपर से ये छाती और पेट पे मारे जा रहा था! शायद कुछ कहना चाह रहा था वो मुझसे! जब कुछ नहीं हुआ तो उसने मेरा bladder दबाया, जोर से नाक और फेफड़ो का दम लगा के डांटने के सुर में बोला – “हम्म..!!”

और दोनों हाथ मेरी गांड के नीचे डाल के जल्दी जल्दी उंगलियों से आगे खींच के गांड ऐसे दबाई के जैसे मुझे कुछ करने को कह रहा हो! मैं समझ गया ये मूतने का बोल रहा है!

मेरी तो वैसे भी हालत tight थी ऊपर से उसके ऐसे इशारे, मेरे लण्ड में से मूत का झरना पता नहीं कब कैसे अपने आप फूट के उसके दिल पे shower करने लगा और किसी बोतल से मुह लगा के गर्मी में मरता इंसान पानी पीता है

वैसी आवाजों से वो गट गट सारा मूत पी गया! जब लण्ड बहार आया तो मुझे जादू जैसा लगा! लण्ड के अन्दर जाने से पहले bladder पे कितना pressure था, और अब गायब! कुछ feel भी नहीं हुआ और काम भी हो गया!

मूत पी के वो निढाल हो के मेरी जांघ मे मुह छिपाए कुछ देर पड़ गया! जैसे नशे में है! इस बीच मैंने फिर उसे मनाने की कोशिश की – “सुन न टीनू! खोल दे न please! मुझे तुझे पकड़ के चोदना है! तेरा गला दबा के चोदुंगा! तुझे डर है तो आँखे मत खोलना बस!

हाथ पैर तो खोल दे थोड़ी तो दया कर, अपने भैय्या की बात नहीं मानेगा? अच्छा मैं तुझे ढेर सारे लण्ड से चुद्वावाऊंगा! मेरा college मुझसे डरता है! तू जिसका चाहे उसका लण्ड तुझे दिलवा दूंगा और खुद तुझे हमेशा प्यार करूँगा, बस एक बार खोल दे यार…मैं मर जाऊँगा!”

वो उठा और वापस हाथ में मेरा लण्ड पकड़ के शायद मेरे मूत की कुछ बूंदों, precum और अपने थूक, इन सभी का मिलाजुला स्वाद और गीलेपन से मेरी foreskin के अन्दर लण्ड का चमकता हुआ मुह देखा और उसे चाट लिया!

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फिर पकड़ के साड़ी चमड़ी पीछे खींच के लण्ड के टोपे को नंगा कर के अपने nostrils पे, अपने होठो पे, आँखों पे, माथे पे, पूरे चहरे पे रगड़ रगड़ के लण्ड की खुशबु से नहाने लगा! लण्ड के नीचे की भयंकर फूली हुई नस को जड़ से दबाया तो precum और ढूलने लगा, उसे जीभ पे लेके मेरे ही टोपे पे रगड़ के वापस लण्ड को अन्दर ले गया गले में!

मैं ऐसा पगलाया के barcalounger पे ऐसे झटके खाने लगा जैसे मैं उछल उछल के चल रहे घोड़े की पीठ पे बैठा हूँ! मैं फिर चिल्लाया – “टीनू…टीनू…टीई.ई…इ.इ…नु..उ..उ..उ..!!! ले..साले…ले मेरा लवड़ा…ले…आज तुझे…मार ही डालूँगा….ले तेरे भाई का दमदार लण्ड..चूस…और चूस….निकाल ले सारा माल…पी जा कुतिया…ये आया…आया..मेरा …  … ” मुझे इस तरह आपा खोते देख वो भी संभल के बैठ गया दोनों हाथो से मेरी जांघे कुचलने लगा!

मैंने कहा “अच्छा एक बात तो मान ले please यार, बस पैर पैर खोल दे, मेरा आने ही वाला है, मुझे थोडा उछल के पूरा excitement से निकालने दे भाई तेरे हाथ जोड़ लू! मुझे गुस्सा मत दिला अब, खोलेगा तो तुझे हमेशा प्यार करूँगा, नहीं खोलेगा तो देख लेना कभी तुझसे बात नहीं करूँगा, ये लण्ड तुझे वापस जिंदगी में कभी नहीं दूंगा ध्यान रख लेना!”

भगवन का शुक्रिया के उसने मेरी इतनी बात मान ही ली आखिर और मेरे पेरों की टेप खोल दी! पैर खुलते ही मैंने दोनों पैर उठा के ऐसे ऊपर कर लिए जैसे मैं लण्ड मांग रहा हूँ!

दोनों बंधे हाथो के ऊपर अपनी दोनों जांघे टिका के फैला लिए पैर और मेरे आण्डे लटक के मेरी गांड के छेद को block करने लगे! मुझे मेरी गांड पे गर्म soft चमड़ी के touch होने की वजह से और ज्यादा excitement होने लगा और मैं सांस रोक के थूक गटकने लगा बार बार! उसे शायद पता चल गया के अब मेरा लण्ड कत्ल हो जाने को तैयार है

तो मेरा आने ही वाला है ये देख के टीनू ने दोनों हाथो की उँगलियाँ मेरे butt crack में आगे की तरफ से डाल दी! फैल के चौड़े हुए पेरो के बीच लटकते आण्डो के नीचे छुपे हुए उस के थूक से भरे छोटे से मेरे गांड के छेद को उसने अपनी उंगलियों से touch किया! थूक से भरा हुआ सब कुछ इतना सॉफ्ट चिकना लग रहा था के मुझे लगा कोई test tubes का close end मेरी गांड पे hot glue लगा के मसल रहा है!

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excitement इतना ज्यादा हो गया के मुझे लगा काश ये 3-4 test tubes मेरे अन्दर ही घुस जाए पूरी! लण्ड को उसके अन्दर और deep धंसाते हुए और गांड को और फाड़ते हुए उसकी उंगलियों पर मचलाते हुए मैंने उस से कहा – “स..s..s..s…s…स…….हां…हह..ह.ह…..हा….और कर और कर मेरे टीनू!

मेरा आने ही वाला है चूस…जोर से चूस….तेरी उंगलिया चुभा दे मेरी गांड में…एक हाथ से आण्डे खींच पूरे जोर से और दुसरे हाथ की उँगलियाँ डाल दे अन्दर मेरे…जल्दी कर…!!” उसने ऐसा ही किया, लेफ्ट हैण्ड से मेरे दोनों आण्ड पकड़ के साइड में खींच लिए और राईट हैण्ड की उंगलिया इकट्ठी कर के थूक में भर के मेरे छेद में घुसा दी!

मैं चिल्लाया जरूर, हल्का दर्द भी हुआ लेकिन वो दर्द तो मैं हर पल लेने को तैयार हु आज भी! मन हुआ के काश ये उंगलिया कोई लण्ड जैसी गोल, चिकनी, smooth सॉफ्ट और तेल में डूबी हुई चीज़ होती और मेरे अन्दर घुसती ही जाती!

मेरा लण्ड तो उसके गले में कोई 4-5 मिनट से डूबा हुआ था बहार ही नहीं आया, और अब मेरा लण्ड जैसे भागते भागते एकदम रुक गया! 2-4 खाली twitch मारे और मैं चिल्लाया – “हाथ को पूरी ताकत से अन्दर बहार कर, ठोक मेरे prostate पे और गांड पे जोर से…..ठोक…हाँ …आया…आ.अ.आ….अय्याया…..” वो मैंने कहा जैसा करता गया और मेरा लण्ड मलाई का छिडकाव उसकी छाती के हर कोने में करता गया!

मेरे पैर barcalounger के हाथो से बहार लटके लटके इतने कड़क पड़ गए के जकड गए! गांड पत्थर की तरह अकड़ गई और भींच गई, prostate फूल फूल के साँसे भरने लगा और गांड का छेद उसकी उंगलियों को टाइट कस कस के अपने अन्दर गहरे से गहरा खींचने लगा!

दोनों की साँसे नाक से बुरी तरह निकल निकल के आवाज़े करने लगी और धीरे धीरे दोनों ढीले पड़ के मर गए! बड़ी देर तक दोनों उसी pose में पड़े रहे! मेरा पूरा धात खा के उसमे एनर्जी आनी चाहिए थी तो उल्टा मारा हुआ पड़ा है!

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