एक चुडासी बीवी की सुहागरात की कहानी

इतना कहते ही उन्होने मेरी ब्रा के उपर से ही एक चुवारा बूब्स मे डाल दिया और दोनो बूब्स को अपने दोनो हाथो मे लेते हुए मसालने लग गये जिससे मैं भी बहोट खुश हुई.

ऐसा करने से मुझे बहोट शरम आने लग गयइ मैं उनके हाथ अपने बूब्स से हटाने की कोशिश कर र्ही थी पर ये सब करना मेरे लिए बेकार था. जब मैं अपने हाथ से उनका साथ टा र्ही थी तब मेरे हाथो की चूड़ियाँ खन्न् खन्न् की मस्त आवाज़ कर र्ही थी.

निश्ी ने एक बार मुझे एक सेक्सी मोविए दिखाई थी जिसमे एक लड़का अपना बड़ा सा लंड लड़की के दोनो बूब्स के बीच मे आयेज पीछे कर रा था. मेरे दिमाग़ मे वो सीन फिर से आने लग गया. सच मे क्या मस्त सीन था उससे देख कर तो मेरी छूट मे से पानी निकल गया था. अब वेसए ही मुझे महसूस हो रा था क्योकि मेरे दोनो बूब्स के बीच मे हार्ड और रफ चुवारा था जो की मुझे आचे से मस्त कर रा था.

तभी अजय ने झट से मेरी ब्रा मे हाथ डाल कर वो चुवारा निकाला और अपने मूह मे डाल कर खाने लग गया.

उससी टाइम मेरा फोन भी रिंग करने लग गया मैने देखा तो फोन निश्ी का था मैने उससे इग्नोर करते हुए उसका फोन कट कर दिया.

अजय – शालिनी फोन किस का क्या है देख ले क्या टा उससे कोई अर्जेंट काम हो, ऐसा भी हो सकता है की उससे अभी तक हुमारी शादी के बारे मे टा ही ना हो.

मैं अजय की आँखो मे आँखे डाल कर उसे देख र्ही थी की तभी मेरा फोन फिर से रिंग करने लग गया.

मैं फिर फोन उठाया और निश्ी को गुस्से मे कहा – निश्ी की बची तुझे शर्म न्ही आती आज मेरी सुहग्रात है और तू मुझे फोन कर के डिस्टर्ब कर र्ही है. ये कहानी आप देसी कहानी डॉट नेट पर पढ़ र्हे है.

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अजय ने तभी मेरे हाथ से फोन चीन लिया और खुद निश्ी से बात करने लग गये और बोले – क्या बात साली साहिबा आज भाई साहब घर न्ही है क्या जो तुम इस टाइम हुममे फोन कर र्ही हो ? हिन्दी लोंग सेक्स स्टोरीस लतेस्तYए कहते ही अजय ने फोन स्पीकर मोड मे लगा दिया.

नीशी – न्ही जीजू ऐसी कोई बात न्ही है वो आज ऑफीस के काम से कुछ ज़्यादा तक गये है इस लिए अपना सारा काम जल्दी से कर के सो गये है, वेसए आप मेरी छ्होर्ड़ो मुझे ये बताओ की सुहग्रात ख़ान तक पहॉंची ? मुझे तो एक शेर याद आया था सोचा की आप को सुना डून ‘आए ग़ालिब तू गूरो पर मरता है.. मंजिले मॉक्सूद तो सब की काली है’ तो जीजू आप बताओ आप मंज़िल पर पहॉंछे की न्ही ?

अजय – नीशी शेर तो बहोट अछा था पर तुमने अपनी सहेली को आचे से टायर न्ही किया ये तो बहोट शर्मा र्ही है. मेरी बीवी की जवानी होनेमून नाइ स्पेशल
नीशी – जीजू ये पहली बार कर र्ही है ना इस लिए शर्मा र्ही है वेसए मैं आप को बीटीये डून इस की मंज़िल मॉक्सूद गोरी थी तो मैं उससे काली कर दी.

अजय – क्या तूने काली कर दी किन तुमने भाई साहब से तो न्ही छुड़वा दिया मेरी शालु को ?

नीशी – न्ही जीजू ऐसा कुछ न्ही है मेरे वेल बहोट शरीफ इंसान है मुझे लगता है आप अभी तक व्हन तक पहॉंछे न्ही वरना अब तक तो सब साँझ जाते.

अजय – अछा जी मैं तो साँझ रा था की भाई साहब ने शालु को छोड़ दिया होगा अब तक क्योकि शालु भी तो उनकी साली है.

नीशी – न्ही जीजू मैने कहा ना मेरे वेल बहोट शरीफ है वो एशिया वीसा कुछ न्ही करते. आप की शालु अभी तक पूरी त्राह सेफ है.

अजय – मुझे सब टा है वो कितने शरीफ है तूने उन्हे कभी मोका ही न्ही दिया होगा ये सब करने का, अगर तुम मुझे मिल जाओ मैं तो तुम्हे बिना छोड़े चोरदू ना कभी.

नीशी – वो तो टाइम बीटीये देगा जीजू ऐसा क्रो आप पहले अपनी वाइफ को छोड़ लो फिलहाल मेरी चुदाई के सपने बाद मे लेना.

अजय – हन वो भी चूड़ने वाली है तू फोन तो कट कर एक बार.

शालिनी – नीशी तुझे बिल्कुल भी शर्म न्ही आती है अपने जीजू से ऐसे बात करते हुए, कितनी बकवास कर र्ही है तू.

नीशी – शालु मेरी जान तू नाराज़ ना हो, जीजू आप जल्दी से अपना लंड शालु की छूट मे डालो और आचे से चुदाई क्रो मैं आप का हाल चाल पूछने के लिए 1 घंटे बाद फोन करूँगी प्लीज़ फोन ऑफ मत करना मुझे सब कुछ जानना है.

अजय – अरे नीशी मैं तुझे खुद फोन कर लूँगा ओके बाइ अब फोन कट कर.

नीशी – ओके मेरे पयरे जीजू गुड नाइट आचे से सुहग्रात एंजाय करो.

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नीशी के फोन कट करने के बाद अजय का लंड जो मस्ती मे पूरा खड़ा हुआ था वो झट से बेत गया. नीशी से फोन पर बात कर के अजय काफ़ी जोश मे थे और बहोट जल्दी मे थे मेरी छूट को फाड़ने के लिए.

अजय ने जल्दी से अपना अंडरवेर और बनियान उतार दी. और अपने लंड की तरफ इशारा करते हुए कहा – चलो शालु अब इससे आचे से चूस कर खड़ा करो.

मैं अपना सिर हिलाते हुए ना कर दी पर अजय ने ज़बरदस्ती अपना लंड मेरे हाथ मे थमा दिया. आज पहली बार मैने किसी का लंड अपने हाथ मे पकड़ा था जिस की वजह से मेरे पूरे जिस्म मे करेंट डोड़ने लगा.

मैं अपने कोमल हाथो से उनका लंड उपेर नीचे करने लग गयइ कुछ ही देर मे उनका लंड फिर से खड़ा हो गया, मेरे गोरे हाथो मे उनका ब्राउन कलर का बड़ा और मोटा लंड मुझे बहोट अछा लग रा था.

जब मैं उनका लंड खड़ा कर र्ही थी तब तक वो मेरे पूरे जिस्म को अपने हाथो से मसल र्हे थे. अब मैं भी थोड़ी थोड़ी गरम होना शुरू हो गयइ थी. अब अजय का लंड पूरा खड़ा हो चक्का था, मेरी नज़रे उनके लंड पर टिकी हुई थी उनका लंड तो सच मे बहोट बड़ा और काफ़ी मोटा था मैं सोच र्ही थी इतना बड़ा लंड मेरी छूट के अंदर केसे जाएगा.

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