हैल्लो दोस्तों, आज में आप सब सेक्स पुजारियों को अपनी एक कहानी बताने जा रहा हूँ, ये मेरी अपनी ज़िंदगी का अनुभव है. ये कहानी बहुत गंदी है, क्योंकि मुझे ज्यादा गन्दा सेक्स बहुत पसंद है. अब ये कहानी शुरू करने से पहले में आपको अपने बारे में बता दूँ मेरा नाम विक्की है, रंग गोरा, हाईट 5 फुट 10 इंच और मैंने हैदराबाद से मार्केटिंग में एम.बी.ए किया हुआ हूँ.
अब मेरी कहानी अमेरिका के एक थ्री स्टार होटल से शुरू होती है. अब में आपको बताना चाहूँगा कि में अपने ग्रुप में सबसे ज़्यादा अनुभवी होने की वजह से मुझे एक नये प्रोडक्ट के जानकारी ट्रान्सफर करने के लिए अमेरिका के शान्डिगों सिटी भेजा गया, जहाँ मेरी एक लग्गरी रूम में रहने की व्यवस्था की गयी थी. अब में आपको अपने रंगीन शौक के बारे में बता दूँ कि मुझे खूबसूरत लड़कियों की गांड और बूब्स बहुत पसंद है. जब भी में किसी लड़की की मोटी गांड को हिलते हुए देखता हूँ, तो मुझे लगता है कि अपना मुँह उसके चूतड़ों के बीच में घुसाकर उनका मीठा जूस चूस लूँ. मैंने अपने कॉलेज के दिनों में कई लड़कियों को पटाकर और किसी किसी को पैसे देकर उन्हें नंगा करके उनकी गांड चाटी है और फिर उनकी चूत को चोदा है.
दोस्तों में सच कहता हूँ चोदने से ज़्यादा लड़की की पूरी बॉडी को चाटने में ज़्यादा मज़ा है, लड़कियों को गर्दन, बूब्स, निपल्स, अंडरआर्म्स, बैक, नाभि, जांघे, चूत का दाना, चूत लिप्स, गांड और पैर चटवाने में बड़ा मज़ा आता है. अगर आप लड़की को चूसने में और चाटने में खुश कर दोगें तो आधी चुदाई तो वैसे ही हो जाती है, फिर भले ही आप जल्दी अपना गिरा दो उन्हें मज़ा पूरा मिल चुका होता है. अब चलो में अपनी कहानी पर आता हूँ.
में जिस होटल में था, वहाँ की रूम सर्विस की लड़कियां बड़ी चिकनी माल थी. अमेरिकन गर्ल्स तो वैसे भी दूध जैसी सफ़ेद और मलाई जैसी सॉफ्ट होती है. उनकी चूत, गांड, निपल्स सब गुलाबी होते है. ऐसी ही एक जेसिका नाम की लड़की रोज़ मेरे रूम में सफाई के लिए आती थी, क्या कहूँ दोस्तों? जन्नत की परी जैसी थी वो, भूरे बाल, ब्लू आँखे, सफेद स्किन, गोल-गोल बड़े बड़े बूब्स जो दूध से भरे थे, पतली कमर, बड़ी चिकनी गांड.
जब मैंने उसको अपने रूम में पहली बार देखा तो मुझे लगा कि जो होगा देखा जाएगा बस रूम लॉक करूँ और उस साली को चोद दूँ, लेकिन वहाँ का क़ानून बड़ा सख़्त है इसलिए मेरी गांड फट गयी और में मुठ मारकर शांत हो गया, लेकिन अब मेरी उसकी गांड को सूंघने और चाटने की इच्छा और ज़्यादा बढ़ गयी थी. मेरा टूर सिर्फ़ 10 दिन का था इसलिए मैंने सोचा कि चाहे कुछ भी हो जाए इस हसीना की जवानी का जूस निचोड़कर जरुर पीना है इसलिए में रोज़ उससे थोड़ी-थोड़ी बातें करने लगा और दोस्ती बढ़ाने लगा.
अब मेरी इंग्लिश अच्छी होने की वजह से हमारे बीच नज़दीकियाँ बढ़ने लगी थी. फिर उसने मुझसे कहा कि उसे इंडियन लड़के बहुत पसंद है और वो इंडियन से ही शादी करना चाहेगी. अब ये सुनकर मैंने उसे हंसी मज़ाक में प्रपोज़ कर दिया, तो वो शर्माकर भाग गयी और अब बस मुझे भी इसी ग्रीन सिग्नल का इंतज़ार था. रूम सर्विस वालों के पास आपके रूम की ड्यूप्लिकेट चाबी हमेशा होती है ताकि आपके रूम में ना होने पर भी वो रूम को खोलकर सफाई कर दे.
फिर एक दिन में बाथरूम में टब में नहा रहा था, जब में पूरा नंगा था और उसी दिन मैंने अपनी झांटे भी शेव की थी. सॉरी दोस्तों में आपको तो बताना ही भूल गया कि मेरा लंड गोरा, 6 इंच से थोड़ा ज़्यादा लंबा और मोटा है, मेरे लंड का सुपड़ा गुलाबी और नोकदार है, जिससे मुझे चूत फाड़ने में तकलीफ़ नहीं होती है और मेरा लंड आराम से चूत में घुस जाता है. हाँ तो उस दिन में शॉवर ले रहा था और एकदम से जेसिका रूम का लॉक खोलकर रूम में घुस आई.
उसने दरवाजा खटखटाया था, लेकिन बाथरूम में होने की वजह से मुझे ना तो आवाज़ आई और ना मैंने डू नोट डिस्टर्ब का बोर्ड लटकाया था. फिर जैसे ही वो बाथरूम की तरफ आई तो उसकी नज़र मेरे लंड पर गयी और शर्माकर सॉरी बोलकर भाग गयी. क्या बताऊँ दोस्तों? अब में तो पहले ही शर्म से पानी-पानी हो गया था, फिर सोचा कि चलो जो हुआ अच्छा हुआ.
फिर थोड़ी देर के बाद उसने फिर से दरवाजा खटखटाया, तो मैंने दरवाज़ा खोला. अब रोज़ मुझसे खुलकर बात करने वाली जेसिका आज मुझसे नज़र नहीं मिला पा रही थी और वो धीरे-धीरे मुस्कुराकर अपना काम करने लगी. अब मैंने भी सोच लिया था कि चाहे जो भी हो जाए आज तो में इसकी इज़्ज़त लूटकर ही रहूँगा. फिर मैंने उसका हाथ पकड़ लिया और मैंने नाराज़ होने का बहाना करते हुए उसे इंग्लिश में फटकार लगाई कि तुम दरवाजा नॉक करके क्यों नहीं आई?
फिर उसने भी डर के मारे मुझे सॉरी बोलते हुए इंग्लिश में कहा कि मैंने दरवाजा लॉक किया था, लेकिन आपने जवाब नहीं दिया इसलिए में रूम में अंदर आ गयी. फिर मैंने कहा कि में तुम्हारी मैनेजर से शिकायत करूँगा, तो वो रोने लगी और कहा कि उसकी नौकरी चली जाएगी. फिर मैंने सोचा कि ये अच्छा मौका है और उससे कहा कि में तुम्हें एक शर्त पर माफ़ करूँगा, अगर वो मेरी बात मानेगी तो.
फिर उसने हाँ बोल दिया और कहा कि वो अपनी नौकरी बचाने के लिए कुछ भी करेगी. बस फिर क्या था? मैंने तुरंत दरवाज़ा बंद किया और उसकी बाहें पकड़कर उसके शरबती होंठो को चूम लिया. तो उसने मुझे एक थप्पड़ मार दिया और कहा कि ऐसा करने की मेरी हिम्मत कैसे हुई? तो मैंने भी उसके बालों को मुट्ठी में पकड़कर उसे बेड पर पटक दिया और उसके ऊपर गिर गया.
फिर उसने कहा कि में बिना कोई कीमत दिए उसका मज़ा नहीं ले सकता. अब में समझ गया था कि ये साली नाटक कर रही थी, उसे तो पैसो से मतलब था. अब में खुश हो गया और उससे कीमत पूछी, तो उसने कहा कि 200$ (डॉलर), तो मैंने कहा कि मेरे पास इतने तो नहीं है, लेकिन में 150$ दे सकता हूँ, तो वो मान गयी. फिर में भी अपनी औकात पर आ गया और आज तो अमेरिकन गांड का स्वाद मिलेगा ये सोचकर मेरा लंड तो गधे के लंड जैसा खड़ा हो गया था और लोहे की रोड के जैसा कड़क और गर्म हो गया था.
फिर उसने एक रांड की तरह मेरा लंड चड्डी में से बाहर निकाला और अपने मुँह में भरकर लॉलीपोप जैसे चूसने लगी. पहले तो उसने मेरे लंड का ऊपर का गुलाबी टोपा चूसा, फिर वो मेरा पूरा लंड अपने गले तक अंदर घुसाकर चूसने लगी. अब में खड़े-खड़े उसके यूनिफॉर्म के ऊपर से ही उसके बूब्स दबाने लगा था.