बारिश मे भीगी हुई दीदी को चोद

वो बोली- आ गया ना !

मैंने कहा- दीदी, प्लीज़ ! किसी से कहना मत !

……और उन्हें चूमने लगा।

दीदी बोली- अरे पगले, मैँ किसी से क्यों कहूँगी …..

मैं भी खुश हो गया और धीरे धीरे उनके कपड़े उतारने लगा और साथ ही उनके होंठों पर चूमने लगा…….

क्योंकि यह मेरा पहला सेक्स था तो दीदी ने मुझे धक्का दिया और कहा- जानवर है क्या? आराम से कर ! आज तो मै तेरी हूँ ……

मैंने कहा- सॉरी !

और इतने में दीदी ने अपना सूट उतार दिया। मैं तो देख कर बेहोश होने वाला था कि दीदी ने मुझे संभाला और कहा- क्या हुआ?

मैंने कहा- दीदी, इतने बड़े बड़े स्तन हैं आपके !

मैं उनको हाथ में लेकर चूसने लगा और दबाने लगा। दीदी भी जोश में आ चुकी थी और मुझसे चिपक गई थी। मेरा तो सपना साकार हो गया था। मैंने दीदी को धीरे धीरे पूर्ण नग्न कर दिया और खुद भी नंगा हो गया……….

फिर क्या आज एक भाई अपनी बहन को चोदने वाला था !

मैंने जैसा ही अपना लण्ड निकाला, दीदी बोली- हे राम ! इतना मोटा ? साले तू क्या करता है?

मैंने कहा- दीदी कुछ नहीं ! यह तो ऐसा ही है !

वो बोली- साले, तूने आज तक कितनी लड़कियों को चोदा है?

मैंने कहा- किसी को नहीं ….

वो बोली- चल आज अपनी बहन को चोद ! और खुद भी मजा ले और मुझे भी मजा दे !

मैंने कहा- दीदी, तो देर किस बात की !

मैं उन्हें चूमने लगा……. उन्होंने मेरा लंड हाथ में ले लिया और आगे पीछे करने लगी। मुझे काफी मजा आ रहा था। मैं उनके बोबे दबा रहा था और होंठ चूस रहा था।

वो बोली- साले केवल चूसेगा ही या खायेगा भी ?

मैंने दीदी से बोला- साली, बड़ी जल्दी है तुझे ? चल घोड़ी बन जा साली रांड ! जल्दी कर ! मुझे तो तुजसे ज्यादा जल्दी है ! रंडी, कब से सोच रहा था कि कब तुझे चोदूँ !

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वो बोली- अच्छा भैया ऐसे बात है तो लो…….

और वो घोड़ी बन गई, मैं उसे पेलने लगा।

वो बोली- भैया दूध नहीं पीता? थोड़ा तेज नहीं चोद सकते ?

और मैंने झटके तेज कर दिए और चोदने लगा ………..

दीदी कहने लगी- बहन के लौड़े ! थोड़ा धीरे ! ओई माँ………मर गई साले ! थोड़ा धीरे !

मैंने कहा- अब पता चला कि मै कितना दूध पीता हूँ……. साली रंडी, तेरी गांड का तो आज मैं बुरा हाल बना कर छोड़ूंगा !

वो भी कहने लगी- हाँ कुत्ते ! कर ना !

और मेरा साथ देने लगी…. उसकी चूत पर बहुत सा थूक लगा कर जोर जोर से चोदने लगा। अब वो मजे से चुदने लगी ….और उसे भी मजा आने लगा……जब उसे मजा आने लगा तो वो भी उचकने लगी।

बीस मिनट तक मैं उसे चोदता रहा और अलग अलग ढंग से चोदा ! 20-25 मिनट बाद जब मेरी छूट होने को आई तो मैने लंड बाहर कर उसके मुँह पर पिचकारी मारी और उसने मेरा लंड अपने मुँह में ले लिया और सारा वीर्य चाट गई ! और फिर मैं उससे चिपक गया ! हम दोनों एक दूसरे के साथ देर तक चिपके रहे। इतने में मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया और मैंने कहा- दीदी एक बार और हो जाये !

वो बोली- ……हाँ हाँ ! क्यों नहीं ! नेकी और पूछ पूछ !…………..अज मेरे भैया राजा फाड़ दे अपनी बहन की चूत ! बना ले अपनी …………

और उस रात मैंने अपनी बहन को पाँच बार चोदा ………नए नए स्टाइल में ……… और पूरी रात उससे चोदता रहा ! रात को पता नहीं कब नींद आई और मैं सो गया। सुबह उठ कर देखा तो दीदी घर का काम कर रही थी। मैंने दीदी को पीछे जाकर फिर से पकड़ लिया और एक ट्रिप फिर से ली और कॉलेज़ चला गया।

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