हैलो दोस्तो मेरा नाम नरगिस बानों है और मैं दिल्ली की रहने वाली हूँ.. मुझे हिंदी सेक्स स्टोरीज (Hindi sex stories, Sex stories in Hindi, Hindi sex kahani, Hindi sex kahaniyaan) और सामूहिक चुदाई (Samuhik Chudai) कहानियाँ पढ़ना बहुत अच्छा लगता है। मैं अपनी कॉलोनी का सबसे हॉट और सेक्सी माल हूँ आज मैं आपके सामने अपनी चुत चुदाई की सच्ची कहानी प्रस्तुत कर रही हूं यह मेरी पहली कहानी है जो एकदम सच्ची घटना है बात तब की है जब मैं 12 क्लास का एग्ज़ाम दे रही थीं वैसे तो मैं सिर्फ 17 साल की लड़की थीं पर मेरा शरीर किसी 22 साल की औरत जेसा था मेरे मम्मे बड़े और चुतड़ गोल मटोल थे और जब मै स्कूल जाती थीं तो बहुत से लोग मुझे घुरते और मुझ पर लाईन मारते मुझे भी अच्छा लगता और मैं भी खुब गांड मटकाती हुईं चलने लगती।
उस दिन मैं अपने घर पर गणित की परीक्षा की तैयारी कर रही थी कि मेरे गांव से फ़ोन आया कि मेरी दादी का ऐक्सीडेंट हो गया है और वो हॉस्पिटल में है तो मेरे माता पिता और मेरा भाई तो गांव के लिए रवाना हो गये पर मेरा ऐग्जाम होने के कारण मैं अपने घर पर अकेली ही थी तो मुझे भी कुछ मस्ती करने का मौका मिल गया और मेने अपनी सहेली माया को अपने घर पर बुला लिया। माया थोड़ी बिंदास और आवारा टाईप की लड़की है जो कि किसी को भी पटा कर अपना काम करवा लिया करती है ।
उस शाम हम दोनों बाजार घूमने के लिए रवाना हो गई भीड़-भाड़ वाले इलाके के बिच एक लड़के ने मेरा मम्मा दबा दिया मै एकदम चौंक गई पर भीड़-भाड़ में किसी को भी कुछपता नही चला अक्सर लोग भीड़-भाड़ का मौका देखकर कभी मम्मे तो कोई चुतड़ छू लेते है तो मुझे भी कुछ ज्यादा बुरा न लगा और मैं फ़िर से सामान खरीदने में लग गई पर इस बार वो मेरी गांड पर हाथ फेरते हुए पास से निकल गया पर मुझे कोई आपत्ति नहीं करते देख उसकी हिम्मत बढ़ गई और वो मेरे शरीर से चिपक कर खड़ा हो गया और मेरी टाँगों पर हाथ फेरना शुरू कर दिया मै घबरा गई और माया को बताया की कैसे वह लडक़ा मुझें छेड़ रहा है तो उसने उसको ड़ाटने के बजाय एक स्माईल दे दी और लगे रहो और मज़े करो कहतीं हुईं दूर हट गई इससे उसकी हिम्मत ज्यादा बढ़ गई और वो अपना हाथ मेरी कुर्ती में डालकर मेरा पेट सहलाने लगा मेरे तो पूरे बदन में आग लग गई मुझे भी कुछ मस्ती चढ़ने लगीं और मैंने उसका लौड़ा पेंट के ऊपर से ही पकड़ लिया और उसे सहलाने लगी ये सब देख मेरी सहेली ने हमें टोका सारी मस्ती यहीं करोगी क्या ? मैंने उसे खुद से अलग किया और अपनी सहेली को साथ लेकर उस लड़के के साथ अपने घर पर आ गई ।
फिल्म देखते हुए भी वो मेरे शरीर से खेल रहा था और मेरा भी मस्ती करने का मूड बन गया यह देख माया दूसरे कमरे में चली गई और उसके जाते हीं उस लड़के ने मेरे शरीर पर चूमना शूरू कर दिया मेरा कोई अंग ऐसा नहीं था जिस पर उसने किस न किया हो मुझे तोअब सही गलत का हौश ही नहीं था बस चुदाई की खुमारी चढ़ी थी तो मैंने भी अपनी कुर्ती उतार कर फेंक दी और उसका साथ देने लगी उसने मेरी लेगी भी उतार दी मै सिर्फ काली ब्रा और गुलाबी पेंटी में थी जिसमें में किसी से भी कम न लग रही थीं उसने अपनी पेंट की जिप खोलीं और अपना 8 इंच का लौड़ा मेरे मुहँ के आगे कर दिया मेरी तो आँखे फटी की फटी रह गई बाप रे बाप इतना बड़ा ये इन्सान हैं या घोड़ा । उसके लण्ड पे चमडी चढ़ी हूई थी मेने अपने हाथों से उसकी लौडे की चमडी हटायी और उसे मुह में लेकर चूसना शुरू कर दिया मुझे बहुत अच्छा लग रहा था जैसे कि आज मुझे अपनी फेवरिट कुल्फ़ी मिल गई है मै मजे ले लेकर चूस रही थी और वो भी मेरा मुख चोदन कर रहा था जैसे कि वो मेरी चुत हो और मुझे अपने गले तक उसका लौड़ा महसूस हो रहा था कि अचानक उसके मुँह से एक आह निकली और वो मेरे मुँह में ही झड़ गया और मेरा मुँह अपने माल से भर दिया उसका माल बहुत टेस्टी था तो मैं भी पुरा पी गई और चाट चाट कर उसका लौड़ा भी साफ़ कर दिया ।
उसने अपने पूरे कपड़े उतार दिये और मेरी ब्रा भी उतार दी अब मेरे शरीर पर सिर्फ पेंटी बाकी थी उसने अपने दोनों हाथों से मेरे मम्मे सहलाने शूरू कर दिये वो बारी बारी से मेरे दोनों मम्मो को चूसने लगा मेरे चुचे कड़क होकर खड़े हो गये उसने मेरी चुचियाँ पकड़ कर मसलने लगा और मैं मस्त होकर सिस्कारीयाँ भरने लगी मेरी पेंटी गीली हो गई थी उसने मेरी पेंटी को भी नीचे खींच लिया और मुझे पूरी तरह से नंगी कर दिया उसका लौड़ा फिर से खड़ा होकर सलामी दे रहा था उसने मुझे उठा कर बिस्तर पर पटक दिया और मेरी टाँगे चौड़ी कर दी फिर अपना मुँह मेरी चुत से लगाकर मेरी चुत का रसपान करने लगा उसकी जुबान मेरी चुत में खलबली मचा रही थी और मेरी चुत में गुदगुदी हो रही थी मुझे आज तक इतना मज़ा कभी नहीं आया था मैं उसका मुँह अपनी चुत पर दबा रही थी अचानक मेरा शरीर ऐठने लगा और मेरी चुत से रसधार छुट गई और उसने सारा चुतरस पी लिया ।
उसने मेरी टाँगे उठा कर अपने कन्धों पर रख दी और अपना लौड़ा मेरी चुत पर टिका दिया मेने भी अपनी टाँगे पूरी चौड़ी कर दी और उसे चोदने का इशारा किया उसने मेरी चुत पर अपना लौड़ा दबाना शुरू किया मुझे अपनी चुत पर उसके लौड़े का दबाव महसूस हो रहा था तभी उसने एक जोरदार झटका लगाया और उसका लौड़ा मेरी चुत फाड़ता हूआ अन्दर घुस गया मेरी छुट्टी फट गई और मेरी चुत से खुन निकलने लगा मै घबरा गई और दर्द से चिल्लाते हुए खुद को छुड़ाने की कोशिश करने लगी पर उसने मुझे अपनी औरों खींच लिया और मुझे अपनी बाँहो में भर लिया और मुझे कस के पकड़ लिया ताकि मैं छुट न सकूं आखिरकार मेने हार मान लि और उसने मुझे होठों पर किस करना शूरू कर दिया और धीरे-धीरे मेरा दर्द भी कुछ कम हो गया और मुझे भी अच्छा लगने लगा और मैं भी गांड उठा उठाकर उसका साथ देने लगी तो उसने अपनी स्पीड बढ़ा दी और जोर जोर से शॉट लगाने लगा हर एक शॉट में उसका लौड़ा मेरी पूरी चुत में गहराई तक उतर जाता और मैं भी टाँगे ऊंची उठा कर अपनी चुदाई का पूरा मज़ा ले रही थीं पूरा कमरे में मेरी सिसकियाँ गूँज रही थीं मेरे मुँह से आ आह आईई आईईसी ऊऊई माँ अरे मर गई रे फाड़ ड़ाली मेरी माँ चोद ड़ाली मेरी रे आह आआह आआऊऊईई ।