एक भिखारी से चुदवा के लाल हो गई

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम स्मिता है और यह तब की बात है जब में और मेरा बॉयफ्रेंड घूमने गये हुए थे। हमारा दार्जिलिंग में चार दिन का ट्रिप था और हम दोनों बहुत खुश थे कि वहाँ पहुँचने के 3 घंटे बाद ही मेरे बॉयफ्रेंड को फोन आया और उसे कोलकाता वापस बुला लिया गया, लेकिन में वापस नहीं गयी, क्योंकि वो दो दिन में वापस आने वाला था।

फिर उसके जाने के बाद मैंने गेस्ट हाउस का दरवाज़ा खोला, तो देखा कि एक भिखारी पतले कपड़ो में बाहर सड़क पर बैठा हुआ था और ठंड से काँप रहा था, तो मुझे उस पर तरस आ गया और मैंने उसे इशारे से बुलाया। वो उठकर आया और बोला कि जी आपने मुझे बुलाया था? तो मैंने कहा कि हाँ आप इतनी ठंड में यहाँ क्यों बैठे हो? उठो बीमार हो जाओगे।

फिर उसने बोला कि मेडम मेरा ना तो घर है ना कोई और है, तो मुझे उस पर तरस आ गया और मैंने उसे अंदर बुला लिया। वो करीब 60 साल का थोड़ा काले रंग का पतला सा आदमी था, हल्की सी बदबू भी आ रही थी। फिर मैंने उससे कहा कि अच्छा आप अंदर आ जाओ, में 4 दिन तक यहाँ हूँ तो कम से कम उतने दिन तो ठंड में ना बैठो।

फिर मैंने अंदर से उन्हें कंबल लाकर दिया और बोला कि आप यहाँ ड्रॉइग रूम में सो जाओ, आप होगें तो कोई चोरी करने की भी नहीं सोचेगा। फिर वो बूड़ा लेट गया और में नहाने चली गयी। फिर में नहाकर बाहर निकली तो मैंने घुटनों तक नाईटी पहनी थी। फिर में बाहर आकर उस भिखारी को देखने आई कि वो आराम से है या नहीं, तो वो जगा हुआ था और मुझे नाईटी में देखते ही उसका मुँह खुला रह गया और वो मुझे ऊपर से नीचे तक 2 सेकेण्ड तक घूरता रहा।

फिर में उससे बात करके अपने रूम में अंदर चली गयी और सोने का बहाना करने लगी, तो 2 घंटे के बाद मुझे आवाज़ आई जैसे कोई अंदर आया हो। अब मैंने जानबूझ कर अपनी आँखें बंद कर रखी थी और थोड़ा सा ही देख रहा था। अब मैंने अपने ऊपर की चादर भी हटा दी थी, अब मुझे लग रहा था कि यह भिखारी ज़रूर आयेगा और वही हुआ।

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फिर वो अंदर आया और पहले तो दरवाज़े से ही मुझे लेटे हुए देखते रहा। फिर वो अंदर बेडरूम में आ गया और मुझे सोता हुआ समझकर वो मुझे पूरा ऊपर से नीचे तक देख रहा था और अपना लंड भी अपनी लूँगी में से हिलाकर खड़ा कर रहा था। अब में समझ गयी थी कि यह पट गया है। फिर उसने अपना लंड बाहर निकाला तो मुझे देखकर मज़ा आ गया। उसका लंड 8 इंच लम्बा 2 इंच मोटा और बिल्कुल काला था, जैसे मुझे पसंद है।

अब उसने मेरी टाँगो को देखते हुए मुठ मारना शुरू कर दिया और मैंने जानबूझ कर अपनी टाँगे थोड़ी सी हिलाई, तो अब उसको मेरी जांघे साफ़-साफ़ दिख रही थी। अब वो तो मुझे देखकर पागल ही हो गया था और उसने अपने हाथ ज़ोर से ऊपर नीचे करने शुरू कर दिए थे।

फिर वो एकदम से रुका और वो अपना काला लंड मेरी टाँग पर हल्के से रगड़ने लगा, बिल्कुल आराम से। फिर वो रुका और मेरी नाईटी को थोड़ा और ऊपर करके मेरी पूरी जांघो को देख रहा था Hindi sex story और अब उसने तेज़ मुठ मारना शुरू कर दिया था। फिर करीब 1 मिनट में ही वो झड़ गया और चुपचाप सोने चला गया, अब मुझे तो बहुत मज़ा आ गया था।

फिर सुबह होने पर मैंने उसे कुछ सामान लाने को बोला और शाम को खाने के बाद मैंने उससे बोला कि मुझे थोडा डर लगता है, क्या आप अंदर सो सकते हो? तो वो मान गया और अगली रात वो मेरे कमरे में ही सो गया। फिर करीब 12 बजे मुझे लगा कि कोई मुझे हाथ लगा रहा है। फिर मैंने अपनी आँखें खोलकर देखा तो वो बूड़ा मेरी नाईटी के ऊपर हाथ रखकर हल्के से मेरी जांघ रगड़ रहा था। फिर मैंने कुछ नहीं बोला तो उसने मेरी नाईटी के अंदर हाथ डाल दिया और आराम से मेरी जांघ तक ऊपर ले गया और हल्के-हल्के से रगड़ने लगा।

फिर में एकदम से उठ गयी तो वो बूड़ा डर गया और उसने एकदम से अपना हाथ नीचे कर लिया और सॉरी बोलने लगा। फिर मैंने उसे चुप कराया और उससे बात करने लगी, यह क्या कर रहे थे तुम? शर्म नहीं आती क्या? घर में रहने दिया और यह कर रहे हो। फिर वो भिखारी बोला कि सॉरी मुझसे आप जैसी अप्सरा को देखकर रहा नहीं गया और मुझे पहले दिन ही आपसे प्यार हो गया था, क्या करूँ?

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और 15 साल से ऐसे किसी लड़की को देखा भी नहीं था, मुझे माफ़ कर देना। फिर में बोली कि तुम्हें 15 साल हो गये कुछ करे हुए, बाप रे कैसे रह लेते हो इतने टाईम तक? तो वो भिखारी बोला जी में तो रात को जब सब सो जाते है, तब में पेड़ के पीछे जाकर खुद ही मुठ मार लेता हूँ, मुझे कौन लड़की मिलेगी? तो में बोली कि ठीक है, में तुम्हारी मदद करूँगी, जब तक में यहाँ पर हूँ। यह बोलकर में उस भिखारी के साथ में आकर बैठ गयी और उससे चिपक गयी, जब मैंने नाईटी पहनी थी।

फिर मैंने उसका हाथ अपने हाथ में ले लिया और उसको गर्दन पर, मुँह पर और होठों पर किस करने लगी। अब भिखारी भी मुझको देखकर तैयार हो गया और वो भी मुझे ज़ोर से किस करने लगा। फिर मैंने उसका हाथ पकड़ा और अपने बूब्स पर रख दिया। अब वो भिखारी मेरे बूब्स दबा रहा था और मुझे किस कर रहा था।

फिर थोड़ी ज़ोर से मेरे बूब्स दबाने लगा और मुझे किस करने लगा। फिर मैंने उसको खड़ा करके उसके सारे कपड़े उतारे और खुद भी नंगी होकर उसके सामने खड़ी हो गयी। अब उस बूड़े से रहा नहीं गया और वो मेरे साथ चिपक कर ज़ोर ज़बरदस्ती करने लगा। फिर मैंने उसे रोका और कहा कि आराम से जल्दी क्या है? यह बोलकर मैंने उस भिखारी का लंबा लंड अपने हाथ में ले लिया और उसके लंड को खड़ा करना शुरू कर दिया।

अब उसका लंड पूरा खड़ा हो गया था और मेरे हाथों से भी बड़ा लग रहा था। फिर वो 1 मिनट में ही झड़ गया तो में बोली कि अरे तुम तो झड़ गये, यह लंड किस काम का है। फिर वो भिखारी बोला कि कोई बात नहीं, अभी दो मिनट में फिर से खड़ा हो जायेगा और यह बोलकर उसने मुझे बेड पर धक्का दिया और मेरे ऊपर आकर लेट गया।

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