दशहरे के मेले में फूफा ने मुझे कार में चोदा

पिछला सीट पर बैठ गई उन्होंने मेरी चूत को शुरू कर दिया। उन्होंने मेरे चूचियों के निप्पल को दांतों से काटने लगे मेरे होंठ को चूसने लगे मेरे जीभ को चूसने लगे। मैं बहुत ही हॉट और सेक्सी हो गई थी मैं पसीने पसीने होने लगी थी क्योंकि ऐसा मेरे साथ पहले कभी हुआ नहीं था आज मैं पहली बार किसी मर्द के साथ अपने जिस्म को सौंप रही थी। मुझे यह सब बहुत अच्छा लग रहा था हो रही थी मुझे डर भी लग रहा था कि कहीं ऐसा ना हो कि मुझे बहुत ज्यादा दर्द हो जाए उन्होंने मेरी चूत को चोदना शुरू किया मैं काफी कामुक हो गई थी।

उन्होंने मेरी दोनों बगल को चाटना शुरू किया हाथ ऊपर कर दिया और मेरे कान के छोटे-छोटे बाल को अपने जीभ से चाटने लगे। उन्होंने जैसे ही मेरी चूत में उंगली लगाया दर्द होने लगा था उन्होंने कहा आज तक तुम किसी लड़के से सेक्स नहीं करी है मैंने कहा वह तो मैं पहले ही बता दी हूं। उन्होंने कहा ऐसा तो सब कहता है पर होता बहुत कम ही ऐसी लड़की जो वर्जिन हो। उन्होंने कहा तुम बहुत हॉट हो रूपाली तुम बहुत सेक्सी हो।

मैंने कहा आप क्यों नहीं गए मेला देखने तो उन्होंने कहा तुम क्यों नहीं गई। फिर दोनों हंसने लगे हम दोनों ही बहाना बना रहे थे साथ रहने का। उन्होंने अपना लंड निकाला मेरे चूत पर अपने लंड को रगड़ा। जैसे उन्होंने अपने लंड को मेरी चूत के छेद पर लगाया मेरे रोम रोम खड़े हो गए मेरे पूरे शरीर में सिहरन आ गई। मेरे होंठ सूखने लगे मेरे कंठ सूखने लगे। क्योंकि मेरे लिए यह सब कुछ नया था करने का मन भी कर रहा था पर डर भी लग रहा था। पर एक दिन तो ऐसा होना ही था इस वजह से मैंने डिसाइड कर लिया कि आज कार में ही अपना सील तोड़ दूंगी।

उन्होंने लंड मेरी चूत के छेद पर लगाया और होले होले घुसाने लगे पर बहुत दर्द कर रहा था। उन्होंने थोड़ा थूक लगाया अपनी लंड पर फिर उन्होंने जोर से एक धक्का दिया उनका आधा लंड मेरी चूत में चला गया पर मेरी चूत फट गई उन के जोर से धक्का मारने की वजह से। मेरी चूत से खून निकलने लगा था मुझे बहुत ज्यादा दर्द होने लगा था मैं कराहने लगी थी। उन्होंने हौले हौले से अंदर बाहर करना शुरू किया तब मुझे अच्छा लगने लगा और 5 मिनट के अंदर तो दोस्तों ऐसा लगा कि मेरी कामवासना जाग गई। मैं ऐसे गांड घुमा घुमा कर उनके लंड को अपने चूत के अंदर लेने लगी आप विश्वास नहीं करोगे।

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वह दोनों हाथों से मेरी चूचियों को मसलते हुए मेरे होंठ को चूसते हुए जब मेरी चूत में लंड घुसा रहे थे। तो ऐसा लग रहा था मानो मैं हूं ही नहीं मैं किसी दूसरी दुनिया में आ गई हूं। मेरे अंदर एक अजीब सी हरकत हो रही थी मेरे पूरे शरीर में कैसा लग रहा था दोस्तों आपको बता नहीं सकता एक अलग ही बात थी। उनका पूरा लंड अंदर बाहर अंदर बाहर अंदर बाहर हो रहा था। इतने जोर जोर से वह धक्के लगा रहे थे कि कार भी हिलने लगा था। पर फॉर्चूनर में दम होता है इस वजह से बाहर पता नहीं चल रहा था अगर छोटी गाड़ी होती तो ऐसा लगता कि बिल्कुल हिल रहा हो।

मुझे काफी मजा हम दोनों एक दूसरे से चिपके हुए थे और वह मुझे चोद रहे थे। उन्होंने कहा तुम्हारा यह नया वाला ड्रेस तो मुझे पागल कर दिया। इतनी सुबह से तुम हॉट लग रही थी क्या बताऊं ऐसा लग रहा था तेरे मम्मी पापा के सामने ही तुझे चोद दूं। पर मुझे यही बहाना सही लगा कि कार में मैं तुम्हें आज जो दूंगा और वह लोग मेला देखेंगे। उन्होंने और भी जोर जोर से धक्के देना शुरू कर दिया मुझे भी जोश आ गया मैं उनको चूमने लगी अपना नाखून गड़ाने लगी उनके पीठ में। तेज तेज से अपना लंड मेरी चूत में घुमाने लगे घुसाने लगे। मैं भी काफी ज्यादा जोश में आ गई थी मैं भी जल्दी जल्दी नीचे से धक्के दे रही थी वह ऊपर से धक्के दे रहे थे और हम दोनों ही एक साथ ही झड़ गए।

उन्होंने तुरंत ही अपना लंड मेरी चूत उसे बाहर निकाल लिया क्योंकि वह रिस्क नहीं लेना चाहते थे। क्योंकि कोई प्रोटेक्शन यूज़ नहीं किया हुआ था। बाद में उन्होंने मेरी चूत को भी अच्छे से अपने रुमाल से साफ किया और अपने लंड को भी साफ किया। मैं जल्दी-जल्दी कपड़े पहने। और आगे सीट पर आकर बैठ गई सीट को थोड़ा खुलकर मैं लेट गई उन्होंने ऐसी चलाया तो मुझे आराम लगने लगा। पर मेरी कमर में मेरी चूत में और मेरी चुचियों में भयंकर दर्द हो रहा था। मेरा मुंह सूख गया था। ऐसा लग रहा था मानो मेरे साथ क्या हुआ।

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मैंने कहा फूफा जी से कि कभी आप किसी से यह बात कहना नहीं। उन्होंने कहा तुम मुझे पागल समझ रखे हो क्या। तुमसे ज्यादा मेरी इज्जत खराब होगी। इस वजह से हम दोनों ही चुप रहेंगे। उन्होंने फिर से मुझे गले लगाया मेरे होंठ को चुम्मा और फिर आराम से दोनों सीट को खोल कर लेट गए और गाने सुनने लगे। आधे घंटे में ही मेरे मम्मी पापा भी आ गए। उन्होंने जैसे ही मुझे देखा तो कहा मुंह कितना उतर गया है तेरी तबीयत ठीक है कि नहीं। मैंने कहा अब आराम लग रहा है अब कोई दिक्कत नहीं है। उन लोगों को क्या पता कि मेरी सील टूट गई मेरे पूरे शरीर में दर्द हो रहा है पहली बार चुदाई क्या होता है उसका मुझे पता आज चला है।

इस तरह से मेरी दुर्गा पूजा बहुत अच्छे से बीता मैं बहुत खुश हूं। पहली चुदाई का आनंद ही कुछ अलग होता है। यादगार होता है और जब कभी ऐसे मौके पर हो तो यह और भी यादगार हो जाता है। मैं अपनी जल्द ही दूसरी कहानी नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर लिखने वाली हूं तब तक के लिए आप सभी दोस्तों को मेरा प्यार भरा नमस्कार।

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