हेलो दोस्तो मेरा नाम अम्मी है और मैं चंडीगार्ह का रहने वाला हूँ और मुझे ड्के पर सेक्स स्टोरी पढ़ना पसंद है, मेरे घर मे मम्मी पापा मेरी बहें मोना और मैं हम चार लोग ही रहते है, ये बात आज से 1 साल पहले की है, जब मेरे टाइया जी के बेटे की शादी थी.
वेसए मैं ड्के का रेग्युलर रीडर हूँ और आज आप सबके साथ अपनी और अपनी बहें के बीच मे जो हुआ उसकी कहानी बताने जा रहा हूँ, आप सब को बोर ना करते हुए, मैं कहानी पे आता हूँ. सब से पहले मैं आप लोगो को बीटीये डून मैं देखने मे मैं किसी हीरो से कम न्ही, और मेरे लंड का साइज़ है 6.5 इंच है और 2.5 इंच मोटाई है, और अब मैं आप लोगो को बतता हूँ के मेरी बहें दिखने मे दम माल है, और सबसे आचे तो उसके मोटे मोटे चुचे है, मोना का फिगर 34-30-34 है,
तो सभी लड़के अपना लंड हाथ मे ले ले, और सभी लड़की अपनी छूट मे उंगली करने के लिए त्यआर हो जाइए, तो दोस्त हुआ ये के मेरे भाई की शादी मे बोहट से गेस्ट आए थे उन मे से एक लड़का था साहिल वो मेरे त्या जी के लड़के की मौसी का बेटा था, और उसकी दो बहने भी आई थी शादी मे, बड़ी का नाम नेहा था और वो अपने पति के साथ आई थी, और उसकी छोटी बहें का नाम था चारू.
चारू बोहट ही ब्यूटिफुल आंड बोल्ड टाइप की लड़की थी, और मैं तो उसे देखते ही उसका दीवाना हो गया था, और धीरे धीरे मैने और उसने बात करनी सुरू करदी, इधर मैं चारू कू प्ताने मे ल्गा था, उधर साहिल मेरी बहें मोना के पीछे ल्गा हुआ था, और टा न्ही कब मेरी बहें और साहिल की फ्रेंड शिप हो गयी.
ये बात मुझे बाद मे चारू ने ब्ताई के उसने ही अपने भाई की बात मोना से करवाई थी, शादी के दो दिन पहले मैं मोना चारू मार्केट मे गये थे और मेरी बहें को कुछ स्मन खरीदने के लिए एक कोसमतिक की शॉप मे जाना था, और मेरी बहें ने मुझे बाहर रुकने को कहा, क्यूँ की उसने अपने अंडर गारमेंट्स लेने थे.
उसके बाद हम ने और भी शॉपिंग की, और फिर घर की तरफ चल दिए, घर पोंछ ने पर मेरी बहें को याद आया उसका एक कॅरी बाग वही शॉप पे रह गया है.
तभी वाहा मेरे टाई जी आ गये और मोना को अपने साथ चलने को कहा, तभी मेरी बहन ने चारू को मेरे साथ वोही शॉप मे जाने के लिए बोला और वो त्यैईजी के साथ चली गयी.
अब मैं और चारू फिर मार्केट मे चल दिए, और रास्ते मे मैने चारू को अपनी फीलिंग्स ब्ताई तो उसने मुझे पहले तो म्न्ना कर दिया लेकिन बाद मे मेरे फोर्स करने पर उसने मुझे हन करदी, फिर दिन कैसे बीता टा ही न्ही चला, फिर आया शादी के दिन मैने चारू के साथ बोहट डॅन्स किया, और मैने उसके साथ बोहट मस्ती की, उधर एक वेटर ने मेरी बहें पे दही को गिरा दिया.
तभी मेरी टाई ने साहिल को बुलाया और मेरी बहें के साथ घर जाने को कहा के मोना का लहनगा खराब हो गया है इससे चेंज करने घर जाना है तो साहिल के मॅन मे लादू फूटने लगे.
फिर मोना और साहिल घर पे आए वहाँ साहिल और मोना ने हग और किस्सस किए और साहिल ने मेरी बहें के मोटे चुचे भी चूसे फिर मेरी बहें ने उसे कहा के अब बस चलो जहाँ से न्ही तो कोई घर भी आ सकता है, फिर साहिल ने मोना से रात को साथ मे सोने के लिए कहा तो मोना ने हन करदी.
फिर हम भाई की शादी करके घर पोंछे और सारे शगुन किए और रात को खूब नाचे न्यूली भाभी के साथ, तभी मैने चारू को कहा के वो मुझे उपेर तेरकसे पे मिले तो वो वहाँ आ गयी, तो व्हन मैने चारू को बोहट किस्सस की और उसके बूब्स को बोहट प्रेस किया.
तभी चारू की बड़ी बहें तररसे पे आ गयी और हम एक दूसरे से डोर हो गये, और फिर मैने चारू को कहा के वो रात को मेरी बहें के रूम मे सो जाए, और मैने अपने रूम मे उसकी बहें और उसके मों दाद को सोने के लिए कह दिया.
फिर वो घारी आ गयी जिसने मेरी ज़िंदगी ही बदल दी, प्लान के अकॉरडिंग मैने चारू अपनी बहें के रूम मे सोने के लिए भेज दिया तो वहाँ मेरी बहें पहले से ही थी और सोने की त्यारी कर रही थी तभी वहाँ साहिल चला गया, जब मैं वहाँ गया तो मैने साहिल से कहा के तुम मेरे रूम मे सो जाओ तो साहिल ने कहा वहाँ जगह कम है.
तो फिर चारू ने कहा के भाई जाहि सोएंगे तो पहले मुझे बोहट गुस्सा आया चारू की बात पे फिर मैं गुस्से मे बेड पे लाते गया अपनी बहें के साथ, बेड पे पहले मेरी सिस थी फिर मैं फिर चारू फिर साहिल, रात को बोहट देर तक इंतज़ार करते करते मैं सो गया, और टा न्ही कब, चारू मेरी बहें की जगह आ गयी और मेरी बहें चारू की जगह पर.
जब मेरी आँख खुली तो मैने चारू के बहाने अपनी ही बहें के जिस्म पे हाथ फेरने लगा, और उसके बूब्स ड़बने ल्गा त शर्ट के उपेर से ही, धीरे धीरे मैने उसके लोवर मे हाथ दल दिया और उसकी छूट मे उंगली करने ल्गा.
तभी उसने मेरा हाथ पकड़ा और फिर मेरे हाथ को बाहर निकल दिया मैने फिर से उसके लोवर मे हाथ डाला और उंगली से उसका झांत मसलने ल्गा, फिर मैने उसका हाथ अपनी हाफ पंत मे दालओर उसने झट से मेरा लिंड पकड़ लिया, और उसे अग्गे पीछे करने लगी.
फिर मैने धीरे से अपने लॅंड को उसके मुँह मे देने की कोशिश की तो उसने मुँह मे न्ही लिया, तब मैं धीरे से उसकी छूट के पास आया और उससे अपने ज़ुबान से चाटने ल्गा धीरे धीरे मेरी बहें गर्म होने लगी और उसने मेरे लंड को पकड़ा और अपने चूत पे साथ करने लगी और धीरे से मेरे कम मे बोली साहिल अब और मत तड़पाव, अपना लंड मेरी चूत मे दल दो.