मैंने कहा- फिर?
रश्मि- मधु और उसका पति राहुल दोनों ही बहुत परेशान है. इसीलिए मधु ने राहुल को मेरे बारे में बताया है. उसका पति चाहता है कि मधु तुम्हारे साथ सेक्स करके अपने परिवार को बचा ले. यदि तुमसे उनको एक बच्चा मिल जाएगा, तो वो हमारा जिंदगी भर अहसान नहीं भूलेंगे.
मैंने रश्मि की बात का कोई जबाव नहीं दिया और बस उसे तेज गति से चोदने में लगा रहा. दस मिनट बाद मैंने उसकी चूत से लंड निकाल कर उसके पेट पर वीर्य छोड़ दिया और झड़ने के बाद बाजू में लेट गया.
रश्मि ने मेरी छाती के बालों से खेलते हुए मुझसे मधु के बारे में कुछ कहने को कहा.
मैंने मधु को बुलाने के लिए रश्मि से कह दिया.
अगले दिन मधु और राहुल हमारे घर आए. मधु को देखकर तो मेरे होश उड़ गए. वो एकदम काजल अग्रवाल की तरह लग रही थी. क्या मस्त तनी हुई चूचियां थी उसकी … उसका फिगर 34-28-38 का था. उसकी गदरायी हुई गांड ने मुझे पागल कर दिया. अब मुझे ऐसा लग रहा था कि मैं खुद जल्दी से जाकर अभी का अभी मधु को चोद दूँ.
मधु ने मेरी तरफ देखा और मुस्कुरा दी. उसकी इस मुस्कान से मेरा लंड एकदम पैंट से बाहर आने को तड़पने लगा. मेरा ध्यान उसकी मदमस्त चूचियों से हट ही नहीं रहा था.
रश्मि ने उन दोनों का स्वागत किया और हम सब बैठ कर बातें करने लगे. बात राहुल ने शुरू की और बोला- जैसा आपको पता ही है कि हमारे साथ क्या प्रॉब्लम है. क्या आप हमारी मदद करेंगे?
रश्मि ने मुझे कुछ भी बोलने से मना किया हुआ था, लेकिन अब मेरे मन में कुछ और ही चल रहा था. मेरे दिमाग ने काम करना बंद कर दिया था, सिर्फ लंड ही सोच रहा था.
मैं अपने मन ही मन में मधु को चोदने के सपने देखने लगा. मेरे मन में मधु के लिए एक अलग ही भावना आने लगी. मैं सोच रहा था कि मधु मेरे लंड के नीचे रोज ही होनी चाहिए, वो मुझसे डेली चुदे … वो भी सभी की मंजूरी से.
मैं इसी ख्याल को लेकर अपने दिमाग में प्लान बनाने लगा.
रश्मि- राहुल जी, हमने बहुत सोचा आपके बारे में … और राज इसके लिए तैयार है. लेकिन मधु और राज सिर्फ एक या दो बार सेक्स करेंगे, जब तक कि मधु को बच्चा न रुक जाए.
मैं बीच में सबको रोकते हुए बोला- देखो बच्चा आप लोगों की लाइफ को बचा सकता है. मेरे दिमाग में एक प्लान है.
राहुल- जी बताइए.
मैं- देखो तुम और मधु एक अच्छा बच्चा चाहते हो … और मैं भी एक सुन्दर और गुणवान बच्चे में विश्वास रखता हूं. मैं चाहता हूँ कि पहले मुझे और मधु को कुछ दिन एक साथ रहना चाहिए, जब मधु खुद अपने आप मेरे साथ चुदने के लिए राजी न हो, तब तक हमें सेक्स नहीं करना चाहिए.
राहुल- हां ये बात बिलकुल सही है. लेकिन मुझे अभी लन्दन जाना है, तो मैं और मधु आपके यहाँ रोज नहीं आ सकते हैं.
मैं- इसकी चिंता नहीं करो. आप अपने घर पर बोलो कि तुम और मधु एक साथ लन्दन जा रहे हैं और उसके बाद मधु को हमारे घर छोड़ दो. जब तक तुम आओगे, मधु भी मेरे साथ सहज हो चुकी होगी. क्यों मधु??
मधु- हाँ जी … राज जी सही कह रहे हैं.
रश्मि- हाँ ये बिलकुल सही है और मैं और मेरी बहन दोनों एक साथ रहेंगे. मैं खुद मधु को राज के लिए तैयार करूंगी. देखना मधु तुम्हारा बच्चा राज की एक चुदाई में ही रुक जाएगा.
मधु ने हामी भर दी.
रश्मि- लेकिन इसके बाद अगर तुम्हें राज के लंड की आदत लग गयी, तो मेरा क्या होगा?
उसकी इस बात पर सब हँसने लगे.
मधु- कोई नहीं … लग जाने दो आदत, मेरे लिए तो राज सब कुछ हैं. मैं अपना सब कुछ इन्हें सौंप देना चाहती हूँ.
इसके बाद रश्मि ने मुझसे बोला कि राज अभी राहुल को जाना है, ये दोनों हमें कल मिलेंगे.
उसके बाद जब वो चले गए, तो रश्मि मेरे पास आई और मेरी गोदी में बैठ गयी. वो बोली- राज तुम दिल से तैयार तो हो न … मेरे लिए सब कुछ कर रहे हो! आई लव यू माय डार्लिंग.
मैं- मैंने तुमसे कहा है, जो तुम बोलोगी, वो मैं करूँगा.
रश्मि ने मेरा लंड एकदम से मुँह में ले लिया और उसे चूसने लगी. मैंने रश्मि के सारे कपड़े निकाल दिए और उसे सोफे पर लिटा कर उसकी चुत में लंड डाल दिया.
इस वक्त मेरा लंड रश्मि की चूत में था पर मुझे मेरे दिमाग में सिर्फ मधु घूम रही थी. इसीलिए मैं रश्मि को मधु समझ कर बहुत जोरों से चोदने लगा.
रश्मि- आहआह … कितना मस्त चोदते हो यार …
धकापेल चुदाई में मैंने रश्मि को कुतिया बना कर भी चोदा उस वक्त भी मेरे दिमाग में लंड के नीचे मधु की ही चूत थी.
मैं और रश्मि एक साथ 20 मिनट में झड़ गए.
अब मेरे दिमाग में एक प्लान चल रहा था कि मैं कल ही मधु को चोद दूंगा और अगले दस दिन तक मधु को रगड़ रगड़ के चोदता रहूंगा.
मुझे मधु को माँ तो बनाना ही था, साथ ही साथ उसे अपनी रंडी और रखैल भी बनाना था. मेरे दिमाग में एक फैंटेसी थी कि मैं मधु को रश्मि के सामने भी चोदता रहूँ, तो रश्मि मुझसे गुस्सा नहीं, सिर्फ प्यार करे.
मैंने अगले दस दिनों के लिए छुट्टी ले ली और जिम का सामान भी घर में सैट कर लिया. अब सिर्फ मुझे चुदाई और चुदाई ही करनी थी.
अगली सुबह 11 बजे मधु अपना सारा सामान लेकर हमारे घर आ गयी. रश्मि और मधु बात करने लगे. मैं भी अपने जिम में बिजी हो गया था.
मैं- मधु … राहुल चले गए?
मधु- हाँ वो मुझे यहां छोड़ कर निकल गए.
मैंने देखा मधु मेरे लंड की ओर छिप-छिप कर देख रही थी.
तभी रश्मि ने मधु से कहा कि चल तुझे तेरे रूम में शिफ्ट कर देती हूँ.
मैं भी पीछे पीछे गया, तो मुझे एक शॉक लगा. मैंने देखा रश्मि मेरे रूम में ही मधु का सामान शिफ्ट कर रही थी.