आंटी की चुदाई की वो हसीन रत भाग 1

उनकी आंखों में वासना के डोरे साफ़ दिख रहे थे. मैं धीरे से उनकी चुत को चाटने लगा, तो उन्हें इससे बहुत मजा आने लगा. क्योंकि मैं अपनी जीभ की नोक से उनकी चुत के ऊपर वाले हिस्से को मस्ती से चाट रहा था और मजा ले रहा था.

कुछ ही देर में मासी जोर से चिल्लाने लगीं- आंह … आह … आ …

मैं अपनी जीभ से उनकी चुत में डालकर उन्हें जीभ से चोदने लगा. उन्होंने करीब दस मिनट के बाद अपना पानी छोड़ दिया. मैंने वो सब रस बड़े मजे से पी लिया और उनकी पूरी चुत चाट कर साफ कर दी.

दो मिनट यूं ही मासी पड़ी रहीं. फिर वो बैठ गई और मेरी चड्डी निकाल दी. मेरा लंड एकदम से टाइट होकर उन्हें सलामी दे रहा था.

मासी ने मेरे लंड को अपने मुँह में ले लिया और धीरे धीरे उसे चाटने लगीं. सबसे पहले मासी ने अपनी जीभ की नोक से लंड के ऊपर के हिस्से पर फिरा दी. मासी लंड के टोपे पर चाटने लगीं.

मुझे तो मानो उड़ने के लिए सारा आसमान मिल गया था और मैं लंड चुसाई का मजा ले रहा था. मासी धीरे धीरे से पूरे लंड को अन्दर बाहर करने लगीं.

मुझे कुछ मिनट के बाद लगा कि मैं अपना पानी छोड़ने वाला हूं. मैंने मासी से पूछा- मासी क्या करूँ … मैं निकलने वाला हूँ?

मासी बोलीं- अन्दर ही छोड़ दो.

मैंने स्पीड बढ़ा दी और अपना पूरा पानी उनके मुँह में छोड़ दिया. उन्होंने लंड का पूरा पानी गटक लिया और बहुत अच्छे से लंड चाट कर साफ कर दिया.

हम दोनों थोड़ी देर के लिए रुक गए. इस बीच वो मेरे लंड को हिलाती रहीं और मैं उनकी चुत को सहलाता रहा.

कुछ देर बाद हम दोनों फिर से चार्ज हो गए. इस समय रात के करीब 12 बजे थे.

हम दोनों एक दूसरे के पास आ गए और किस करने लगे. मैं उनकी चुत में उंगली डाल कर उन्हें मजा दे रहा था.

मासी ने चुदाई करने का इशारा किया.

मैंने उन्हें अपने नीचे लिया और उनकी गांड की नीचे एक तकिया लगा दिया, जिससे उनकी चुत ऊपर की तरफ उभर कर आ गई.

अब मैंने अपना लंड उनकी चुत की छेद पर रखा और सुपारे को मासी की चुत की फांकों में फिराने लगा.

उन्हें लंड के स्पर्श से बहुत मजा आने लगा और वो तड़पने लगीं.

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मासी बोलीं- मेरी जान अब ज्यादा बर्दाश्त नहीं होता … जल्दी से लंड अन्दर डाल दो.
मैंने थोड़ा जोर से झटका मारा और मेरा आधा लंड चुत के अन्दर चला गया.

मासी चिल्ला दीं- उम्म्ह… अहह… हय… याह… मर गई!
मैं जरा रुक गया और उनके मम्मों को चूसने लगा. मासी को मजा आने लगा.

कोई 5 मिनट बाद मैंने मेरा पूरा लंड अन्दर पेला, तो वो धीरे से चीख उठीं और लंड को जज्ब करने लगीं. मैंने लंड को धीरे धीरे अन्दर बाहर करना शुरू कर दिया. अब उन्हें बहुत मजा आने लगा.

उस वक्त मासी मजे से सीत्कार भर रही थीं- ओह. … आंह … बड़ा अच्छा लग रहा है … उन्ह …
उनके साथ मैं भी आवाज निकाल रहा था- आह … ले … पूरा ले लो …

चुदाई के साथ साथ मैं मासी को किस भी करता जा रहा था. मासी को बहुत मजा आ रहा था.

करीब 20 मिनट तक हमारा ये खेल चलता रहा था. उसके दौरान हमने बहुत सारी पोजीशनों में सेक्स का आनन्द लिया. मैं कभी डॉगी स्टाइल में मासी को चोदने लगता, तो कभी मैं नीचे लेट कर मासी को अपने लंड पर कुदाने लगता.

ऐसी बहुत सारी पोजीशनों में हम दोनों ने चुदाई का आनन्द लिया. जब मैंने मासी को कुतिया बना कर चोदा था उस समय मेरा मन हो गया था कि मासी की गांड भी मारना है.

इस सबके दौरान वो एक बार अपना पानी छोड़ चुकी थीं, अब मैं अपना पानी छोड़ने वाला था.

मैंने उनसे पूछा, तो वो बोलीं- अन्दर ही छोड़ दो.

मैंने अपनी स्पीड को बढ़ा दिया और लंड का पूरा गर्म गर्म पानी उनकी चुत में छोड़ दिया. झड़ने के बाद मैं शांत होकर उनकी ऊपर ही पड़ा रहा और उनको किस करता रहा.

वो कहने लगीं- आई लव यू … आज तो मजा आ गया..

मुझे गांड मारना बहुत पसंद है और मासी की गुलाबी गांड ने मेरा मन भी बना दिया था. मैंने मासी से कहा- मुझे पीछे से भी एक बार करने दो.
वो तुरन्त बोलीं- हां आ जाओ.

वो झट से डॉगी स्टायल में हो गईं. मैंने उनके पीछे से अपने लंड को उनकी गांड के छेद पर रख दिया और उनकी गांड पर मैंने अपना थूक लगा दिया. उससे मेरा लंड अन्दर जाने में आसानी हो गई.

मैंने पहले शॉट में ही अपना आधा लंड मासी की गांड में पेल दिया.

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मासी बहुत जोर से चीख पड़ीं- आह … मर गई … निकालो बाहर …

पर मैं वहीं रुक गया और उनके मम्मों को दबाता रहा. फिर मैंने उनकी गांड में अपना पूरा लंड घुसा दिया और धीरे धीरे अन्दर बाहर करने लगा.

अब वो भी आगे पीछे हो कर लंड का मजा ले रही थीं. पूरे कमरे में ‘ठाप ठाप और पच…पच..’ की आवाजें गूंजती रहीं.

करीब 20 मिनट तक हम दोनों एनल सेक्स करते रहे. बाद में मैंने अपना सब पानी उनकी गांड के अन्दर ही छोड़ दिया. कुछ रस उनके चूतड़ों पर भी टपका दिया. उस रस से मैंने मासी की गांड की मालिश कर दी.

चुदाई के बाद हम दोनों शांत होकर पड़े रहे. हमें पता था कि जो भी मजा करना है, बस आज की रात करना है. क्योंकि कल मॉम डैड आने वाले थे.

मैंने मासी की तरफ देखा, तो उन्होंने 69 पोजीशन में सेक्स करने का कहा.

मैं झट से तैयार हो गया. वो मेरे ऊपर उल्टा लेट गईं और मेरे लंड को चूसने लगीं. मैं मासी की चुत को चाटने लगा.

करीब 20 मिनट के बाद हम दोनों ने पानी छोड़ दिया और हम दोनों ने एक दूसरे के लंड चुत को अच्छे चाट चाट कर साफ कर दिया.

काफी रात हो गई थी और हम दोनों काफी थक भी गए थे. इसलिए हम दोनों किस करके चिपक कर सो गए. हम दोनों नंगे ही सो गए थे.

फिर सुबह मैं जल्दी से उठा, तो देखा कि मासी मेरे बगल में ही नंगी सोई थीं और बहुत मस्त लग रही थीं. वो बड़े सुकून से आंखें मूंदे पड़ी थीं. मुझे बड़ी प्यारी लग रही थीं.

मैं उनको चूम कर बाथरूम में चला गया. वहां से नहा धोकर कमरे में आया और मासी को उठाया.

उन्होंने उठते ही मुझे प्यार से किस किया और कहने लगीं- तुमने मुझे जो मजा दिया, वो मैं कभी भूल नहीं पाऊंगी.

मैंने उन्हें चाय दी और चाय के बाद वो नहाने चली गईं.

दो घंटे बाद माँ पिताजी भी आ गए. हम दोनों बस यूं ही एक दूसरे को प्यार से देखते और हंस देते.

आज भी जब हम दोनों मिलते हैं और मौका मिलता है, तो सेक्स कर लेते हैं. मासी के संग किस वगैरह तो होता ही रहता है.

मेरी न्यू सेक्स स्टोरी पढ़ने के लिए आप सभी का धन्यवाद.
लेखक के आग्रह पर इमेल आईडी नहीं दी जा रही है.

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